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शिक्षक न्यूज : पिछले साल के ट्रांसफर आर्डर पर इस साल ज्वाइनिंग …. शिक्षा विभाग में गजब हो गया…..जानकार बता रहे हैं गलत… NW NEWS से बोले DEO … गलत नहीं…

बिलासपुर 8 अगस्त 2022। …तो क्या 11 महीने पुराने ट्रांसफर आर्डर अब ज्वाइनिंग हो सकती है? अमूमन होता तो नहीं है, लेकिन शिक्षा विभाग में ऐसा हो सकता है। दरअसल पिछले कुछ दिनों एक महिला शिक्षिका के ट्रांसफर आर्डर का पुराना पत्र और नयी ज्वाइनिंग का आदेश सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। दरअसल एक महिला शिक्षिका का रायगढ़ से बिलासपुर तबादला हुआ है। जानकारी के मुताबिक आज से करीब 11 महीने पहले 14.09.21 को शिक्षा विभाग ने दो शिक्षकों का तबादला किया था। एक शिक्षक को दुर्ग से रायपुर और दूसरी महिला शिक्षक को रायगढ़ से बिलासपुर तबादला किया गया था।

नियम तो यही कहता है कि अगर किसी का तबादला होता है, तो उन्हें 10 से 15 दिन के भीतर ज्वाइनिंग कर लेना होता है, अगर ऐसा नहीं होता है तो या तो संबंधित कर्मचारी कार्रवाई होती है या फिर तबादला आदेश निरस्त हो जाता है। लेकिन संबंधित महिला शिक्षिका ने ना तो उन्हें पूर्व संस्थान से रिलिविंग ली और ना ही नये संस्थान में ज्वाइनिंग ली। अब करीब 11 महीने बाद उसी पुराने ट्रांसफर आर्डर के आधार पर अब शिक्षिका का तबादला रायगढ़ से बिलासपुर किया जा रहा है। अब इस ट्रांसफर पर सवाल उठ रहे हैं, जानकारों के मुताबिक ये ट्रांसफर नियम विरुद्ध है, क्योंकि नियम के मुताबिक अगर एक समय सीमा के भीतर कोई जवाइन नहीं करता है, तो वो आदेश निरस्त होना चाहिये या फिर शासन से मार्गदर्शन लेकर ही तबादला किया जाना चाहिये। हालांकि, इस मामले में बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी ने इसे नियमत: ही बता रहे हैं।

1 साल पुराने आदेश रायगढ़ DEO ने किया रिलीव

दरअसल महिला शिक्षिका तबादला के पूर्व से ही रायगढ़ के बजाय बिलासपुर के मस्तूरी में इंग्लिश मीडियम स्कूल में अटैच थी। नियम के मुताबिक अगर उनका तबादला हो गया था, तो उसी वक्त मस्तूरी इंग्लिश मीडियम स्कूल से अटैचमेंट खत्म कराना था और फिर रायगढ़ के मूल संस्थान में ज्वाइन कर अपने ट्रांसफर किये स्कूल बिलासपुर में ज्वाइन होना था, लेकिन इस प्रक्रिया को करते-करते करीब 1 साल लग गये और अब एक साल पुराने ट्रांसफर आर्डर के आधार पर उनकी ज्वाइनिंग हो रही है, तो सवाल उठना लाजिमी है। हालांकि इस मामले में हमने रायगढ़ डीईओ से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

मामले को लेकर क्या बोले बिलासपुर DEO

इस मामले को लेकर बिलासपुर जिला शिक्षा अधिकारी से जब NWNEWS24.COM ने बात की तो उन्होंने उसे नियमत: बताया। उन्होंने कहा कि …

शिक्षिका प्रतिनियुक्ति पर थी, तो पहले उन्हें उनके मूल शाला में भेजा गया और फिर मूल शाला से वो जहां तबादला किया गया, वहां ज्वाइनिंग के लिए भेजा गया। प्रतिनियुक्ति खत्म करने के लिए शासन को पत्र भेजा गया, वहां से पत्र आया, फिर उन्हे उनके मूल शाला में भेजा गया, तो एक तरह से देखें तो उनका दो-दो बार तबादला हुआ, इस मामले में पूरी पक्रिया का पालन किया गया है। नियम के मुताबिक ही पूरा काम हुआ है

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