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शिक्षक को IPS बनकर ब्लैकमेल करने वाला गिरफ्तार…. शिक्षिका मां का बदला लेने के लिए बेटे ने शिक्षक के खिलाफ की प्लानिंग

प्रयागराज 11 अक्टूबर 2021। फर्जी आईपीएस बनकर परिषदीय स्कूल के शिक्षक को ब्लैकमेल करने वाला प्रतियोगी छात्र गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ ने उसे सिविल लाइंस से पकड़ा। इस दौरान वह बकायदा वर्दी पहने हुआ था। उसके कब्जे से मोबाइल, स्कूटी समेत उस शिक्षक से संबंधित कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिसको वह ब्लैकमेल कर रहा था। एसटीएफ ने उसे सिविल लाइंस पुलिस को सौंप दिया है, जिससे देर रात तक पूछताछ जारी रही।

मां का बदला लेने कर रहा शिक्षक को ब्लैकमेल

विपिन राजरूपपुर में किराए का कमरा लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है। उसकी मां सुमति देवी कौशांबी के मनकापुर प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक हैं। उसी स्कूल में सुशील सिंह भी शिक्षक हैं। अभियुक्त का आरोप है कि सुशील सिंह की जान पहचान बीआरसी से है। इसका फायदा उठाकर वह उसकी मां की ड्यूटी दूर लगवाकर परेशान करता है। इसका बदला लेने के लिए वह एसटीएफ का फर्जी आइपीएस बना। पता लगाया कि सुशील सिंह शिक्षक बनने पहले शिक्षा मित्र के रूप में फतेहपुर, धाता स्थित परसिद्धपुर प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत था। तब विपिन चौधरी वहां वर्दी पहनकर, किराए की गाड़ी व ड्राइवर लेकर परसिद्धपुर स्कूल पहुंचा। वहां उसने सहायक अध्यापक राजेश सिंह से वर्ष 2006 से 2019 तक की अध्यापकों की उपस्थिति रजिस्टर की छाया प्रति जांच के नाम पर ले ली। वहां रिसीविग प्रपत्र में अपना नाम रविद्र कुमार पटेल, आइपीएस एसटीएफ लखनऊ ब्रांच अंकित किया। उसने शिक्षा विभाग के दूसरे दफ्तरों से सुशील व राजेश के खिलाफ कई कागजात जुटाए और ब्लैकमेल करने की योजना बनाई। इसी बीच उसकी करतूत की जानकारी सीओ एसटीएफ को हुई। तब उन्होंने इंस्पेक्टर केसी राय और उनकी टीम को लगाया। रविवार शाम जैसे ही फर्जी आइपीएस हाईकोर्ट हनुमान मंदिर के पास शिक्षकों को ब्लैकमेल करने के लिए पहुंचा, गाड़ी टीम ने दबोच लिया। इसके सिविल लाइंस थाने में दाखिल किया।

शातिर के पास से बरामद सामान

एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए फर्जी आईपीएस अधिकारी के पास से आईपीएस की वर्दी उस पर लगी बैच, कैप, बेल्ट जिसे पहने था वह सब बरामद किया गया। इसी के साथ एक रिसीविंग जो प्राथमिक विद्यालय परसिद्धपुर धाता फतेहपुर की उपस्थिति रजिस्टर का रविन्द कुमार पटेल आईपीएस एसटीएफ ब्रांच लखनऊ 2061 के नाम थी। एक आधारकार्ड, तीन मोबाइल, एक स्कूटी, पिट्ठू बैग जिसमें कपड़े थे। एक डायरी, एटीएम कार्ड 56 उपस्थिति रजिस्टर की छाया प्रति, एक छायाप्रति कार्यभार ग्रहण आख्या सहायक अध्यापक सुशील कुमार सिंह, छयाप्रति नियुक्ति आदेश बीएसए कार्यालय कौशाम्बी सहायक अध्यापक सुशील के नाम का इसी तरह कुल 22 चीजें उसके पास से बरामद की गई हैं।

बताया पीएचक्यू गेस्टहाउस में हूं ठहरा

सिविल लाइंस थाने में फ्राड आईपीएस के खिलाफ राजेश सिंह पुत्र रामेश्वर सिंह निवासी सर्वोदयनगर अल्लापुर द्वारा तहरीर दी गई। पुलिस को बताया कि वह प्राथमिक विद्यालय परसिद्ध धाता फतेहपुर में सहायक अध्यापक है। कहा है कि फर्जी अधिकारी कार से विद्यालय पहुंचा और खुद का नाम रवीन्द्र कुमार पटेल आईपीएस एसटीएफ लखनऊ ब्रांच बताया था। कहा था कि वह शिक्षा मित्र की जांच में आया है। सुशील कुमार सिंह निवासी परसिद्धपुर धाता फतेह पुर उपस्थिति का पूर्ण विवरण चाहिए और शिक्षा मित्र का भी।

उसके द्वारा 2007, 2008,2010, 2013, 2014, 2018, 2019 के प्रत्येक पृष्ट की कॉपी लेकर रिसीव भी किया। सुशील सिंह उपरोक्त वर्तमान में प्राथमिक विद्यालय मनकापुर सरसवां कौशाम्बी में शिक्षा मित्र से समायोजित होकर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति है। ब्लैकमेल करते हुए दोनों को बताया कि वह पीएचक्यू गेस्ट हाउस में रुका है। यहीं मिलने के लिए सुशील के साथ उसे बुलाया था। दोनों पीएचक्यू पहुंचे तो हाईकोर्ट हनुमान मंदिर वाले चौराहे पर बुलाया था।

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