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CG ब्रेकिंग : CM भूपेश बघेल का वीरभद्र मौत मामले में आया बयान… बोले- अगर परिवार वाले चाहे तो जांच ….. कल ट्रैक के करीब मिली थी, मंत्री सिंहदेव के करीबी रिश्तेदार की लाश

रायपुर 13 अगस्त 2022। मंत्री टीएस सिंहदेव के करीबी रिश्तेदार वीरभद्र सिंह की मौत के मामले ने राजनीति तूल पकड़ लिया है। बिलासपुर के बेलगहना में ट्रैक पर मिली लाश को लेकर कई तरह के सवाल सियासी गलियारों में तैर रहे हैं। इधर बीजेपी ने इस मामले में हाईकोर्ट के जज के ज़रिए न्यायिक जाँच कराए जाने की माँग मुख्यमंत्री की है। बीजेपी इसे राजनैतिक हत्या मान रही है। इस मसले पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी बयान आया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर परिजन मांग करते हैं तो मौत की जांच कराने में किसी तरह की दिक्कत नहीं है।

आपतो बता दें कि  वीरभद्र सिंह सरगुजा राजपरिवार के धौरपुर हाउस के प्रमुख लाल सोमेश्वर शरण सिंहदेव के बड़े पुत्र थे। वीरभद्र सिंह कल देर शाम दुर्ग अंबिकापुर ट्रेन से अंबिकापुर के लिए निकले थे, और बिलासपुर के बेलगहना के पास ट्रेक के किनारे उनका शव बरामद हुआ था। शव जिस हालत में ट्रैक से काफी दूर मिला है, उसके बाद ट्रेन हादसे को लेकर भी सवाल उठना शुरू हो गया है।

हत्या को लेकर उठ रहे सवालों के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि

देखिये, कल मेरी टीएस सिंहदेव जी से बात हुई थी, उन्होंने इस तरह की कोई शंका जाहिर नहीं की। यदि परिवार के लोग चाहते हैं, तो हमें जांच कराने में कोई परेशानी नहीं है। लेकिन परिवार के लोग अगर कोई बात कहें

बीजेपी ने की संदिग्ध मौत की न्यायिक जांच की मांग

छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता व राज्य के पूर्व मंत्री तथा विधायक अजय चंद्राकर ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निकट रिश्तेदार सचिन की रेल से गिरकर मौत को संदिग्ध बताते हुए आशंका जाहिर की है कि यह राजनीतिक हत्या का मामला हो सकता है।  श्री चंद्राकर ने कहा कि मृतक सचिन पूर्व में कांग्रेस विधायक पर हुए हमले के मामले में गिरफ्तार हुए थे। वे पेशी पर जा रहे थे। पेशी पर जाने की जानकारी गोपनीय नहीं हो सकती। इसलिए भाजपा इस संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की न्यायिक जांच की मांग करती है।प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कहा कि भाजपा निष्पक्ष जांच के बाद सामने आए तथ्यों के प्रकाश में विस्तृत प्रतिक्रिया व्यक्त करेगी। वर्तमान परिस्थितियों में यह सामान्य दुर्घटना प्रतीत नहीं हो रही।  मंत्री सिंहदेव के रिश्तेदार सचिन और कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के बीच के विवाद में बृहस्पत सिंह ने सिंहदेव से जान का खतरा होना बताया था। जिसका सिंहदेव ने विधानसभा सत्र के दौरान प्रतिरोध करते हुए सदन से बाहर निकल गए थे। ऐसी स्थिति में यह मामला न्यायिक जांच की जरूरत उत्पन्न कर रहा है। भाजपा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने मांग की है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस मामले की तत्काल न्यायिक जांच के आदेश जारी कर मौजूदा हाइकोर्ट जज से उच्च स्तरीय जांच कराएं।

पिछले साल वीरभद्र सिंह पर लगे थे आरोप

रामानुजगंज के कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने पिछले साल 24 जुलाई को वीरभद्र सिंह पर आरोप लगाया था कि मंत्री टीएस सिंहदेव उनकी वीरभद्र सिंह के जरिये हत्या करना चाहते हैं। बाद में इस मामले को लेकर सदन में काफी गतिरोध उभरा था और फिर विधायक को इस मामले में खेद जताना पड़ा था। हालांकि इस मामले में वीरभद्र सिंह और उनके तीन साथियों को जेल जाना पड़ा था। इस मामले में वो ज़मानत पर रिहा थे,ये मामला अभी भी अंबिकापुर कोर्ट में चल रहा था। 

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