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VIDEO : मंत्री के बाद अब महापौर और BJP जिला अध्यक्ष हुए आमने-सामने- मंत्री से पूछा बरबसपुर में किसने खरीद रखी हैं जमीन…..पलटवार कर महापौर ने कहा…

कोरबा 11 दिसंबर 2022। कोरबा में ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट करने का मामला अब राजनीतिक रूप लेता दिख रहा हैं। शुक्रवार को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के जिला प्रशासन और राजस्व विभाग के अफसरों को चेतावनी देते हुए साफ कर दिया था कि ट्रांसपोर्ट नगर बरबसपुर में ही बनेगा। मंत्री के इस बयान के एक दिन बाद ही बीजेपी के जिला अध्यक्ष डॉ.राजीव सिंह ने मंत्री से सवाल पूछते हुए बरबसपुर में खरीदे गये जमीन के मुद्दे को तूूल दे दिया, उधर बीजेपी के फ्रंट फूट पर आते ही निगम के महापौर ने बीजेपी के जिलाध्यक्ष को जिला प्रशासन का एजेंट बता दिया। महापौर यहीं नही रूके उन्होने मीडिया को जवाब देते हुए यहां तक कह ट्रांसपोर्ट नगर शहर से बाहर जाना जरूरी है, अगर जिला प्रशासन कही और इसे जल्दी शिफ्ट कर देती हैं, तो कोई बात ही नही हैं।

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में अभी ठीक 11 महीने बचें हुए हैं। लेकिन कोरबा जिला में गुलाबी ठंड में ही राजनीतिक सरगर्मी पिछले कुछ दिनों से बढ़ गयी हैं। दरअसल मामला जनहित से जुड़ा हुआ हैं। कोरबा शहर के बीचो-बीच संचालित ट्रांसपोर्ट नगर को शहर से बाहर कर यातायात के दबाव से छुटकारा के लिए क्षेत्रीय विधायक और मौजूदा राजस्व मंत्री पिछले 4 सालों से प्रयासरत हैं। ट्रांसपोर्ट नगर के लिए बकायदा बरबसपुर के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र के 40 एकड़ जमीन को चयनित कर सारी प्रक्रियांए पूरी कर लेने का दावा किया गया। लेकिन बरबसपुर में ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट होने से पहले ही मसाहती गांव और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की गाइड लाइन इस पूरी प्रक्रिया पर बड़ी समस्या बनकर सामने आ गयी हैं। बताया जा रहा हैं कि इस समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा ट्रांसपोर्ट नगर के लिए झगरहा के आसपास जमीन तलाश की जा रही थी।

जिसकी जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने जिला प्रशासन के अफसरों पर मनमानी करने की बात कहते हुए जमकर खरी खोटी सुनाई गयी। राजस्व मंत्री ने यहां तक कह दिया कि बरबसपुर से ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट नही होगा……अगर कोई शिफ्ट होगा तो कलेक्टर यहां से शिफ्ट होगा। मंत्री के इस बयान को अब बीजेपी ने राजनीतिक मुद्दा बना दिया हैं। कोरबा बीजेपी के जिला अध्यक्ष डॉ.राजीव सिंह ने मीडिया में अपना बयान जारी कर राजस्व मंत्री से सवाल पूछा हैं कि……

ये मुझे समझ में नही आता हैं कि उनका क्या स्वार्थ छुपा हुआ हैं जो कि वह ट्रांसपोर्ट नगर बरबसपुर में ही बनाना चाहते हैं। जहां तक मुझे पता चला हैं कि उनके कई परिजनो और उनके कई साथियों की जमीन करीब 15 एकड़ जमीन वहां ले रखा हैं। आप चाहेंगे तो मैं इसका पुख्ता सबूत भी दे सकता हूं कि वहां पर इनके किन किन रिश्तेदारों की किन-किन दोस्तों की जमीन है। वह जमीन वहां इसलिए रखा हैं,ट्रांसपोर्ट नगर वहां शिफ्ट इसलिए करना चाहते हैं, ताकि वह जमीन का कॉस्ट जो हैं…..रेट जो हैं काफी उपर चला जाये…..बड़ जाये।

बीजेपी जिलाध्यक्ष के इस बयान के बाद रविवार को नगर निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद ने प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेस लिया। राजकिशोर प्रसाद ने मीडिया को प्रेस रिलीज जारी कर बीजेपी के जिलाध्यक्ष पर सीधे पलटवार करते हुए उन्हे जिला प्रशासन का एजेंट बता दिया। राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि…..

