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VIDEO : हे भोलेनाथ! DA-HRA दिला दे….शिवालयों में शिक्षकों ने जलाभिषेक कर भगवान शंकर से मांगी मनोकामना ..अनिश्चितकालीन हड़ताल से पहले इस तरह से हुई पूजा-अर्चना..तीनों नेतृत्वकर्ता…. देखिये हड़ताल से हाहाकार

रायपुर 25 जुलाई 2022।…महंगाई भत्ता और HRA को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरूआत हर-हर महादेव के नारे से साथ हुई। सैकड़ों शिक्षक प्रदेश के अलग-अलग शिवालयों में पहुंचे और सावन सोमवार पर भगवान भोले को जल अर्पित कर महंगाई भत्ता और गृहभाड़ा भत्ता के दंश से मुक्ति की मुराद मांगी। अनिश्चितकालीन हड़ताल की अगुवाई कर रहे संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे और विकास राजपूत खुद भी देवालय में जलाभिषेक करने पहुंचे।

इससे पहले कर्मचारियों- शिक्षगकों की हड़ताल ने पहले ही दिन हाहाकार मचा दियाहै। हड़ताल की गूंज विधानसभा में भी सुनाई पड़ी। प्रदेश के अधिकांश दफ्तर बंद हैं….स्कूलों में ताला लटका है…निगम-अस्पताल से लेकर हर सरकारी संस्था में काम बुरी तरह से से प्रभावित हुआ है। अहम बात ये है कि इस हड़ताल में राजपत्रित अधिकारी भी शामिल हो रहे हैं, लिहाजा पूरे दफ्तर सूने हो गयेहैं। अधिकारी, कर्मचारी तो छोड़िये वाहन चालक और चपरासी तक महंगाई भत्ता और गृहभाड़ा भत्ता को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। प्रदेश में 4 लाख के करीब कर्मचारी आज से हड़ताल पर चले गये हैं।

शिक्षक के तीन संगठन आज से अनिश्चतकालीन हड़ताल पर

टीचर्स एसोसिएशन, शालेय शिक्षक संघ और नवीन शिक्षक संघ ने संयुक्त रूप से अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया है। आज पूरे प्रदेश में तीनों शिक्षक संगठन से जुड़े लोगों ने भगवान शिव की अराधना के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत की। खुद टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा… शालेय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे और नवीन शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास राजपूत हड़ताली शिक्षकों के साथ अगल-अलग शिवालयों में पहुंचे और पहां सावन की सोमवारी पर जलाभिषेक कर भगवान भोले से महंगाई भत्ता और HRA के दंश को हरने की मुराद मांगी।

प्रदेश के हजारों स्कूलों में लटका ताला

शिक्षकों के निश्चित और अनिश्चितकालीन हड़ताल का सबसे ज्यादा असर स्कूलों में पड़ा है। पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हुई है। यहां तक की मध्याह्न भोजन तक बच्चों को नहीं मिल पाया है। शिक्षकों ने दो टूक कहा है जब तक महंगाई भत्ता केंद्र के अनुरूप नहीं होगा, तब तक वो हड़ताल से नहीं हटेंगे। आपको बता दें कि प्रदेश में एक तरफ कर्मचारी संगठन 5 दिनों के लिए हड़ताल पर हैं, तो वहीं दूसरी तरफ शिक्षक संगठन ने एक मंच पर आकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतर गये हैं।

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