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CG- 100 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी को नोटिस… मचा हड़कंप,कलेक्टर की सख्ती के बाद भी …….

जांजगीर 18 जुलाई 2022। जांजगीर जिला में समय पर कार्यालय नही पहुंचने वालों की अब खैर नही हैं। कलेक्टर ने सप्ताह के पहले दिन सोमवार को सुबह ठीक 10 बजें के बाद अधिकारियों से सराकरी दफ्तरों में छापामार कार्रवाई करवाया गया। जिसमें 100 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी समय पर अपने दफ्तर में अनुपस्थित मिले, जिन्हे अब नोटिस जारी कर उनका वेतन काटने की कार्रवाई की जा रही हैं। कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा की इस सख्ती के बाद हड़कंप मचा हुआ हैं।

जांजगीर जिला के नवपदस्थ कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने आखिरकार अपने दिए गए अल्टीमेटम पर अमल करना शुरू कर दिया है। सोमवार को कलेक्टर खुद सुबह 10 बजें तय समय पर ऑफिस पहुँचे। इसके बाद उन्होंने जिला कार्यालय से संयुक्त कलेक्टर और एसडीएम को निर्देशित कर अपने क्षेत्र के शासकीय कार्यालय में जाकर उपस्थिति की तत्काल जाँच करने और जो भी अनुपस्थित है उनको कारण बताओं नोटिस जारी कर वेतन काटने की कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया। कलेक्टर का आदेश होते ही एसडीएम पामगढ़ ने जनपद पंचायत कार्यालय में स्थापना, एनआरएलएम शाखा, आवास शाखा, मनरेगा शाखा की उपस्थिति पंजी का 10ः25 बजे आकस्मिक निरीक्षण किया। यहाँ अनुपस्थित 20 अधिकारी-कर्मचारियों को नोटिस जारी करने सीईओ पामगढ़ को निर्देशित किया गया।

पामगढ़ में विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का 10ः40 बजे निरीक्षण के दौरान 05 और आईसीडीएस तथा बीआरसी में 1.1 अधिकारी.कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इसी तरह कलेक्टर के निर्देश पर सयुंक्त कलेक्टर ने जिला शिक्षा कार्यालय, सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग कार्यालय, आबकारी विभाग, उप संचालक कृषि अनुविभागीय अधिकारी कृषि विभाग के कार्यालयों का सुबह 10 से 10ः 20 के बीच आकस्मिक निरीक्षण किया। जिसमें शिक्षा विभाग के 9 कर्मचारी, ट्राइबल विभाग में 4, कृषि विभाग में 08, आबकारी विभाग में 09 कर्मचारी.अधिकारी कार्यालयीन समय पर अनुपस्थित पाए गए। इसी तरह जांजगीर एसडीएम नंदिनी कमलेश साहू द्वारा शासकीय कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया।

जिसमें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोखरा में व्याख्याता एल बी कुमारी कांति यादव, सीमा तिवारी, सहायक ग्रेड 2 एस के कश्यप, सहायक ग्रेड 3 एम आर बेग और पूर्व माध्यमिक शाला कचहरी चौक में प्रधान पाठक जयंती दुबे अनुपस्थित पायी गयी। इसी तरह कार्यालय उप संचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन का कार्यालय प्रातः 10ः18 में बंद पाया गया। यहां सहायक औषधि नियंत्रक प्रीतम ओगरे, औषधि निरीक्षक सुनील सिंह परिहार, दुर्गेश कैवर्त्य, हितेन्द्र बाम्बोडे, प्रतिभा राजपुत, सुमनलता कवंर, नेहा मिंज, खाद्य सुरक्षा अधिकारी दीपक देवांगन, अर्पणा आर्या, नमूना सहायक शांतनु भट्टाचार्य, सरिता मरावी और सुलोचना कवंर सभी अनुपस्थित मिले।

कलेक्टर के सख्त निर्देश का असर रहा कि अधिकारियों ने कार्यालय पर समय पर उपस्थित नही होने वाले सभी अधिकारी कर्मचारियों को शो-कॉज नोटिस जारी कर उनका वेतन काटने का निर्देश दिया गया है। वही कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने साफ किया कि जिले में शासकीय अधिकारियों की उपस्थिति मुख्यालय में सुनिश्चित करने के निर्देश लगातार दे रहे हैं। उन्होंने फील्ड के स्टाफ को भी मुख्यालय और कार्यालयों में रहने के निर्देश दिया हुआ है। इसी कड़ी में अब उन्होंने शासकीय कार्यालयों में अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने जाँच के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर खुद भी समय पर अपने दफ्तर पहुँच रहे हैं और आने वाले दिनों में आकस्मिक निरीक्षण करने निकलेंगे।

कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि वे शासन के निर्धारित कार्यालयीन समय तक अनिवार्य रूप से कार्यालय में उपस्थित होकर शासकीय कामकाज करें। सोमवार को कार्यालय उपस्थिति के अलावा अन्य दिनों में आवश्यकता अनुसार फील्ड में भी कार्य करें। कलेक्टर ने कहा है कि आने वाले दिनों में भी यह कार्यवाही लगातार जारी रहेगी। मुख्यालय से बाहर आना.जाना नहीं चलेगा। स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी सहित सभी कार्यालयों में आकस्मिक निरीक्षण सुबह और शाम को किया जाएगा। अनुपस्थिति पर वेतन काटने के साथ विभागीय कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी। कलेक्टर की इस कार्रवाई से दफ्तर में मनमाने समय पर पहुंचने वाले अधिकारी कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ हैं।

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