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SP संतोष सिंह के निजात अभियान का व्यापक असर: नशे को “ना” कहकर अब ग्रामीण गांव को बना रहे नशामुक्त, पुलिस की सख्ती के बाद नशे के सौदागरों में हड़कंप….

कोरबा 10 जनवरी 2023। नशे के खिलाफ एसपी संतोष सिंह का निजात अभियान अब शहर के साथ ही गांव में भी अपना व्यापक असर दिखाने लगा हैं। पुलिस के इस जमीनी अभियान का ही असर हैं कि नशे की लत में डूबे ग्रामीण ना केवल नशा छोड़ रहे हैं, बल्कि पूरे गांव को ही नशामुक्त बनाने का संकल्प ले रहे हैं। नशा को “ना” और जिंदगी को “हां” कहने वाले ऐसे ग्रामीणों से खुद एसपी संतोष सिंह ने मुलाकात कर उन्हे ना केवल प्रोत्साहित किया, बल्कि कभी भी जरूरत पड़ने पर उनके साथ पुलिस का पूरा साथ रहने का भरोसा भी दिलाया।

गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और डीजीपी अशोक जुनेजा सहित आई.जी. बी.एन.मीणा ने नशे के कारोबार के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दे रखे है हैं। ऐसे में कोरबा एस.पी.संतोष सिंह का नशे के खिलाफ चलाया जा रहा निजात अभियान आज पूरे प्रदेश में एक मिशान बनता जा रहा हैं। कोरबा जिला में जुलाई माह में पदस्थापना के बाद से ही एसपी संतोष सिंह ने पुलिस अधिकारियों को जिले में नशे के कारोबार के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई के साथ ही जन जागरूकता के जरिये लोगों को जागरूक करने का प्रयास शुरू किया गया था। निजात अभियान के तहत पुलिस की कार्रवाई और जन जागरूकता का ही असर हैं कि आज शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के युवा और बुजुर्ग जो एक वक्त तक नशे की लत में डूब चुके थे, वो अब नशे को “ना” कहकर जिंदगी को “हां” कहते हुए नशा छोड़ रहे हैं।

ताजा मामला बालको थाना क्षेत्र का हैं, यहां के ग्राम बाघमारा के दस ग्रामीणों ने नशे को “ना” कह कर नशा मुक्त जीवन की शुरुआत का संकल्प लिया हैं। निजात अभियान से जागरूक होकर नशा छोड़ने वाले ग्रामीणों की जानकारी मिलने के बाद मंगलवार को एसपी संतोष सिंह उन ग्रामीणों से खुद मिलने पहुंचे। नशा छोड़ चुके ग्रामीणों से मिलकर एसपी ने ना केवल उनका हौसला अफजाई किया, बल्कि जरूरत पढ़ने पर हर संभव मदद करने का भरोसा भी दिलाया गया। इसके साथ ही अन्य ग्रामीणों को नशे से दूर रहने के लिए एसपी ने प्रेरित भी किया गया। शराब का नशा छोड़ने वाले बुधवार ने बताया कि वह काफी दिन से नशा छोड़ने का प्रयास कर रहा था।

पुलिस के निजात कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वह काफी प्रभाति हुआ और उसे नशा से होने वाले नुकसान की जानकारी मिलने के बाद उसने नशा छोड़ने की ठान ली। बिरसो बाई ने कहा की महुआ छोड़ते ही जिंदगी बदल गई है और अब वह गांव के दूसरे लोगों को भी प्रेरित कर रही हैं।इस अवसर पर एसपी ने मौके पर मौजूद ग्रामीणों को पुरस्कार स्वरूप शाल वितरित किया गया। आपको बता दे कि एसपी संतोष सिंह के निजात अभियान का ही असर हैं कि अब ग्रामीण इस अभियान से जागरूक होकर ना केवल नशे से दूरी बना रहे हैं, बल्कि पूरे गांव को नशामुक्त बनाने की दिशा में संकल्प ले रहे हैं। एस.पी.संतोष सिंह ने बताया कि कटघोरा थाना क्षेत्र के ग्राम सलोरा और महेशपुर के ग्रामीणों ने लामबंद होकर गांव में नशाबंदी की घोषणा की है।

गौरतलब हैं कि एसपी संतोष सिंह ने निजात अभियान की नींव कोरिया जिला में एसपी रहते रखी थी। इस अभियान का व्यापक असर और लोगों को इसका सीधा फायदा होने पर इस अभियान को राजनांदगांव जिला में पोस्टिंग के दौरान भी लगातार जारी रखा गया। कोरबा जिला में पोस्टिंग के दौरान भी एसपी संतोष सिंह ने इस अभियान को जमीनी स्तर पर काफी जोर-शोर से शुरू किया गया। जिसका असर अब दिखने लगा है। पुलिस द्वारा निजात अभियान के तहत तीन चरणों में कार्यवाही की जाती है। अवैध नशे के कारोबार से जुड़े हुए अपराधियों पर जहां पुलिस सख्त कार्यवाही कर रही हैं, वही नशे के प्रति जन-जागरुकता अभियान के तीसरे चरण में नशे के आदी हो चुके लोगों का थाना स्तर पर काउंसलिंग कर नशे से दूर रहने हेतु आवश्यक चिकित्सा सुविधा और पुनर्वास की व्यवस्था की जाती है। कोरबा पुलिस द्वारा अब तक आधा दर्जन लोगों को बिलासपुर में नशा मुक्ति केंद्र में इलाज के लिए भर्ती भी कराया गया है।

6 महीने में पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से नशे के सौदागरों के बीच हड़कंप

कोरबा एसपी संतोष सिंह के निजात अभियान के तहत जिले के सभी थाना और चौकी क्षेत्रों में अवैध नशा के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई से नशे के सौदागर भूमिगत होने के साथ ही जिला छोड़ने पर मजबूर हैं। पिछले 6 माह में अभियान के दौरान पूरे जिले में नशा के विरुद्ध 675 से ज्यादा जन-जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए गए। ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए आबकारी एक्ट में अवैध शराब बिक्री के खिलाफ पिछले छह माह में 2008 प्रकरणों में 2071 आरोपियों को  गिरफ्तार किया गया। जिसमें गैर जमानतीय प्रकरणों में 205 लोग जेल भेजे गए। साथ ही 4794 लीटर अवैध शराब जप्त की गई। एनडीपीएस एक्ट के तहत 29 प्रकरणों में 32 आरोपी गिरफ्तार कर भारी मात्रा में गांजा, नशीले टेबलेट्स जप्त किया गया। ये कार्यवाही साल 2022 के पहले छह माह की तुलना में आबकारी एक्ट में तीन गुना और एनडीपीएस में दो गुना है। वहीं कोटपा एक्ट के तहत 6 माह में 475 लोगों पर जुर्माना किया गया, जो कि पिछले कई साल से शून्य था। नशे में ड्राइविंग करने वालों 575 लोगों पर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत न्यूनतम दस हजार का जुर्माने की कार्यवाही की गई और 910 लोगों का ड्राइविंग लाइसेंस निरस्तीकरण करवाया गया, जो 2021 की तुलना में दो गुना कार्रवाई है।

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