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Poorva Agrawal UPSC Rank 189: 30 लाख की नौकरी छोड़कर छत्तीसगढ़ की पूर्वा बनेगी IPS, दूसरे ही प्रयास में हासिल किया 189 रैंक, MA की पढ़ाई करते हुए दिया था UPSC

Poorva Agrawal UPSC Rank 189: ..कौन कहता है UPSC क्लियर करने में सालों लग जाते हैं ! कौन कहता है IAS-IPS बनने के लिए सब कुछ त्यागना पड़ता है!  सोशल मीडिया, मूवी, फैमली फंक्शन, हॉबी सब कुछ से दूर होना पड़ता है! …अगर आप पूर्वा अग्रवाल की सफलता की कहानी सुनेंगे, तो फिर IAS-IPS बनने वालों को लेकर आपकी धारना ही बदल जायेगी। रायपुर की होनहार बिटिया पूर्वा अग्रवाल को UPSC में 189 रैंक मिली है। पिछली बार के ट्रेंड को देखें तो पूर्वा अग्रवाल को IPS मिलना तय है। पूर्वा ने ये सफलता महज दो साल की मेहनत की बदौलत हासिल की। 30 लाख के पैकेज की नौकरी छोड़ने वाली पूर्वा ने शुरू से ही तय कर रखा है तो बनना है तो सिर्फ IAS या IPS ही…

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रायपुर की रहने वाली पूर्वा के पिता एमएल अग्रवाल छत्तीसगढ़ टेक्निकल एजुकेशन में एडिश्नल डायरेक्टर और मां डॉ अनिता अग्रवाल इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर हैं। पूर्वा अग्रवाल ने nwnews24.com से अपनी सफलता की कहानी शेयर की। पूर्वा को ये सफलता अपने दूसरे प्रयास में मिली।  पहले प्रयास में मेंस क्लियर नहीं कर पायी पूर्वा बताती हैं, कि आपने अगर अपने लक्ष्य को तय कर रखा है, तो फिर सफलता मिलते देर नहीं लगती। nwnews24.com की टीम को पूर्वा बताती है कि उन्होंने अपना पहला प्रयास 2022 में दिया। पहले प्रयास में प्रीलिम्स तो क्लियर हो गया, लेकिन वो मेंस में आगे नहीं बढ़ पायी। 2023 में उन्होंने दूसरा प्रयास किया और फिर कामयाबी का डंका बजा दिया।

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पूर्वा अग्रवाल को मिली है 189 रैंक

पूर्वा अग्रवाल को UPSC में ऑल इंडिया रैंकिंग 189 मिली है। इस रैंक से पूर्वा को IPS तो मिल जायेगा, लेकिन वो इस रैंक से संतुष्ट नहीं है। NW न्यूज से बात करते हुए पूर्वा कहती है कि वो इससे बेहतर रैंक के लिए प्रयास करेगी। हालांकि वो मानती है कि IPS की जॉब भी रॉयल है, लेकिन पर वो अपनी रैंक को बेहतर बनाने के लिए जरूर आगे भी खुद को परखना चाहेगी।

MA की पढ़ाई करते हुए UPSC किया क्लियर

पूर्वा की कामयाबी तो काबिले तारीफ है ही, तारीफ उनकी इसलिए भी की जानी चाहिये, कि उन्होंने अपनी एमए की पढ़ाई करते-करते ही यूपीएससी क्लियर किया। वो उन युवाओं के लिए भी प्रेरणाश्रोत हैं, जो ये मानते हैं कि UPSC के लिए पूरा समर्पण और फोकस सिर्फ UPSC पर ही होना चाहिये। पूर्वा अभी भी अपनी एमए की पढ़ाई JNU से कर रही है  और अपनी इस पढ़ाई के सिलसिले में दिल्ली में ही है।

