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CG: शिक्षकों के अटैचमेंट पर कलेक्टर की सख्ती,इस जिले में शिक्षकों का अटैचमेंट किया गया समाप्त ….मचा हड़कंप

बिलासपुर 5 सितंबर 2023। बिलासपुर कलेक्टर संजीव कुमार झा ने सालों से गैर शिक्षकीय कार्य में लगे शिक्षकों को लेकर सख्ती दिखायी है। कलेक्टर ने सभी विभाग प्रमुखों को आदेश जारी कर ऐसे शिक्षकों का अटेचमेंट तत्काल प्रभाव से समाप्त कर मूल संस्था के लिए भारमुक्त करने का आदेश जारी किया है। कलेक्टर के इस आदेश के बाद से ऐसे सैकड़ों शिक्षकों के बीच हड़कंप मचा हुआ है, जो दूसरे विभाग में अटेच होकर अपने मूल कार्य से पृथक चल रहे थे। बताया जा रहा है कि बिलासपुर जिला में ऐसे 200 से भी अधिक शिक्षक है, जो कि स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने की जगह दूसरे विभागों में अपनी सेवांए दे रहे है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर लगातार सरकार प्रयासरत है। लेकिन सरकारी स्कूलों में आज भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में शिक्षकों की कमी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में दूर-दूराज क्षेत्र के स्कूलों में पदस्थ शिक्षक स्कूल जाने से बचने के लिए अपना अटैचमेंट मुख्यायल के अलग-अलग विभागों में करा रखा है। इस गंभीर मामले पर बिलासपुर कलेक्टर संजीव कुमार झा ने संज्ञान लिया है। कलेक्टर ने बिलासपुर जिला में अपने मूल कार्य की जगह दूसरे विभागों में गैर शिक्षकीय कार्य करने वाले ऐसे ही शिक्षकों के लिए आदेश जारी किया है।

कलेक्टर ने जिला प्रशासन के सभी विभाग प्रमुखों को आदेश जारी कर कहा है कि कई कार्यालयों में शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों को अटैच किया गया है। जिसके कारण स्कूलों में शिक्षकों की कमी हो गई और पढ़ाई प्रभावित हो रही है। यह उचित नहीं है। अतः गैर शिक्षकीय कार्य में लगे ऐसे सभी शिक्षको को तत्काल उनके मूल संस्था के लिए भारमुक्त करने का आदेश कलेक्टर ने दिया है।स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रमोशन घोटाला होने के बाद प्रदेश भर के शिक्षकों के प्रमोशन और पदस्थापना के लिए जारी संशोधित आदेश को निरस्त कर दिया है। इसमें बड़ी संख्या में बिलासपुर संभाग के भी शिक्षक हैं।

दूसरी ओर कलेक्टर ने अलग-अलग विभागों में अटैच शिक्षकों पर सख्ती दिखाते हुए उन्हें स्कूलों में वापसी का आदेश दिया है। जिसके बाद से शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने बताया कि कई कार्यालयों में शिक्षक संवर्ग के कर्मचारियों को अटैच किया गया है। जिसके कारण स्कूलों में शिक्षकों की कमी हो गई और पढ़ाई प्रभावित हो रही है। यह उचित नहीं है। इसे लेकर ऐसे गैर शिक्षकीय कार्य में लगे शिक्षकों के लिए आदेश जारी किया गया है। इस आदेश के बाद शिक्षकों के अपने मूल संस्था में वापसी से स्कूलों में शिक्षकों की कमी की समस्या काफी हद तक कम होने की उम्मींद है।

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