अध्यातम

ग्रहण में क्या करें और क्या न करें…और किन किन बातों का रखें ख्याल…

रायपुर 25 अक्टूबर 2022: आज सूर्य ग्रहण की खगोलीय घटना घटित होने जा रही है। इस साल कार्तिक महीने में दो ग्रह का योग घटित होने जा रहा है। प्रथम खंड ग्रास सूर्य ग्रहण 25 अक्तूबर को व दूसरा खग्रास चंद्रग्रहण आठ नवंबर के दिन घटित होगा। यह दोनों ही ग्रहण भारत में दिखाई देंगे। इस खंडग्रास सूर्य ग्रहण का स्पर्श दोपहर 2:28 पर रहेगा। ग्रहण का मध्यकाल शाम 4:30 बजे रहेगा और ग्रहण का समाप्ति काल शाम 6:32 मिनट 16 सेकंड पर रहेगा। ग्रहण का पर्व काल 4 घंटे 3 मिनट 56 सेकंड का होगा। इसका सूतक काल 25 अक्तूबर सूर्योदय से पहले रात्रि 2:30 बजे प्रारंभ होगा।

जब भी कोई ग्रहण लगता है उसके पहले सूतक काल आरंभ हो जाता है। सूर्यग्रहण होने पर 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण लगने पर 5 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। सूतक काल को अशुभ माना गया है इसलिए सूतक लगने पर पूजा-पाठ,धार्मिक अनुष्ठान और शुभ काम नहीं किए जाते हैं। मंदिर के पट बंद दो जाते हैं। ग्रहण में न तो खाना पकाया जाता है और न ही खाना खाया जाता है। ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप और ग्रहण के बाद गंगाजल से स्नान और दान किया जाता है। ग्रहण की समाप्ति होने पर पूरे घर में गंगाजल से छिड़काव किया जाता है।

क्या न करें
ग्रहण के दौरान कभी भी कोई शुभ काम या देवी-देवताओं की पूजा नहीं करनी चाहिए।
ग्रहण के दौरान न ही भोजन पकाना चाहिए और न ही कुछ खाना-पीना चाहिए।
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं का ग्रहण नहीं देखना चाहिए और न ही घर से बाहर जाना चाहिए।
ग्रहण के दौरान तुलसी समेत अन्य पेड़-पौधों नहीं छूना चाहिए।

क्या करें
ग्रहण शुरू होने से पहले यानी सूतक काल प्रभावी होने पर पहले से ही खाने-पीने की चीजों में पहले से तोड़े गए तुलसी के पत्ते को डालकर रखना चाहिए।
ग्रहण के दौरान अपने इष्ट देवी-देवताओं के नाम का स्मरण करना चाहिए।
ग्रहण के दौरान इसके असर को कम करने के लिए मंत्रों का जाप करना चाहिए।
ग्रहण खत्म होने पर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।

सूर्य ग्रहण पर गर्भवती महिलाएं किन-किन बातों का रखें ध्यान?
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सूतक काल में घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ हर किसी को इस समय कुछ खास सावधानियां बरतनी चाहिए। ग्रहण के समय खास परहेज करने की आवश्यकता होती है। सूर्य ग्रहण का प्रभाव किस व्यक्ति पर कैसा हो यह स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता है, लेकिन खुद के साथ गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत अच्छी बनी रहे, इसके लिए घर से बाहर ना ही निकलें तो बेहतर होगा।

सूर्य ग्रहण में प्रेग्नेंट महिलाएं क्या करें, क्या ना करें

  1. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान भोजन करने से बचना चाहिए। ऐसा भी कहा जाता है कि ग्रहण के दुष्प्रभाव से खाना भी दूषित हो सकता है। बेहतर है कि भोजन में तुलसी की पत्तियां, गंगाजल पहले ही मिला दें।
  2. यदि आप गर्भवती हैं तो सूर्य ग्रहण के दौरान कैंची, चाकू, छुरी आदि चीजों के इस्तेमाल से बचें। साथ ही आप सिलाई-कढ़ाई भी ना करें तो अच्छा है, क्योंकि सुई का भी इस्तेमाल करने की मनाही होती है। इनका यूज करने से बच्चे पर नकारात्मक असर हो सकता है।
  3. जब तक सूर्य ग्रहण आपके शहर में दिखाई दे, तब तक आप घर से बाहर ना जाएं। यदि आप चाहती हैं कि आपके बच्चे को कोई हानि ना हो तो आप अपने पेट पर गेरू लगा सकती हैं।
  4. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटने से भी बचना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से गर्भ में पल रहे शिशु का विकास सही तरीके से नहीं होता है।
  5. आपको किसी भी तरीके से सूर्य ग्रहण देखने से भी बचना चाहिए। इससे सेहत पर नकारात्मक असर हो सकता है। सूर्य ग्रहण की किरणें आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं। ऐसे में घर की खिड़कियों को भी बंद करके ही रखें।
  6. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दौरान आप सोने से बचें और हनुमान चालीसा और मां दुर्गा का पाठ करें. इससे नकारात्मक शक्तियां जल्दी ही दूर हो जाएंगी। जब सूर्य ग्रहण समाप्त हो जाए तो स्नान अवश्य करें और साफ कपड़े पहनें।

Back to top button