बचपन से ही काफी होनहार है पूर्वा

पूर्वा अग्रवाल की स्कूलिंग रायपुर से ही हुई, लेकिन हायर एजुकेशन के लिए वो दिल्ली आ गयी। पूर्वा बताती है कि उन्होंने 10वीं-12वीं की पढ़ाई डीएवी स्कूल से की, जबकि उसके बाद ग्रेजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी की श्रीराम कॉलेज से की। पूर्वा अग्रवाल अभी भी MA की पढाई दिल्ली के JNU से कर रही है। पूर्वा बताती है कि उन्हें 10TH में 10 CGPA मिला था, वहीं 12वीं में उन्होंने 97.6% अंक हासिल किये थे। 10वीं-12वीं के बाद पूर्वा रायपुर से दिल्ली आ गयी और फिर श्रीराम कॉलेज से इकोनोमिक्स से ग्रेजुएशन किया। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने जेएनयू में एडमिशन लिया, लेकिन साथ ही UPSC की तैयारी भी शुरू कर दी।

पहली बार में मेंस नहीं हुआ क्लियर

पूर्वा बताती है कि घर में शुरू से ही पढ़ाई का माहौल था, मम्मी-पापा और दीदी सब जॉब में है, तो खुद में ही ये होने लगता है कि मुझे भी करना है..और मैंने इसके लिए सिविल सर्विस को चुना..।  ग्रेजुएशन के बाद वो अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ने लगी। हालांकि पहले प्रयास में प्री तो उन्होंने क्लियर कर लिया, लेकिन मेंस को क्लियर नहीं कर सकी। लेकिन, वो कहते हैं ना, असफलता ही आपके लिए कभी-कभी प्रेरणा बन जाती है। 2023 में वो दोगुनी तैयारी के साथ UPSC में बैठी और फिर हर रास्ता को आसान बनाते हुए चली गयी।

30 लाख का पैकेज ठुकराया

पूर्वा बताती है कि श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद उन्हें सिंगापुर की एक बैंकिंग कंपनी ने ऑफर किया था। सिंगापुर की इन्वेस्टमेंट बैंकिंग कंपनी ने उन्हें 30 लाख का पैकेज भी दिया, लेकिन पूर्वा ने उसे ठुकरा दिया। इसकी वजह पूछे जाने पर, पूर्वा कहती है कि मैंने जिंदगी के लक्ष्य तय कर रखे थे, मुझे 30 लाख, क्या 50 लाख भी मिलता, तो मैं कंफर्ट नहीं होती, इसलिए मैंने उस ऑफर को छोड़ दिया। वो कहती है कि मैंने उस बैकिंग कंपनी में इंटर्न भी किया था, लेकिन जब उन्होंने फुल टाइम जॉब आफर किया, तो मैंने इनकार कर दिया।

नेशनल स्वीमर है पूर्वा अग्रवाल

पढ़ाई के साथ-साथ पूर्वा को स्वीमिंग का भी बहुत शौक है। वो कहती है कि स्कूल में उन्होंने स्वीमिंग का नेशनल भी खेला, लेकिन बाद में दिल्ली आना हो गया, तो स्वामिंग की हॉबी पीछे छूट गयी। हालांकि अभी भी उन्हें स्वीमिंग का काफी शौक है।

फेसबुक भी चलाया, फैमली फंक्शन को भी अटेंड किया

UPSC की तैयारी करने वाले कई बच्चे खुद को सिर्फ पढ़ाई के लिए समर्पित कर देते हैं, लेकिन पूर्वा की कामयाबी का मंत्र कुछ अलग ही था। वो कहती है कि जिंदगी में बैलेंस बहुत जरूरी है। वो कहती है कि सोशल मीडिया से लेकर फैमली फंक्शन और हॉबी को उन्होंने कभी नहीं छोड़ा। वो फेसबुक पर भी चलाती थी, मूवी भी देखी है, दोस्तों के साथ-फैमली के साथ समय भी स्पेंड किया है। पूर्वा कहती है लक्ष्य अगर स्पष्ट है, तो फिर सब कुछ के साथ भी आप कामयाबी हासिल कर सकते हैं।

मां-पिता और दीदी का रहा काफी सपोर्ट

पूर्वा की पूरी फैमली जॉब में है। पिता एमएल अग्रवाल टेक्निकल एजुकेशन में एडिश्नल डायरेक्टर हैं। मां डॉ अनिता अग्रवाल प्रोफेसर है, जबकि बहन कोल इंडिया में पोस्टेड है। पूर्वा कहती है कि उनकी फैमली काफी सपोर्टिंव रही। कभी-कभी हौसला कम हो जाता था, तो मम्मी-पापा और खासकर दीदी का काफी सपोर्ट रहता था। मेरी कामयाबी में इन तीनों का काफी सहयोग रहा।

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