बिग ब्रेकिंग

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले ,मास्टरमाइंड ललित झा ने किया सरेंडर…

नई दिल्ली 15 दिसंबर 2023| संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मास्टरमाइंड ललित झा ने दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर लिया है. आरोपी ललित झा ने गुरुवार देर रात सरेंडर किया. ललित झा ने लोकसभा के अंदर दो युवकों के उत्पात मचाने और कलर स्मोक स्प्रे छोड़ने का वीडियो शेयर किया था. इस मामले के 4 आरोपियों को 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.

संसद भवन पर हमले की 22वीं बरसी पर लोकसभा में घुसकर स्मोक गन चलाने की साजिश ललित झा की ही थी. पुलिस ने उसके 4 साथियों को बुधवार को ही गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन मास्टरमाइंड ललित झा फरार चल रहा था. ललित झा, महेश नाम के शख्स के साथ कर्तव्य पथ थाने पहुंचा और सरेंडर किया. नई दिल्ली जिला पुलिस ने उसे स्पेशल सेल के हवाले कर दिया है.

UAPA के तहत मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में आतंकवाद निरोधक कानून (UAPA) और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान क्रांतिकारी भगत सिंह द्वारा ‘सेंट्रल असेंबली’ के अंदर बम फेंके जाने जैसी घटना को दोहराना चाहते थे. पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने स्मोक (धुआं) बम का उपयोग करने के बाद संसद में पर्चे फेंकने की योजना बनाई थी. इसने कहा कि उन्होंने तिरंगे भी खरीदे थे.

इन धाराओं के तहत चलेगा मुकदमा
पुलिस सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी PTI ने बताया संसद मार्ग थाने में UAPA की धारा 16 (आतंकवादी कृत्य) और 18 (साजिश आदि) तथा भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 452 (अनधिकार प्रवेश), 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 186 (लोकसेवक के सार्वजनिक कार्य निर्वहन में बाधा पहुंचाना) और 353 (लोकसेवक को उसके कर्तव्य निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पुलिस गुरुग्राम निवासी विशाल शर्मा उर्फ विक्की और उसकी पत्नी से भी पूछताछ कर रही है, क्योंकि गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी मंगलवार रात शर्मा के आवास पर रुके थे. मालूम हो कि UAPA के तहत दर्ज मामले गैर जमानती होते हैं. एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों को अब तक किसी भी आतंकी समूह के साथ आरोपियों के संबंध नहीं मिले हैं. सभी आरोपी सोशल मीडिया के जरिये संपर्क में आए थे और फिर फेसबुक पर भगत सिंह ‘फैन पेज’ से जुड़े थे.

Back to top button