CG:VIDEO-SECL माईंस की सीमा को बार्डर की तरह सील कर पोस्ट खोलने का सख्त निर्देश, कलेक्टर ने कहा खदान से अगर एक ढेला भी उठा तो ठीक नही होगा…..!
कोरबा 20 मई 2022 । कोरबा में SECL की खदानों से होने वाले कोयला चोरी को रोकने अंततः एसपी-कलेक्टर को ग्राउंड जीरों पर उतरना ही पड़ा। अफसर माईंस में पहुंचे तो इस पूरे अवैध कारोबार और खदान की सुरक्षा में बड़ी चुक सामने आने के बाद अब खुद एसईसीएल के अफसर सवालों के घेरे मेें आ गये हैं। ऐसे में कलेक्टर रानू साहू ने SECL और CISF के अफसरों को 2 दिन के भीतर गांव से लगे खदान क्षेत्र को बार्डर की तरह सील बंद करने के साथ ही इन क्षेत्रों पोस्ट खोलने का सख्त निर्देश दिया है। कलेक्टर ने अफसरों का चेताते हुए साफ कर दिया है कि अगर खदान से एक ढेला भी उठा तो ठीक नही होगा।
गौरतलब हैं कि एशिया की सबसे बड़ी कोयला खदानों में सुमार गेवरा-दीपका और कुसमुंडा माईंस में कोल माफियाओं के इशारे पर ग्रामीण बड़े पैमाने पर कोयले की चोरी कर रहे है। दिन के उजाले में सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण जान जोखिम में डालकर खदान में उतरकर रोजाना हजारों टन कोयले की चोरी कर माफियाओं को कौढ़ी के दाम में बेच रहे हैं। एसईसीएल गेवरा खदान का ऐसा ही एक विडियों सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। दिनदहाड़े खदान से हो रही कोयले की चोरी का ये विडियों सामने आने के बाद कलेक्टर रानू साहू और एसपी भोजराम पटेल ने मामले को गंभीरता से लिया। सुबह से ही कलेक्टर-एसपी सहित माईनिंग विभाग के अधिकारी एसईसीएल की गेवरा दीपका खदान के निरीक्षण पर पहुंचे।
खदान क्षेत्र के मुहाने तक पैदल पहुंचकर जब कलेक्टर और एसपी ने जमीनी हकीकत जानने का प्रयास किया, तो पता चला कि गांव से लगे खदान के पास बकायदा अवैध तरीके से पूल निर्माण कर ग्रामीण सीधे खदान के अंदर पहुचने का रास्ता बनाये हुए है। लेकिन इस रास्ते को कभी बंद करने का प्रयास ना तो एसईसीएल प्रबंधन ने किया और ना ही सुरक्षा में तैनात CISF ने……लिहाजा कलेक्टर ने खुद ही मौके पर पोकलेन मशीन बुलवाकर उस पूल को ढहाकर रास्तें में गडढा करवाकर बाधित किया गया। इसके बाद जैसे ही कलेक्टर आगे बढ़ी तो कई जगह पर खदान क्षेत्र में सुरक्षा की बड़ी खामिया सामने आई, जिस पर सवाल करने पर सीआईएसएफ और SECL के अफसर गोलमोल जवाब देते नजर आये।
इस बात से नाराज कलेक्टर रानू साहू ने अफसरों की मौके पर ही क्लास लगा दी, और खदान से होने वाली चोरी पर रोक लगाने के लिए 2 दिन के भीतर गांव से लगे खदान के प्रवेश मार्ग को बार्डर की तरह कटीले तार से सील करने के साथ ही सीआईएसएफ का पोस्ट खोलकर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने का निर्देश दिया गया।
NW न्यूज से चर्चा में कलेक्टर रानू साहू ने बताया कि एसईसीएल की कोल माईस में कोयला चोरी और उससे जुड़ी विडियों वायरल होने की खबर मिली थी। इस संदर्भ में आज एसईसीएल के माईंस में संयुक्त रूप से जांच करने पहुंचे थे। लेकिन यहां सुरक्षा व्यवस्था में कई गंभीर खामिया मिली, जिसे लेकर एसईसीएल और सीआईएसएफ की बड़ी लापरवाही सामने आई हैं। कलेक्टर ने बताया कि फरवरी महीने में ही एसईसीएल और सीआईएसएफ की बैठक लेकर कोयला चोरी पर नकेल कसने के लिए खदान की सीमा में कटीले तार के साथ ही गडढे खोदने के निर्देश दिये गये थे, ताकि गांव के लोग खदान में घुस ना सके। इस निर्देश के 3 महीने बाद भी एसईसीएल प्रबंधन ने कोई कार्य मौके पर नही कराया गया, जो कि गंभीर लारवाही है। कलेक्टर रानू साहू ने साफ किया कि एसईसीएल प्रबंधन और सीआईएसएफ को बार्डर की सीमा की तरह कटीले तार से गांव से लगे खदान क्षेत्र को सील बंद करने के साथ ही सीआईएसएफ का पोस्ट खोलने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद अगर खदान से एक ढेला भी उठता हैं, तो फिर ठीक नही होगा।
कलेक्टर रानू साहू के तल्ख तेवर के बाद एसईसीएल के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था में तैनात सीआईएसएफ के बीच हड़कंप मचा हुआ है। प्रबंधन ने जहां 48 घंटे में दिये गये निर्देश को पूरा करने का आश्वासन दिया है। वही कलेक्टर ने एसईसीएल के साथ ही माईनिंग की टीम को अवैध कोयला परिवहन पर सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।