भगवान राम को लेकर ऐसा क्या बोले “दृष्टि IAS” के संस्थापक…की हो रही बैन करने की मांग….देखिये वीडियो
नई दिल्ली 11 नवंबर 2022 Dr. Vikas Divyakirti ‘दृष्टि IAS’ कोचिंग इंस्टीट्यूट के संस्थापक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति विवादों में आ गए हैं। दरअसल, कोचिंग में छात्रों को रामायण के बारे में बताते हुए भगवान राम एवं सीता के बारे में उन्होंने जो बात कही है, उस पर वह घिरते जा रहे हैं।
लोग उन पर सवाल उठा रहे हैं। दरअसल, छात्रों को संस्कृत के एक श्लोक का मतलब समझाते हुए डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने जो इसका अर्थ बताया है उसे अपमानजनक माना गया है। इसके लिए डॉ. विकास को ट्विटर पर ट्रोल भी किया जा रहा है। हालांकि इस मामले में एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें विकास पूरी बात कहते नजर आ रहे हैं।
ऐसे ही एक शख्स प्रसिद्धि की लालसा को अपने मन मैं रखे हुए मंच से हिंदुओं के आराध्य श्री राम और माता सीता के लिए अपशब्द कहते हुए नजर आ रहे हैं। उनके द्वारा कहे गए शब्द इतने निम्न स्तर के हैं कि एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ उन्हें उल्लेखित करना भी जरूरी नहीं समझता।
जो इंसान इन शब्दों को कह रहा है वह है दृष्टि आईएएस के संचालक विकास दिव्यकीर्ति (Vikas Divyakirti)। विकास दिव्यकीर्ति के बारे में अक्सर लोगों द्वारा कहा जाता है कि उनकी सोच हिंदू विरोधी है, जिसका विकास कीर्ति खंडन करते हुए नजर आते हैं। पर उनके द्वारा कहे गए यह अज्ञान पूर्ण शब्द जिनका वाल्मीकि रामायण से कोसों तक कुछ लेना देना नहीं है निश्चित तौर पर उनकी इस हिंदू और हिंदू आराध्य विरोधी सोच को प्रमाणित करता है।
देखा होगा आपने कि विकास दिव्यकीर्ति इस वीडियो में कह रहे हैं कि वाल्मीकि रामायण में शंबूक का प्रसंग आता है। वो आगे कहते हैं कि गुरु वशिष्ठ ने भगवान राम से कहा कि राज्य में कुछ बहुत अनैतिक हो रहा है। भगवान राम पूरे राज्य में यह ढूढने के लिए घूमते हैं कि क्या अनैतिक हो रहा है? फिर उन्हें शंबूक तपस्या करता हुआ मिलता है। शंबूक, शूद्र था और शूद्र तपस्या कैसे कर सकता है इसलिए भगवान राम उसकी गर्दन तलवार से काट देते है, विकास दिव्यकीर्ति अपने वीडियो में यही कह रहे हैं।