हेडलाइन

VIDEO : “राज्यपाल अगर जिद पर अड़ी है तो हम जवाब भेजवा देंगे”…आरक्षण बिल पर टालमटोल से नाराज CM भूपेश का बड़ा बयान.. बोले-अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर…

रायपुर 22 दिसंबर 2022। आरक्षण को लेकर सरकार और राजभवन में ठन गयी है। राज्यपाल एक तरफ जहां अपने रूख पर कायम है, तो दूसरी तरफ सरकार की तरफ से शब्दों के तीर जारी है। दिल्ली से कल लौटी राज्यपाल अनुसूईया उईके ने साफ कर दिया है कि सरकार से मांगे गये जवाब पर संतुष्ट होने के बाद ही आरक्षण बिल पर वो विचार करेंगी। इस दौरान एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, गृहमंत्री से चर्चा हुई है। राज्यपाल ने कहा कि आरक्षण विधेयक पर मैंने सरकार से जवाब मांगे हैं। जैसै ही उसका जवाब सरकार की ओर से आता है, तो उस पर मैं विचार करूंगी।

इस बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो उन्होंने जवाब मांगा है, वो उनके अधिकार क्षेत्र के बाहर की बात है। अगर, राज्यपाल उसी हठ पर अगर अड़ी हुई है, तो वो जवाब भेज देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर नहीं होने से बच्चों को नुकसान हो रहा है। उनके कहने पर ही विशेष सत्र बुलाया गया था, उन्होंने कहा था कि एक मिनट भी नहीं लगेगा और वो हस्ताक्षर कर देंगी, लेकिन अब 20 दिन से ज्यादा हो गया है, अभी तक हस्ताक्षर नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरक्षण बिल पर तुरंत हस्ताक्षर किया जाना चाहिये। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि …

“वैसे उनके अधिकार क्षेत्र के बाहर की बात है, लेकिन अगर वो उसी पर अड़ी हुई हैं, तो जवाब भेज देंगे, जवाब भेजने में कितना देर लगता है। वैसे ये उनके अधिकार क्षेत्र के बाहर है। विधानसभा से हो चुका है पारित, तो इसमें विभाग थोड़े ना जवाब देगा। लेकिन, अपने हठधर्मिता पर अड़ी हुई है और नियम से बाहर जाकर भी काम करना चाहती है, हमको कोई तकलीफ नहीं है। प्रदेश और बच्चों के हित के लिए हम किसी भी तरह का अड़ंगा नहीं होने देंगे। वो चाहती है कि उनकी जिद पूरी हो तो हम भेजवा देंगे”

भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ

Back to top button