ब्रेकिंग: स्कूलों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू, विभाग ने मांगी जानकारी, अतिशेष शिक्षकों के नाम भी… युक्तियुक्तकरण का ये होगा आधार

रायपुर 30 जुलाई 2024। स्कूलों में युक्तियुक्त की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। सदन में मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अब जिलों से छात्रों की संख्या और शिक्षकों के कार्यरत और स्वीकृत पदों की जानकारी मांगी गयी है। सरकार की तरफ से कलेक्टर को मिले निर्देश के बाद अब शिक्षा विभाग की तरफ से सभी बीईओ को पत्र जारी कर दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक विद्यालय में दर्ज संख्िया के आधार पर स्वीकृत, कार्यरत और रिक्त शि7कों की और अतिशेष शिक्षकों की तथा अतिशेष में आने वाले शिक्षकों के नाम और विद्यालयों के युक्तियुक्तकरण के लिए 10 से कम विद्यार्थीवाले स्कूलों की सूची निर्धारित प्रपत्र में तैयार कर हार्ड व साफ्ट कॉपी में मांगी गयी है। सूरजपुर सहित कई जिलों से इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिया गया है। माना जा रहा है कि विभाग जल्द ही युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूरी कर लेगी।

इससे पहले 22 जुलाई को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विधानसभा में प्रश्नकाल में स्कूल शिक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में शिक्षकों और विद्यार्थियों का अनुपात राष्ट्रीय अनुपात से बेहतर है। उन्होंने बताया कि देश में 26 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक हैं जबकि प्रदेश में 21 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक है। शिक्षकों की पदस्थापना में अब तक कुछ अव्यवस्थाएं थी। जिसके कारण शिक्षकों की कमी परिलक्षित हो रही थी।

इन कारणों से सर्वप्रथम युक्तियुक्तकरण करना पहली प्राथमिकता होगी। कुछ स्कूलों में जहां विषय संकाय है वहां शिक्षक नहीं है जहां विषय संकाय नहीं है वहां शिक्षक हैं। कुछ स्थानों पर राज्य के अनुपात से भी बहुत कम विद्यार्थियों पर शिक्षक है। कुछ स्थानों पर तो 4-5 विद्यार्थी पर एक शिक्षक है। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया हेतु ऐसे स्कूलों का चिन्हांकन किया जा रहा है और शीघ्र ही सभी स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना कर दी जाएगी। इससे सभी स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध हो जाएंगे और शिक्षा का स्तर और भी अच्छा हो जाएगा।

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मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शिक्षकों की व्यवस्था के साथ ही अधोसंरचना विकास पर भी हम काम कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में शिक्षक और विद्यार्थियों का अनुपात राष्ट्रीय औसत से भी बेहतर है। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूरी होने से सभी स्कूलों में शिक्षक मिल सकेंगे। साय सरकार द्वारा किये जा रहे युक्तियुक्तकरण का सकारात्मक असर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर पड़ेगा और ऐसे स्कूलों में भी शिक्षक मिल जाएंगे जहां शिक्षकों की कमी की वजह से शिक्षा प्रभावित हो रही है।

 

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