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स्कूल प्राचार्य पर बेहद गंभीर आरोप: DEO को शिकायत पर नहीं हुई कार्रवाई तो कलेक्टर के सामने समिति ने खोला मोर्चा….कलेक्टर को दो टूक- 7 दिन में नहीं बदले प्राचार्य तो तालाबंदी…..कलेक्टर ने DEO से मांगा प्रतिवेदन, राज्य शासन को लिखा….

धमतरी 3 सितंबर 2021 । लाख कोशिशों के बावजूद कई शिक्षक शिक्षा के मंदिर की गरिमा गिराने से बाज नहीं आ रहे हैं। आए दिन स्कूलों में शिक्षकों के शराब पीकर आने की शिकायतें मिल रही है। कार्यवाईयां भी होती है, बावजूद कुछ शिक्षक सुधरने को तैयार ही नहीं होते। ऐसा ही एक मामला धमतरी जिले के सिहावा क्षेत्र के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिहावा का है। जहां प्राचार्य केएस ठाकुर की शिकायत स्थानीय ग्रामीणों और शाला प्रबंधन विकास समिति ने सीधे कलेक्टर से की है। हालांकि शाला प्रबंधन विकास समिति ने इससे पहले डीईओ से भी शिकायतें की थी, लेकिन किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई।

लिहाजा कलेक्टर से दो टूक शाला प्रबंधन विकास समिति ने कहा है कि अगर प्राचार्य को तत्काल नहीं हटाया गया, तो 7 दिन के भीतर स्कूल में तालाबंदी कर दी जाएगी। इससे पहले गुरुवार को शाला प्रबंधन विकास समिति के अध्यक्ष जितेंद्रवीर नाग, सिहावा उपसरपंच महेंद्र धेनुसेवक, पिंकी यदु और प्रवीण गुप्ता सहित कई लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर पीएस एल्मा से मुलाकात की। ग्रामीणों ने शिकायत की है कि पिछले 2 वर्ष से प्राचार्य कुलदीप सिंह ठाकुर सिहावा में पदस्थ है। उनकी पोस्टिंग के बाद से ही स्कूल में व्यवस्था चरमरा गई है । ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि प्राचार्य ठाकुर हर दिन स्कूल भी नहीं आते स्कूल आने पर भी वो लगातार शराब के नशे में होते हैं। लिहाजा पढ़ाई के साथ साथ कर्मचारियों के साथ वो दुर्व्यवहार करते हैं। वो ना तो नियमित रुप से स्कूल में रहते हैं और ना ही बच्चों की पढ़ाई और प्रबंधन की व्यवस्था पर ध्यान देते हैं।

लिहाजा स्कूल के व्यवस्था पर इसका काफी बुरा प्रभाव देखने को मिल रहा है। शाला विकास समिति के अध्यक्ष ने बताया कि पहले भी इस मामले में DEO से शिकायत की जांच चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। आपको बता दें कि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिहावा इलाके के सबसे बड़े स्कूलों में से एक हैं। सैंकड़ो बच्चे यहां पढ़ते हैं। शाला विकास समिति ने इस संदर्भ में प्राचार्य से भी बात की है, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं आया। आखिरकार बच्चों की पढ़ाई को देखते हुए शाला प्रबंधन विकास समिति के लोगों ने कलेक्टर से इसकी शिकायत की है। कलेक्टर को कहा गया है कि अगर 7 दिन के भीतर व्यवस्था नहीं बदली तो स्कूल में तालाबंदी करने के लिए बाध्य होंगे। वहीं इस मामले में कलेक्टर पीएस एलमा ने बताया कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सिहावा से शाला प्रबंधन विकास समिति के लोग आये थे। उनका कहना है कि वहां पदस्थ प्राचार्य स्कूल नहीं आते और जब भी आते हैं तो शराब का सेवन आते हैं उनका प्रबंधन ठीक नहीं है और पढ़ाई भी वह नहीं कराते। यह शिकायत पहले भी आई थी और इस पर कार्रवाई करने के लिए शासन को लिखा गया है। डीईओ से प्रतिवेदन बुलाकर इस मामले में कार्यवाही की जाएगी।

 

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