शिक्षक/कर्मचारी

उत्तरा गोपाल को नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान …. आदिवासी बच्चों के बीच शिक्षा की अलख जगाने वाली उत्तरा को प्रमुख सचिव ने किया सम्मानित ….फेडरेशन ने भी दी बधाई..

जशपुर 17 अक्टूबर 2022। जरूरी ये नहीं कि आप पढ़ाई कितने घंटे करते हैं, जरूरी ये है कि आप कितने वक्त तक पढ़ाई को इंजॉय करते हैं। आपकी पढ़ाई में दिलचस्पी कितने देर की होती है, ऐसे में ये बेहद अहम है कि पढ़ाने वाला रोचकता के साथ आपको पढ़ाई कराये। पढ़ाई को रोचकता के साथ जोड़कर नवाचार कर रही एक ऐसी ही शिक्षिका उत्तरा गोपाल को शिक्षा विभाग ने सम्मानित किया।

घोर आदिवासी क्षेत्र में बच्चों के बीच शिक्षा की दीप जला रही उत्तरा गोपाल को शनिवार को राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। प्रमुख शिक्षा सचिव आलोक शुक्ला ने उत्तरा को सम्मानित किया। उत्तरा गोपाल फरसाबहार के प्राथमिक शाला कोरवाटली, जामटोली में पदस्थ हैं।

ये कोई पहला मौका नहीं है, जब उत्तरा गोपाल के नवाचार को सराहना मिली हो। इससे पहले जिला स्तरीय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न मिलने के बाद उत्तरा गोपाल ने बताया कि आज के दौर में किताबी ज्ञान कई बच्चों को निरस लगती है, ऐसे में नवाचार शिक्षा ना सिर्फ बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करती है, बल्कि उन्हें पढ़ाई रोचक भी लगती है।

उत्तरा गोपाल को मिले सम्मान पर सहायक शिक्षक फेडरेशन के खुशी जतायी है। जशपुर जिलाध्यक्ष अजय गुप्ता और जिले के सभी ब्लाक अध्यक्षों ने सम्मान मिलने पर उत्तरा गोपाल को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि बेहतर काम को हमेशा सराहना मिलती है। विभाग के प्रमुख की तरफ से मिला सम्मान बड़ी उपलब्धि है।

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