पॉलिटिकल

मंत्रिमंडल में हुआ फेरबदल, 15 नए मंत्री शामिल…पायलट के पांच करीबियों को मंत्रिमंडल में मिली जगह….

 

जयपुर 21 नवंबर 2021।: राजस्‍थान में रविवार को अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ और 15 नए मंत्री शामिल किए गए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को मंत्रिमंडल का पुनर्गठन करने के लिए सभी मंत्रियों के इस्तीफे ले लिए थे. उसके बाद आज कैबिनेट सदस्यों को शपथ दिलाई जा रही है. इसमें सचिन पायलट के पांच करीबियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. आज 11 कैबिनेट मंत्री और चार राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है. विश्वेंद्र सिंह ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली. वो पिछली दो बार से डीग कुम्हेर सीट से विधायक हैं और भरतपुर से ताल्लुक रखते हैं. वो पहले बीजेपी में रह चुके हैं. रमेश चंद्र मीणा ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली, मीणा सचिन पायलट के करीबी हैं औऱ सपोटरा सीट से विधायक हैं. वो करौली जिले से ताल्लुक रखते हैं.
उसके बाद ममता भूपेश बैरवा ने शपथ ली, जो सिकराय सीट से विधायक हैं. वो अनुसूचित समाज से आती हैं और पहले भी गहलोत सरकार में मंत्री रह चुकी हैं. उसके बाद भजन लाल जाटव ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली, जो बैर सीट से विधायक हैं और अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं. टीकाराम जूली ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली. एससी समुदाय से संबंधित जूली अलवर ग्रामीण सीट से विधायक हैं. वो पहले भी राजस्थान की गहलोत सरकार में मंत्री रह चुके हैं.

उसके बाद गोविंद राम मेघवाल ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. बीजेपी से कांग्रेस में आए मेघवाल खाजूवाला सीट से विधायक हैं. मेघवाल अशोक गहलोत के खेमे के नेता हैं. गहलोत सरकार ने मंत्रिमंडल में अनुभवी विधायकों को जगह दी है. शकुंतला रावत ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली. गुर्जर समाज की शकुंतला रावत राजस्थान प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं. वो बानसूर विधानसभा सीट से एमएलए रह चुकी हैं और कांग्रेस की वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं.

उसके बाद बृजेंद्र ओला ने राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली. वो पिछली तीन बार से विधायक हैं और सचिन पायलट के करीबी माने जाते हैं. ओला जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. ओला झूंझनू सीट से विधायक हैं. सचिन पायलट ने जब गहलोत के खिलाफ बगावत की थी तो ओला उनके साथ थे.

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