बीजेपी के जिलाध्यक्ष को शहर के बारे में कोई जानकारी नही हैं। उन्हे मालूम होना चाहिए कि ट्रांसपोर्ट नगर को शहर से बाहर शिफ्ट करने की प्लानिंग बीजेपी के शासनकाल में ही तैयार की गयी थी। उस वक्त पूर्व सांसद स्व.डॉ.बंशीलाल महतो, विधायक जयसिंह अग्रवाल, महापौर सहित प्रशासनिक अफसरों की एक राय से ही ट्रांसपोर्ट नगर को बरबसपुर में शिफ्ट करने की योजना बनायी गयी थी। आज बीजेपी के जिलाध्यक्ष पैराशूट वाले जिलाध्यक्ष हैं, जो कि प्रशासन की स्क्रिप्ट को पढ़कर जनहित के मुद्दे को भटका रहे हैं।

वही मीडिया से हुए सवाल जवाब में महापौर ने साफ किया कि जनहित में ट्रांसपोर्ट नगर को बरबसपुर में बनाया जाना उपयुक्त हैं। भारतीय जनता पार्टी अभी छत्तीसगढ़ में विपक्ष में हैं तो वो विपक्ष की भूमिका निभाए, लेकिन साथ में कोरबा की जनता को प्राथमिकता देना जरूरी हैं। जमीन खरीदी के आरोप के सवाल पर महापौर ने कहा कि कोई भी खरीदा होगा…..लेकिन कोई भी खरीदा होगा तो उसमें गलत क्या हैं। भाई ट्रांसपोर्ट नगर बनना हैं, और अगर कोई व्यवसायी जिसका गाड़ी हैं…वो जमीन खरीदता हैं, तो उसमें कोई गलत नही हैं। जिला प्रशासन के दूसरे स्थान पर जगह चयन करने के सवाल पर महापौर ने साफ किया कि ट्रांसपोर्ट नगर जल्दी बनना चाहिए, ये अपना ध्येय हैं, जल्दी बनना जरूरी हैं। लेकिन एक बार देख रहे हैं ना कि एक जगह स्थल अलाटेड होने के बाद फार्मेल्टी करते करते तीन साल हो गये। अब नया स्थान चयनित करेगें तो अनिश्चित कालीन हो जायेगा। कोरबा से ट्रांसपोर्ट नगर जल्दी बाहर जाना चाहिए, अगर जिला प्रशासन कही बाहर जल्दी लगा देते हैं तो इसमें कोई बात ही नही हैं।

राजस्व मंत्री जिले से बाहर हैं, ऐसे में बीजेपी के जिलाध्यक्ष पर पलटवार करने के लिए महापौर राजकिशोर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेस कर कई सवाल उठाये। लेकिन मीडिया के सवाल-जवाब में महापौर ही खुद घिरते दिखे। खैर मीडिया के सामने महापौर राजकिशोर प्रसाद ने भले ही ट्रांसपोर्ट नगर को जल्द से जल्द शहर से बाहर बरबसपुर में शिफ्ट करने की बात पर जोर दिया हो, लेकिन जिला प्रशासन के तत्काल कही भी ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट करने के सवाल पर अपनी हामी भी उन्होने भर दी हैं। ऐेसे में देखने वाली बात होगी कि महापौर की इस हामी के बाद कोरबा शहर का ट्रांसपोर्ट नगर बरबसपुर में शिफ्ट होता है, या फिर जिला प्रशासन के द्वारा चयनित स्थान पर शिफ्ट होता हैं, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।

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