पॉलिटिकल

CG पूर्व मंत्री केदार कश्यप सहित 200 से अधिक बीजेपी कार्यकर्ता गिरफ्तार, पुलिस छावनी में तब्दील हुआ शहर, अलग-अलग थानों में किया गया……..

 

जगदलपुर 8 फरवरी 2022 । कांग्रेस पार्षद कोमल सेना के खिलाफ FIR की मांग को लेकर जगदलपुर बंद करवाने निकले भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व मंत्री केदार कश्यप सहित करीब 200 से भी ज्यादा पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जिले के अलग-अलग थाना में ले जाया गया है। गिरफ्तार किये जाने वाले नेताओं में पूर्व मंत्री केदार कश्यप, किरणदेव, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष संजय पांडेय, भाजपा जिलाध्यक्ष रूप सिंह मंडावी और युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव समेत कई पार्टी पदाधिकारियों की भी गिरफ्तारी की गई है।

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्षद कोमल सेना पर आवास का लाभ दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपए से ज्यादा कि धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगा है। वार्ड के 40 से ज्यादा हितग्राहियों ने प्रधानमंत्री आवास का लाभ लेने के लिए 25-25 हजार रुपए महिला पार्षद को देने का आरोप लगाया है। इस मुददे पर बीजेपी ने एक बार फिर प्रदेश सरकार को घेरने का प्रयास किया गया और आज मंगलवार को जगदलपुर बंद का आहवान किया गया था।

मंगलवार की सुबह करीब 8 बजे से ही भाजपा के कार्यकर्ता शहर के अलग-अलग जगह इकट्ठा होना शुरू हो गये थे। जब घरों से निकल कर कुछ कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे थे, तभी उन्हें घर के सामने से ही पुलिस ने उठा लिया। पुलिस की बसों में कार्यकर्ताओं को बिठा कर बड़ाजी, नगरनार, परपा और लोहंडीगुड़ा थाना में लाया गया है। भाजपा नेताओं ने पुलिस की इस कार्रवाई को गुंडाराज बताया है। भाजपाइयों ने कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ जबरन कार्रवाई कर रही है।

वहीं पुलिस ने शहर बंद आंदोलन में शामिल पूर्व मंत्री केदार कश्यप को नगरनार थाना में ले जाया गया है। पूर्व मंत्री के साथ ही सैकड़ों कार्यकर्ता भी शामिल हैं। केदार कश्यप ने कहा है कि कांग्रेस पार्षद के भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा पीड़ितों के साथ पिछले 25 दिनों से आंदोलन कर रही है। लेकिन सरकार के दबाव में प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, उल्टे पीड़ितों को उनके घर से बेघर करने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा ने आज शांतिपूर्ण तरीके से आज नगर बंद का आह्वान किया था। लेकिन सरकार के दबाव में आकर पूरे नगर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया, ताकि यह बंद विफल हो जाये।

पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहां है कि सरकार आज ऐसे लोगों के साथ में है जो लोग गरीबों पर अत्याचार करते हैं। मुख्यमंत्री के कहने के बाद भी इतने दिनों में केवल जांच ही चल रही है। अभी तक FIR दर्ज नहीं हो सका है, जो कि यह शर्मनाक है। कानून व्यवस्था पूरी तरीके से ध्वस्थ हो चुका है।

 

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