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VIDEO-“क्वांटिफायबल डाटा देना जरूरी नहीं”…. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दो टूक.. हस्ताक्षर करें या वापस करें..

रायपुर 25 जनवरी 2023। आरक्षण को लेकर तल्खी जारी है। मार्च तक रूकने को लेकर आये बयान राज्यपाल के बयान के बाद से बढ़े गतिरोध के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज एक बार फिर प्रतिक्रिया दी है। दरअसल राजभवन से कल एक बयान जारी हुआ था, जिसमें ये कहा गया था कि क्वांटीफायबल डेटा भी अभी तक सरकार ने उपलब्ध नहीं कराया है। वहीं अलग-अलग बिंदुओं पर राजभवन की तरफ से बातें कही गयी थी। आज उन बातों को मुख्यमंत्री ने अपनी प्रतिक्रियादी है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि क्वांटीफायबल डेटा देना जरूरी नहीं है, फिर चाहे राज्यपाल हस्ताक्षर करें या फिर उसे वापस लौटा दें।

क्वांटिफायबल डाटा देना कोई जरूरी नहीं है, जो बिल विधानसभा का है। उसमें आर्टिकल 200 हिसाब से उसमें फैसले होंगे या तो हस्ताक्षर करें या तो वापस करें। मतलब उसमें यह भी लिखा है कि जितना जल्दी हो सके उसमें हस्ताक्षर करें । 2 दिसंबर का यह विधानसभा का फैसला है। आज 25 जनवरी हो गया, कितने दिनों तक लटका कर रखेंगे, अधिकारों का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।

भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री

वहीं मुख्यमंत्री भूपेश ने इस दौरान भाजपा पर भी जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कर्नाटक में बढ़े आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर हो सकता है, तो फिर यहां क्या दिक्कत है।

यह आरक्षण का बिल है। देश में कई जगह पर लागू है, तो फिर इसमें हस्ताक्षर करने में क्या तकलीफ आ रही है। जो कर्नाटक में आप कर सकते हैं, तो यहां क्यों नहीं कर सकते हैं। कर्नाटक के राज्यपाल का अलग दायित्व है और यहां के राज्यपाल का अलग दायित्व है, क्योंकि वहां पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। वहां पर आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर कर सकते हैं और यहां पर नहीं कर सकते। ये दोहरा चरित्र ना चले।

भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री

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