पॉलिटिकल

CG : रमन सिंह के गंभीर आरोप … मेडिकल-इंजीनियरिंग में पेमेंट शीट सुना था, लेकिन एस.पी. और कलेक्टर की पोस्टिंग पेमेंट शीट और ऑक्शन पर होना, सुना है कभी….जवाब में कांग्रेस बोली- अपने कार्यकाल का अनुभव बता रहे हैं रमन सिंह

कोरबा 8 नवंबर 2021। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और माफियाराज चरम पर है, पहले मेडिकल और इंजीनियरिंग में एडमिशन पेमेंट शीट पर सुने होगें, मगर अब एस.पी.और कलेक्टर की पोस्टिंग पेमेंट शीट और ऑक्शन से होता है…….कभी सुना है आपने ? छत्तीसगढ़ के सचिवालय में चर्चा होती है कि कितना दिया ? सूबे की सरकार की व्यवस्था पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने कोरबा प्रवास के दौरान ये गंभीर आरोप लगाए है।

आज बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह कोरबा प्रवास पर थे। यहां कोरबा प्रेस क्लब पर जब डॉ.रमन सिंह मीडिया से मुखातिब हुए, तो उन्होने सूबे की भूपेश बघेल सरकार को एक बार फिर घेरने का प्रयास किया। इधर पूर्व मुख्यमंत्री के गंभीर आरोप पर कांग्रेस ने भी तीखा पलटवार किया है। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा है कि…

“जो भी बातें रमन सिंह कह रहे हैं, दरअसल अपने कार्यकाल का अनुभव बता रहे हैं”

इससे पहले कोरबा सहित प्रदेश में बिगड़ते कानून के हालात पर सवाल उठाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने आरोप लगाया कि जिले में कलेक्टर और एसपी की पोस्टिंग पेमेंट शीट और ऑक्शन पर हो रही है। डॉ.रमन सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई में आपने पेमेंट शीट सुनी होगी, लेकिन इस सराकर में अफसरों की पोस्टिंग पेमेंट शीट पर हो रही है। जिले में अफसरों की पोस्टिंग के लिए ऑक्सन किये जा रहे है….और इस बात की चर्चा छत्तीसगढ़ के सचिवालय और पान ठेलों पर होने लगी है। जब गलियारें में चर्चा होने लगी है कि इस प्रकार का करप्शन होता है, तो फिर लूटपाट, सटटा,जुआ अपराध को कौन रोकेगा ?

डॉ. रमन सिंह यही नही रुके उन्होंने शराब बंदी के मुददे पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि एक तरफ सरकार गांजे की तस्करी को रोकने के लिए पूरी दुनिया को लगा दिया है, वही दूसरी तरफ शराब की घर पहुंच सेवा दी जा रही है। कोरोना काल में दवा की घर पहुंच सेवा नही थी, लेकिन इस सरकार ने शराब की घर पहुंच सेवा शुरू कर अपनी प्राथमिकता बता दी है। वही बारदाने के मामले पर प्रदेश सरकार पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि किसानों को अभी बारदान लेकर आने के लिए कहा जा रहा है, यानि बोरा लेकर अभी किसान जायेगा, फिर कुछ दिन बाद ये सरकार किसानों को तौल मशीन भी लाने के लिए कहेगी।

पिछले दिनों सीएम भूपेश बघेल के दिए बयान पर डॉ.रमन सिंह ने पलटवार करते हुए कहां कि प्रदेश के मुखिया मोदी जी पर बारदाना नही देने की बात कहते है। क्या नरेंद्र मोदी जी दिल्ली में बोरा की दुकान खोल रखे है, जो इन्हे देंगें…….दूसरे राज्यों में बारदाने की कभी कमी नही हुई, लेकिन छत्तीसगढ़ में ये समस्या आज भी बरकरार है। वही शिक्षकों के हड़ताल पर जाने के सवाल पर डॉ.रमन सिंह ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहां कि मुख्यमंत्री की इच्छा शक्ति नही है, और दूसरा आर्थिक रूप से दीवालियापन होने की वजह से कुछ भी कर पाने में सक्षम नही है, जिसके कारण शिक्षकों का भविष्य अंधकार में है। पुलिस परिवार के साथ ही रेडी टू ईट बनाने वाली महिलांए और जगह जगह पर आंदोलन हो रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के इस बयान के बाद कांग्रेस ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा है कि

“रमन सिंह कोई आरोप नहींं लगा रहे हैं, बल्कि पुराना अनुभव बता रहे हैं। ये वो बातें बता रहे हैं, जब सीएम हाउस और एकात्म परिसर में अधिकारियों की मंडी सजती थी और वहां बोली लगाई जाती थी। जनता ने वो दिन भी देखा है, जब अच्छी पोस्टिंग पाने के लिए अधिकारी आरएसएस जागृति मंडल में माथा टेकने जाया करते थे। रमन सिंह की सरकार जाने के साथ ही यह परंपरा खत्म हो गयी है। अब प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति में उनकी कार्यक्षमता और कर्त्वयनिष्ठा ही पैमाना रह गया है”

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