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VIDEO- घसीटते हुए पुलिस ले गयी महिला पहलवानों को, सड़क पर गिरीं फोगाट बहनें, हाथ में तिरंगा

नयी दिल्ली 28 मई 2023। पहलवानों के धरने को लेकर दिल्ली पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है। रविवार को महिला पहलवानों और दिल्ली पुलिस में जमकर झूमा झटकी हुई। जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर मार्च कर रहे पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने रास्ते में ही हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से पहलवानों का तंबू भी हटा दिया है। पहलवानों के समर्थन में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘खिलाड़ियों की छाती पर लगे मेडल हमारे देश की शान होते हैं।

उन मेडलों से, खिलाड़ियों की मेहनत से देश का मान बढ़ता है। भाजपा सरकार का अहंकार इतना बढ़ गया है कि सरकार हमारी महिला खिलाड़ियों की आवाजों को निर्ममता के साथ बूटों तले रौंद रही है। ये एकदम गलत है, पूरा देश सरकार के अहंकार और इस अन्याय को देख रहा है। दरअसल, बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों ने नए संसद भवन तक शांतिपूर्ण मार्च का ऐलान किया था।

पहलवान पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक 11 बजकर 30 मिनट पर नए संसद भवन के लिए निकले. दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग कर रखी थी. 28 मई को दिल्ली के जंतर-मंतर से नई संसद की ओर महापंचायत करने जा रहे पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. पुलिस से संसद भवन जाने के लिए रोके जाने पर दोनों के बीच बहस हो गई थी. जिसके बाद पुलिस पहलवानों को घसीटते हुए अपने साथ ले गई.

पहलवान अपने तय कार्यक्रम के अनुसार, संसद भवन की ओर प्रदर्शन करने के लिए निकले थे. जिन्हें रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेड लगाए थे, जिसे हटाकर पहलवान आगे बढ़ रहे थे. पहलवानों का कहना है कि वह शांतिपूर्ण ​मार्च निकाल रहे थे. पहलवानों ने इसे अपना अधिकार बताया और दिल्ली पुलिस पर देश विरोधी कहने का भी आरोप लगाया. पहलवानों ने दिल्ली में बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में ‘महिला सम्मान महापंचायत’ का आह्वान किया था. अब पहलवानों को हिरासत में लेने के बाद साथ ही पुलिस ने जंतर-मंतर से तंबू भी उखाड़ दिए.

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