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CG – इलाज के दौरान निजी हॉस्पिटल में पहाड़ी कोरवा महिला की मौत, कलेक्टर ने हॉस्पिटल को कराया सील, जांच टीम गठित कर 3 दिन में मांगी रिपोर्ट, मेडिकल कालेज के डॉक्टर को नोटिस जारी…..

 

कोरबा 12 फरवरी 2022 । कोरबा के निजी हॉस्पिटल में पहाड़ी कोरवा महिला के हाथ में मामूली फ्रेेक्चर के इलाज के दौरान लापरवाही बरतने और फिर महिला की मौत के मामले में कोरबा कलेक्टर रानू साहू ने एक्शन लेते हुए निजी हॉस्पिटल को सील करने का आदेश स्वास्थ विभाग को देने के साथ ही कोरवा महिला की मौत के कारणों की जांच के लिए टीम गठित कर 3 दिन में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही मेडिकल कालेज में ईलाज के लिए पहुंची पड़ाड़ी कोरवा महिला को प्राईवेट हॉस्पिटल में रेफर करने वाले डॉक्टर और डीन को भी नोटिस जारी कर इस गंभीर लापरवाही के लिए जवाब मांगा गया है।

 

गौरतलब है कि ग्राम सतरेंगा निवासी पहाड़ी कोरवा सुख सिंह कंवर ने बताया कि उसकी पत्नी सुन्नी बाई  के हाथ की हडडी में चोट लगने पर सामान्य फ्रेक्चर आ गया था। 9 फरवरी को वह अपनी पत्नी को लेकर मेडिकल कालेज कोरबा आया हुआ था। यहां अस्पताल कैम्पस में ही शुभम और स्वप्निल झा नाम के व्यक्ति ने उसे जिला अस्पताल में इलाज न कराने की सलाह देते हुए गीता देवी मेमोरियल अस्पताल में इलाज कराने की बात कहकर उसकी सुखसिंग कंवर की पत्नी को दोपहर 2 बजे ही गीता देवी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। पीड़ित कोरवा आदिवासी की माने तो उसकी पत्नी के केवल हाथ में फ्रेक्चर था, लेकिन गीता देवी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती करने के बाद ऑपरेशन के नाम पर उसकी पत्नी को 3 दिन तक भूखा रखते हुए कई प्रकार की दवाइयों का उपयोग किया गया।

जिससे उसकी हालत बिगड़ती गयी और फिर सुखसिंग कंवर की पत्नी ने ईलाज के दौरान ही दम तोड़ दिया। जिसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन ने 12 फरवरी को सुखसिंग कंवर को दी। इस घटना की शिकातय खुद पहाड़ी कोरवा सुखसिंग कंवर ने कलेक्टर से मिलकर की थी। जिस पर कलेक्टर रानू साहू ने गंभीरता दिखाते हुए इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए तीन सदस्यी टीम गठित कर 3 दिन में रिपोर्ट सौपने का आदेश दिया है। इसके साथ ही कई मानको में अधूरे गीता देवी मेमोरियल को कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से सील करने का आदेश सीएमएचओं को दिया है, ताकि जांच कार्रवाई तक साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ न किया जा सके। सीएमएचओं डॉ.बी.बी.बोर्डे ने बताया कि कलेक्टर के आदेश पर हॉस्पिटल में भर्ती 10 मरीजों को मेडिकल कालेज में शिफ्ट करने की कार्रवाई के साथ ही हॉस्पिटल को सील किया जा रहा है।

इसके साथ ही कलेक्टर रानू साहू ने पहाड़ी कोरवा महिला की मौत पर सख्त रुख अपनाते हुए जिले के सभी अस्पतालों के लाइसेंस के जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में संचालित सभी अस्पतालों के अस्पताल संचालन के लिए जरूरी लाइसेंस की जांच की जाएगी, साथ ही बिना लाइसेंस और अवैध रूप से चल रहे अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। कलेक्टर ने साफ कर दिया है कि जिले में संचालित सभी अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए जरूरी संसाधनों और शासन द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार अस्पताल संचालन नहीं पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

NW न्यूज से कलेक्टर रानू साहू ने बताया कि पहाड़ी कोरवा महिला की मौत के बाद उसके पति ने इलाज में लापरवाही की शिकायत की थी। गंभीर प्रकरण है, मेडिकल कालेज में DMF मद से विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती के बाद भी वहां पहुंचने वाले मरीज को प्राईवेट हॉस्पिटल में  रेफर किया गया, और हाथ में फ्रेक्चर के इलाज के दौरान महिला की मौत हो गयी, इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए टीम गठित कर 3 दिन में रिपोर्ट पेश करने कहां गया है। हॉस्पिटल को जांच पूरी होने तक सील करने का आदेश देने के साथ ही मेडिकल कालेज के डीन और प्राईवेट हॉस्पिटल में मरीज को रेफर करने वाले डॉक्टर को नोटिस जारी किया गया है। मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

 

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