बिग ब्रेकिंग

सरकार ने गरीबों को मुफ्त राशन देने की गरीब कल्याण अन्न योजना को और तीन महीने के लिये बढ़ाया….

नई दिल्ली 28 सितंबर 2022 : केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKAY) स्कीम को तीन महीने और बढ़ाने का एलान किया। इस स्कीम के तहत देश की 80 करोड़ जनता को मुफ्त राशन दिया जाता है। बता दें कि यह योजना 30 सितंबर को खत्म होने वाली थी लेकिन अब कैबिनेट ने इसे तीन महीने और यानि दिसंबर 2022 तक बढ़ा दिया है। इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी। स्कीम में विस्तार के बाद इसमें आने वाली लागत 44,700 करोड़ रुपये आंकी गई है।

वित्त मंत्रालय के मुताबिक तीन महीने तक मुफ्त राशन की स्कीम को आगे बढ़ाने से खजाने पर 45,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। सरकारी सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार ने अपने पास जमा खाद्यान्न के स्टॉक की समीक्षा करने के बाद यह फैसला लिया है। फिलहाल सरकार के पास बड़े पैमाने पर खाद्यान्न उपलब्ध है। इससे पहले चर्चाएं थीं कि शायद मुफ्त राशन की स्कीम को अब बंद कर दिया जाएगा, लेकिन इस फैसले को राजनीतिक लिहाज से भी देखा जा रहा है।

अगले तीन महीनों में गुजरात और हिमाचल में चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में स्कीम को तीन महीने के लिए बढ़ाने के फैसले को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है। कोरोना काल में केंद्र सरकार की ओर पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के नाम से इस स्कीम का ऐलान किया गया था। इसके तहत हर महीने प्रति व्यक्ति 5 किलो मुफ्त राशन दिया जाता है।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार की तरफ से योजना को कोव‍िड काल के दौरान अप्रैल 2020 में शुरू क‍िया गया था। बाद में मार्च 2022 में इसे छह महीने के ल‍िए बढ़ाकर स‍ितंबर तक कर द‍िया गया। अब सरकार ने एक बार फ‍िर इसे तीन महीने के ल‍िए बढ़ाकर द‍िसंबर 2022 तक कर द‍िया है। हालांक‍ि मीड‍िया र‍िपोर्ट में इसके छह महीने बढ़ाने की बात चल रही थी।

आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘ऐसे समय में जब दुनिया कोविड महामारी और अन्य कारणों से उत्पन्न विभिन्न समस्याओं से जूझ रही है, भारत ने आम लोगों के लिये चीजें सुलभ रखने को लेकर आवश्यक कदम उठाते हुए कमजोर वर्गों के लिये खाद्य सुरक्षा को सफलतापूर्वक बनाए रखा है।’’

इसमें कहा गया है, ‘‘महामारी के दौरान लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। इसको देखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) तीन महीने के लिये बढ़ाने का फैसला किया है ताकि गरीब और समाज के वंचित तबके को त्योहारों के दौरान मदद मिले और कोई समस्या नहीं हो।’’

Back to top button