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CG : हाईकोर्ट के वकील की दबंगई का मामला गरमाया,IMA और जिला अर्बन सोसाइटी आई सामने,पुलिस की कार्रवाई पर उठाये गंभीर सवाल

बिलासपुर 6 अक्टूबर 2023। न्यायधानी बिलासपुर में हाईकोर्ट के वकील की सरेराह दंबगई का मामला अब गरमाने लगा है। डाॅक्टर और स्टाफ नर्स के साथ सरेराह मारपीट करने वाले अधिवक्ता के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई को लेकर आईएमए और जिला अर्बन सोसाइटी अब सामने आ गया है। इस पूरे घटनाक्रम पर सिविल लाइन पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठ रहा है। पुलिस द्वारा काउंटर अपराध दर्ज करने को लेकर आईएमए और जिला अर्बन सोसाइटी ने अपनी आपत्ति दर्ज करायी है। इसके साथ ही आरोपी अधिवक्ता के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का अपराध दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पुलिस यदि इस मामले में ढुलमुल रवैय्या अपनाती है, तो आईएमए इस पूरे घटना को लेकर बड़ा मोर्चा खोल सकती है।

गौतरलब है कि बिलासपुर जिला से हाईकोर्ट के एक वकील और डाॅक्टर के बीच मारपीट का विडियों सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। घटना सिविल लाइन थानांतर्गत कुदुदंड का बताया जा रहा है। जहां मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजनांतर्गत संचालित मेडिकल मोबाइल यूनिट गरीब मरीजों के इलाज के लिए गुरूवार को पहुंची हुई थी। बताया जा रहा है कि यहां डाॅक्टर अंशुल भौमिक अपने स्टाफ के साथ मरीजों का इलाज कर रहे थे। डाॅक्टर ने अपनी बाइक ज्वाय रेसीडेंसी के पास पार्क किया था। पीड़ित डाॅक्टर ने बताया कि बाइक हटाने को लेकर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष वअधिवक्ता रजनीश बघेल ने उनके साथ पहले तो विवाद किया, और फिर तैश में आकर दिनदहाड़े डंडे से मारपीट की की घटना को अंजाम दिया गया।

पीड़ित डाॅक्टर ने आरोप लगाया कि मारपीट की इस घटना के दौरान वकील की पत्नी ने भी मोबाइल यूनिट के अन्य स्टाफ से विवाद करते हुए यूनिट में कार्यरत नर्स सुलोचनी कश्यप को मोबाइल यूनिट से धकेल कर गिरा दिया गया। जिससे नर्स के पैर में गंभीर चोट आई है। सरेराह हुए इस मारपीट की घटना के दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने विडियों भी बना लिया। जिसके बाद डाॅक्टर अंशुल भौमिक ने सिविल लाइन थाना इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। बताया जा रहा है कि वहां भी मारपीट करने वाले अधिवक्ता द्वारा FIR न कराने की धमकी पीड़ित डाॅक्टर को दिया गया। बावजूद इसके घायल डाॅक्टर ने सिविल लाइन पुलिस थाने में इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कराया गया।

इस पूरे घटनाक्रम पर पुलिस ने जहां पीड़ित डाॅक्टर अंशुल भौमिक की रिपोर्ट पर मारपीट करने वाले वकील रजनीश बघेल के खिलाफ सामान्य मारपीट की धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया। वही कुछ देर बाद ही पुलिस ने आरोपी बने अधिवक्ता की रिपोर्ट पर पीड़ित डाॅक्टर के खिलाफ भी मारपीट का अपराध दर्ज कर लिया गया। काउंटर केस दर्ज करने के बाद एक बार फिर सिविल लाइन पुलिस की कार्य प्रणाली सवालो के घेरे में है। जिला अर्बन पब्लिक सर्विस सोसाइटी ने एसपी संतोष सिंह को पत्र लिखकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया है। सोसायटी ने पत्र लिखकर पूरे घटना का ब्यौरा दिया है और शासकीय कार्य के दौरान हुए मेडिकल टीम और डाॅक्टर के साथ मारपीट की घटना में आरोपी अधिवक्ता के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का जुर्म दर्ज करने समेत कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

दूसरी तरफ इस घटना के बाद से चिकित्सकों में भारी आक्रोश है। IMA ने प्रेस रिलीज जारी कर पूरे घटना की निंदा की है, साथ ही आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डाॅक्टर प्रशांत द्विवेदी और सचिव डाॅक्टर शशिकांत साहू ने आरोपी अधिवक्ता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बताय जा रहा है कि पुलिस समय रहते इस मामले को लेकर गंभीरता नही दिखाती है, तो ये मामला और तूल पकड़ेगा। ड्यूटी के दौरान डाॅक्टर और स्टाफ नर्स के साथ हुए मारपीट की घटना के बाद चिकित्सक काफी नाराज है, ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि सिविल लाइन पुलिस की दोहरी और खानापूर्ति वाली कार्रवाई से नाराज IMA आंदोलन की राह भी अख्तियार कर सकता है।

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