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भारत लाया गया गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी, दुबई से रची थी मूसेवाला मर्डर की साजिश

1 अगस्त 2023 लॉरेंस बिश्नोई का साथी गैंगस्टर सचिन थापन को मंगलवार (1 अगस्त) को अजरबेजान से दिल्ली लाया गया. वह पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में वांटेड था. दुबई से उसने मूसेवाला के मर्डर की प्लानिंग की थी और बाकू से हिरासत में लिया गया था. उसे दिल्ली पुलिस का स्पेशल सेल भारत लाया.

सचिन को इसी महीने अजरबैजान में हिरासत में लिया गया था. सचिन पर आरोप है कि उसने मूसेवाला के मर्डर की प्लानिंग की थी और वह फर्जी पासपोर्ट पर अजरबैजान भागा था. एनआईए टेरर-गैंगस्टर मूसेवाला मर्डर केस की जांच कर रही है. मामले में अब तक एनआईए ने 16 लोगों को गिरफ्तार किया है.

यूएई से लाया गया था गैंगस्टर विक्रम बरार
सचिन से पहले 26 जुलाई को लॉरेंस बिश्नोई के एक और सहयोगी विक्रम बरार को यूएई से भारत के लिए लाए जाने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. विक्रम बरार का नाम भी सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस के आरोपियों में शामिल है. इसके अलावा, वह टारगेट किलिंग और एक्सटॉर्शन समेत 11 मामलों में भी वांटेड है. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली पुलिस की अपील पर उसके खिलाफ 11 लुक आउट नोटिस जारी किए जा चुके थे. वह साल 2020 से फरार चल रहा था.

मूसेवाला मर्डर केस में अब तक 16 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी

लॉरेंस बिश्नोई के साथी सचिन को जुलाई में ही अजरबैजान में हिरासत में लिया था। सचिन पर मूसेवाला के मर्डर की प्लानिंग का आरोप लगाया गया है और वह फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई से भाग कर अजरबैजान पहुंच गया था। हालांकि, एनआईए (NIA) टेरर-गैंगस्टर मूसेवाला मर्डर केस की अभी जांच कर रही है। मूसेवाला मर्डर मामले में अब तक एनआईए ने 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। 

26 जुलाई को विक्रम बरार को भी लाया गया था भारत 

लॉरेंस बिश्नोई के साथी सचिन से पहले एक और सहयोगी विक्रम बरार को 26 जुलाई को यूएई से भारत लाए जाने के तुरंत बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।  विक्रम बरार का नाम भी मूसेवाला मर्डर केस के आरोपियों में शामिल है। इसके अलावा, विक्रम बरार टारगेट किलिंग और एक्सटॉर्शन समेत 11 मामलों में भी वांटेड है। दिल्ली पुलिस समेत पंजाब, हरियाणा, राजस्थान की अपील पर विक्रम बरार के खिलाफ 11 लुक आउट नोटिस जारी किए जा चुके थे। वह साल 2020 से फरार चल रहा था। 

मूसेवाला मर्डर केस में शामिल था विक्रम बराड़

एनआईए की जांच के मुताबिक, विक्रम बराड़ ने मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने में गोल्डी बराड़ की मदद की थी। एजेंसी ने कहा, “लॉरेंस बिश्नोई ने हवाला चैनलों के माध्यम से बराड़ को कई बार उगाही की रकम भी भेजी थी। बराड़ ने कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में एक डॉक्टर से जबरन वसूली की मांग की थी और उसे धमकी भी दी थी।”

एनआईए ने कहा कि बिश्नोई का करीबी सहयोगी बनने से पहले बराड़ पंजाब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (एसओपीयू) से जुड़ा थे। एनआईए ने कहा कि अन्य सहयोगियों के साथ बराड़ ने हत्या, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली जैसे विभिन्न अपराधों में सक्रिय रूप से भाग लिया।

इन राज्यों में फैला है बराड़ का नेटवर्क

एनआईए ने बताया कि विक्रम बराड़ राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में लक्षित हत्याओं, जबरन वसूली में लॉरेंस बिश्नोई गैंग को सहायता और सुविधा प्रदान कर रहा था। वह गिरोह के सदस्यों को रसद सहायता भी प्रदान कर रहा था।

बता दें कि एनआईए ने आतंकी-गैंगस्टर साजिश मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। एनआईए ने कहा, “आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच बढ़ती सांठगांठ को नष्ट करने और फंडिंग चैनलों सहित उनके बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए एनआईए लगातार प्रयास कर रही है।”

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