क्राइमबिग ब्रेकिंग

CG: न्यूज पेपर देखकर करता था ये गिरोह चोरियां…..साइकिल से घूम-घूमकर कर डाली 70 लाख से ज्यादा की चोरियां…. वारदात का ये तरीका दुनिया में सबसे अजूबा

दुर्ग 11 जनवरी 2022। दुर्ग पुलिस ने एक ऐसे शातिर चोर गिरोह को पकड़ा है, जो अखबार देखकर चोरी की वारदात को अंजाम देता था। पुलिस को चकमा देने के लिए ये गिरोह साईकिल से घूमता था और फिर वारदात को अंजाम देकर आसानी से चंपत हो जाता था। गिरोह ने खुद 41 वारदातों का गुनाह कबूला है, जिसमें इनलोगों ने 70 लाख रुपये से ज्यादा की चोरियां की थी।

दरअसल दिसंबर में अवधपुरी रिसाली में रहने वाले गौतम भट्टाचार्य के घर में चोरियां हुई थी। पुलिस ने चोरी के मामले में जांच शुरू की तो मुखबिर से श्याम नगर रिसाली गांव में कुछ संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली। सूचना ये मिली की लोग एक किराए के मकान में रहते हैं और अक्सर रात में एक साथ निकलते हुए अलग-अलग दिशाओं में चले जाते हैं। पड़ताल आगे बढ़ी तो इस चोर गिरोह का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी अनवर खान, सागर सेन, द्वारिका दास को पकड़ा तो चोरी का राज सामने आ गया। शातिरों ने खुलासा किया कि  दुर्ग जिले में ही 41 चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके है और लगभग 70 लाख से अधिक की चोरी किये जाने की बात कबूली. जिस पर पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर 1 किलो 30 ग्राम सोना, 7 किलो चांदी, 1 लाख नगदी समेत कुल 77 लाख रुपये का मशरूका बरामद किया है।

पेपर देखकर करते थे चोरियां

पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी साइकिल से रेकी करने निकलते। वह लोग उन मकानों की रेकी करते थे जिनमें ताला लगा होता था। वह लोग उन्हीं मकानों को टारगेट बनाते थे, जिनके दरवाजे में दो से तीन दिन का अखबार पड़ा होता था और धूल जमी होती थी। इससे वह पता लगा लेते थे कि घर के सभी लोग कहीं बाहर गए हैं।चोरी का माल खरीदने वाले तीनों सोनार घर पर ही सराफा का काम करते थे। वह लोग कई सालों से चोरी का माल खरीदकर इतना पैसा कमा लिए थे कि महंगी गाड़ियों से घूमना और लग्जरी लाइफ जीना उनका रोज का काम हो गया था। लोगों को उन पर शक न हो इसके लिए वह किसी से अधिक मतलब नहीं रखते थे। चोरी का माल खरीदने के लिए भी महंगी कार से जाते थे और वापस आ जाते थे, इससे किसी को उन पर शक भी नहीं होता था।

चोरी के माल को बिलासपुर के 3 ज्वेलर्स को बेचते थे

पुलिसिया पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह चोरी किए गए सोने – चांदी के जेवरात को बिलासपुर के रहने वाले सर्राफा व्यापारी राजू सोनी, सोमचंद सोनी और जितेंद्र पवार के दुकान में बेचा करते थे. पुलिस चोरों के बयान के बाद बिलासपुर के सर्राफा व्यापारियों के यहां से चोरी का पूरा माल बरामद कर लिया है और सराफा व्यापारियों को चोरी का माल खरीदने के आरोप में गिरफ्तार भी कर लिया है.

साईकिल से घूम – घूम कर 77 लाख की कर डाली चोरी

यह चोर इतने शातिर है कि जब भी किसी चोरी की वारदात को अंजाम देने जाते थे तो वे साइकिल से ही जाते थे. और इतना ही नहीं वह अपना वेशभूषा इस तरह से बदल लेते थे कि ताकी पुलिस वालों और लोगों को यह लगे कि वह कहीं से मजदूरी करके वापस घर आ रहे हैं. चोर बड़ी आसानी से साइकिल पर एक झोले में चोरी का माल रखकर आराम से लोगों के नजरों के सामने से ही रफूचक्कर हो जाते थे.

 

कई दिनों से घर के बाहर पड़े अख़बार वाले घरों को बनाते थे निशाना

 

चोर चोरी करने से पहले वह कई इलाकों में घूमते थे. और उन घरों को निशाना बनाते थे. जिन घरों के बाहर कई दिनों से अखबार पढ़े हुए रहते थे. इससे चोर यह समझ जाते थे कि यह घर में अभी कोई नहीं है. और पिछले कई दिनों से खाली है. चोर इसी का फायदा उठाकर रात में चोरी की घटना को आसानी से अंजाम देकर फरार जाते थे. और इतना ही नहीं चोर चोरी करने के बाद दुर्ग जिला से ही भागकर बिलासपुर चले जाते थे और जब मामला शांत हो जाता था तब फिर वापस आकर दुर्ग में फिर से चोरी करने लग जाते थे.

आरोपी सार्वजनिक स्थानों पर चावल व गेहूं शब्द का कोड वर्ड करते थे इस्तेमाल

चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर सर्तकता बरतते हुए चोरी के सोने व चांदी की बारे में बातचीत के दौरान चावल(चांदी)व गेंहू(सोना) शब्द का उपयोग करते थे. ताकि आसपास मौजूद लोगों को इसकी जानकारी न मिले लेकिन शातिर चोर गिरोह के सदस्य आसानी से समझा जाते थे इस लिए आरोपी कोड वर्ड में बात करते थे.

मुख्य आरोपी व ज्वेलरी संचालक की रायपुर जेल में हुई थी दोस्ती

आरोपी अनवर खान वर्ष 1993 में राजनांदगांव में हत्या के आरोप में रायपुर जेल में सजा काट रहा था. उसी दौरान वर्ष 1996-97 में बिलासपुर सरकंडा निवासी सोमचन्द उर्फ गुड्डू सोनी बलात्कार के मामले रायपुर जेल में सजा काट रहा था. इस दौरान अनवर व सोमचन्द सोनी का मिलना जुलना होने लगी तभी अनवर खान ने चोरी करने एंव चोरी के माल को खपाने के लिए सोमचन्द सोनी के साथ मिलकर योजना बनाई जिसके बाद चोरी के माल को सोमचन्द सोनी के पास चोरी के जेवरात को बेचता था. बाद में अनवर खान ने दो अन्य ज्वेलरी संचालक को बेचना शुरू कर दिया. जिसमें सोमचन्द का भाई राजू सोनी व जितेन्द्र पवार को भी बेचते थे. पुलिस ने ज्वेलरी संचालको के पास से 1.3 किलो सोना व 7 किलो चांदी बरामद किया है.

Back to top button