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CG NEWS : एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल युवक की सड़ चुकी मांसपेशियों की सर्जरी कर बचाई जान, 3 स्टेज में किया गया जटिल ऑपरेशन,बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने “बालको” की भूमिका अहम…

कोरबा 12 नवंबर 2022। एल्युमिनियम उत्पादन में कीर्तिमान हासिल करने के साथ ही बालको वेदांता समूह स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा हैं। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड “बालको” के अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी और हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक सिन्हा एवं उनकी टीम ने दादर खुर्द सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल युवक की सड़ चुकी मांसपेशियों की अलग-अलग स्टेज में सफल सर्जरी किया गया। युवक ट्रक की चपेट में आकर बुरी तरह से घायल हो गया था।

गौरतलब हैं कि वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड बालको सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में लगातार नये प्रयास कर रहा हैं। इसी तरह स्वास्थ्य के क्षेत्र में बालको के विभागीय अस्पताल में मेडिकल टीम द्वारा बेहतर स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने में हर संभव मदद की जाती हैं। आपको बता दे कि पिछले दिनों दादर खरमोरा निवासी लकी राम यादव नामक युवक ट्रक की चपेट में आकर बुरी तरह से घायल हो गया था। दुर्घटना के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन सही उपचार लाभ नही मिलने के कारण उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी।

हालत बिगड़ने पर मरीज को नाजुक स्थिति में चौथे दिन परिजनों ने बालको अस्पताल में भर्ती कराया। एक्सीडेंट में मरीज के दाएं पंजे की हड्डी एवं मांस पूरी तरह से क्रश हो चुके थे और पंजे की तीन हड्डियां बाहर आ गई थी। इसके अलावा जांघ की हड्डी टूटने के साथ ही घुटने तक की चमड़ी खराब हो गई थी। जिसमें खून की कमी से सड़ांध फैल चुका था। डाक्टर के अनुसार मरीज की जान बचाना मुश्किल था, ऐसे में जान बचाने के लिए पैर काटना पड़ता।

मरीज के घर वालों को सारी स्थिति बताकर बालको विभागीय अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने पहला ऑपरेशन किया गया। जिसमें खराब हुई चमड़ी और मांस ’जांघ के पास’ को निकाला गया। जांघ की टूटी हड्डी में रॉड डाला गया। पंजे की सड़ी तीन हड्डियों को निकालकर हटाया गया जिसकी वजह से शेप खराब हो गया,तो पंजे की बची पहली एवं पांचवी हड्डी में तार डालकर सही किया गया। पंजे के घाव की अच्छे तरीके से सफाई की गई जिसमें से मिट्टी, घास के टुकड़े निकले। डॉ. के सामने चुनौती थी कि इतने बढ़े घाव को भरे कैसे लगातार ड्रेसिंग करने और दवाईयों की वजह से घाव में धीरे-धीरे सुधार हुआ।

दूसरे ऑपरेशन में दाहिने जांघ के घाव पर बाये जांघ से चमड़ी निकालकर ’स्किन ग्राफिटिंग’ लगाई गई, जो एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें कई बार मांस नए स्किन को स्वीकार नहीं करता। लेकिन यह सर्जरी भी सफल रही। एक और ऑपरेशन किया गया जिसमें दाहिने जांघ से चमड़ी निकालकर दाहिने पंजे पर चढ़ाई गई। ड्रेसिंग और देखभाल से घाव में जल्द सुधार हुआ और दो महीने भर्ती रहने के बाद मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट गया। इन ऑपरेशनों के दौरान कुल 12 बॉटल खून चढ़ाया गया। मरीज का सारा इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत निःशुल्क किया गया।

डॉ. सिन्हा ने बताया कि बालको अस्पताल में क्षतिग्रस्त हड्डी और मांसपेशियों की सर्जरी 100 फीसदी सफल रही। ऑपरेशन के बाद अब मरीज अपने पैर का संचालन ठीक से कर पा रहे हैं। मरीज के परिवारजनों ने बालको प्रबंधन का साधुवाद किया, उन्होंने बताया कि अस्पताल की उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाओं से मरीज की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ। अस्पताल के चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों का व्यवहार मरीजों और उनके परिवारजनों के प्रति बेहतरीन है। बालको अस्पताल की सेवाओं से वो पूरी तरह संतुष्ट हैं।

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति ने बालको अस्पताल की टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि बालको अस्पताल वर्तमान में एक मल्टी स्पेशिएलिटी स्वास्थ्य केंद्र के रूप में काम कर रहा है जहां क्षेत्रीय नागरिकों के लिए विभिन्न विशेषज्ञ सेवाएं मौजूद हैं। बालको कर्मचारियों और उनके परिवारजनों के अलावा अन्य स्थानीय नागरिकों को भी उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं दी जाती हैं। बालको के सीईओं अभिजीत पति ने कहा कि बालको अस्पताल के जरिए क्षेत्र के जरूरतमंदों को हरसंभव चिकित्सा सुविधाएं देने के प्रति बालको प्रबंधन कटिबद्ध है।

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