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CG POLITICS – राजस्व मंत्री की प्रतिष्ठा दांव पर : कांग्रेस का किला ढहा पायेगी BJP ? या लगातार चौथी बार जीत का चौंका लगायेंगे मंत्री जयसिंह अग्रवाल….!

कोरबा 3 दिसंबर 2023। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव परिणाम के रूझान कुछ ही घंटो में आने शुरू हो जायेंगे। ऐसे में सूबे की हाई प्रोफाइल सीटों की बात करे तो कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले कोरबा जिला से राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की प्रतिष्ठा इस बार दांव पर लगी है। लगातार तीन बार कोरबा विधानसभा से जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस से विधायक जयसिंह अग्रवाल को चुनावी रण में इस बार बीजेपी से लखनलाल देवांगन और आम आदमी पार्टी से इंजीनियर विशाल केलकर टक्कर दे रहे है। ऐसे में इस हाई प्रोफाइल सीट से राजस्व मंत्री जयसिंह लगातार चौथी बार जीत का चौंका लगायेंगे ? या फिर बीजेपी प्रत्याशी लखन देवांगन लक्ष्मण रेखा खींचकर राजस्व मंत्री की जीत के रिकार्ड पर ब्रेक लगा देंगे ?

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में चुनावी शोर थमने के बाद से ही प्रदेश में बीजेपी-कांग्रेस की सीटों और सरकार बनाने को लेकर राजनीतिक पार्टियों के बयान लगातार सामने आ रहे है। ऐसे में इन सारे दावों और बयान के बाद आज वो घड़ी आ गयी है, जब राजनेताओं के भाग्य का फैसला कुछ ही घंटो के भीतर ईवीएम से बाहर निकल जायेगा। एक्जिट पोल के रूझान के बाद एक बार फिर मतगणना के दौरान प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों पर जनता की पैनी नजर है। बात करे सूबे की हाई प्रोफाइल सीटों की तो कोरबा को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता हैं। यहां चार विधानसभा में तीन सीटों पर कांग्रेस का कब्जा रहा है। इसी जिले के कोरबा विधानसभा सीट से राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल लगातार चैथी बार दावेदारी कर रहे है। कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले इस कोरबा सीट की भौगोलिक स्थिति को समझे तो यहां पावर प्लांट के साथ ही कोल माइंस नगर निगम का पूरा इलाका आता है।

शहरी क्षेत्र होने के कारण कोरबा विधानसभा में कांग्रेस की ही सरकार में मेडिकल काॅलेज की नींव रखी गयी। इस वर्ष से मेडिकल कालेज में अध्यापन कार्य भी शुरू हो गया। लेकिन आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिला में आज भी स्वास्थ्य सुविधाओं से अक्सर मरीजों को जूझते देखा जा सकता है। औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण इस विधानसभा में वायु और जल प्रदूषण एक बड़ी समस्या है, जो कि समय के साथ-साथ लगातार बढ़ता ही गया। सूबे में सरकार बदलने के बाद क्षेत्र में विकास और उद्योगों की मनमानी पर रोकथाम की उम्मींद थी। लेकिन पिछले 5 सालों में कोरबा के शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में पावर प्लांटो से निकलने वाली राख से लोग खासे परेशान रहे। यहीं वजह है कि बालको सहित शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में राखड़ और भारी वाहनों से होने वाली समस्या को लेकर गहरी नाराजगी है। सड़को के निर्माण में लेट लतीफी, कोयला परिवहन में लगे वाहनों से होने वाली दुर्घटना और जाम से लोग आज भी हलाकान है।

कुल मिलाकर देखा जाये तो कोरबा की जनता ने सरकार बदलने के बाद क्षेत्र के विकास को लेकर जितनी उम्मींद की थी, वो काफी हद तक पूरा नही हो सका। मौजूदा चुनाव में मंत्री जयसिंह अ्रग्रवाल सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं और क्षेत्र में हुए विकास कार्यो के साथ ही आबादी क्षेत्रों में बसे लोगों को पट्टा देने की योजना को लेकर एक बार फिर जीत का दावा कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने ओबीसी वर्ग से पूर्व विधायक और महापौर रहे लखनलाल देवांगन को जयसिंह अग्रवाल के सामने चुनावी मैदान में उतारा था। बीजेपी के कैंडिडेट को केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजना और कांग्रेस की भ्रष्टाचार के साथ ही क्षेत्रीय समस्या से जूझ रहे लोगो का साथ मिलने का दावा है। सियासी जानकारों की माने तो प्रदेश में सरकार बदलने के बाद क्षेत्र में व्याप्त समस्या,उद्योगों में क्षेत्रीय शिक्षित युवाओं को रोजगारद्व प्रदूषण जैसी बड़ी समस्याओं से निजात की काफी उम्मींदे थी।

लेकिन पिछले 5 सालों में जनता के अनुरूप उतना काम नही हो सका। ऐेसे में यदि जनता का रूख बदलता है, तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को होना तय माना जा रहा है। वही दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी इंजीनियर विशाल केलकर अगर वोट हासिल करने में सफल होते है, तब भी इसका नुकसान कांग्रेस को होने की उम्मींद है। कुल मिलाकर देखा जाये तो चुनावी रण में कुशल रणनीतिकार कहे जाने वाले राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल और बीजेपी प्रत्याशी लखनलाल देवांगन के बीच कड़ा और दिलचस्प मुकाबला है। वहीं दूसरी तरफ इस सीट से पूर्व में बीजेपी के हार की मुख्य वजह पार्टी की अंतर्कलह और भीतरघात भी रही है। जिसका फायदा हमेशा कांग्रेस को मिला है। ऐसे में इस बार बीजेपी संगठित होकर चुनाव लड़ने का दावा कर रही है। ऐसे में अब ये देखने वाली बात होगी कि क्षेत्र की जनता एक बार फिर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर भरोसा जताती है या फिर बदलाव की बयार में का फायदा बीजेपी को मिलता है, ये तो दोपहर तक पूरी तरह से स्पष्ट हो जायेगा।

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