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CG VIDEO- पावर सेक्टर के लिए कोयले की कोई कमी नही, 250 मिलियन टन कोल प्रोडक्शन की ओर अग्रसर है SECL, CMD ने कहा….कोल डिस्पैंच में SECL ने बनाया रिकार्ड

 

कोरबा 1 मार्च 2022 । एसईसीएल के सीएमडी डॉ.प्रेम सागर मिश्रा मंगलवार को कोरबा की ओपन कास्ट माईंस के साथ ही अंडर ग्राउंड माईंस का ग्राउंड जीरों पर पहुंचकर कोल प्रोडक्शन का जायजा लिया। कोल संकट से जूझ रहे पॉवर सेक्टर के लिए डॉ.प्रेम सागर मिश्रा ने साफ किया कि SECL की खदानों में कोयले की कोई कमी नही है, और लगातार कोल डिस्पैच के जरिये पॉवर सेक्टर को कोयले की आपूर्ति की जा रही है, इसमें कोई कमी नही आने दी जायेगी। इसके साथ ही कोल डिस्पैंच में एसईसीएल अब तक के सारे रिकार्ड ब्रेक करने की तैयारी में है।

गौरलतब है कि एसईसीएल के नये सीएमडी डॉ.प्रेम सागर मिश्रा बिलासपुर मुख्यालय में ज्वाईनिंग के बाद से लगातार SECL की खदानों का सतत मैराथन विजिट कर रहे है। पिछले दिनों एसईसीएल की मेगा प्रोजेक्टर कुसमुंडा, दीपका सहित गेवरा माईंस का उन्होने दौरा किया था, जिसके बाद आज एक बार फिर डॉ. प्रेम सागर मिश्रा एसईसीएल कोरबा क्षेत्र के नये माईंस सरईपाली परियोजना में पहुंचे, यहां खदान निरीक्षण करने के बाद उन्होने एसईसीएल की ढेलवाडीह और सुराकछार भूमिगत खदान में पहुंचकर ग्राउंड जीरो की हकीकत जानी।

एसईसीएल कोरबा क्षेत्र के CGM विश्वनाथ सिंह और डिप्टी जीएम दीपक पंडया के साथ देर शाम CMD ने एसईसीएल की मानिकपुर माईस में पहुंचकर रात के वक्त होने वाले कोल प्रोडक्शन और माईंस के हालात का जायजा लिया। इस दौरान मानिकपुर माईस में कोयला उत्पादन और सुरक्षा मानको के बेहतर क्रियान्वयन की CMD ने सराहना की।गौरतलब है कि एसईसीएल ने वित्तीय वर्ष खत्म होने के 36 दिन पहले ही 23 फरवरी को 138.7 मिलियन टन कोल डिस्पेच के रिकार्ड को क्रास कर लिया है। ऐसे में अब एसईसीएल वर्ष 2018-18 के सर्वाधिक कोल डिस्पैंच 165 मिलियट टन के रिकार्ड को इस वित्तीय वर्ष मेें ब्रेक करने की तैयारी में है।

SECL कोरबा की कोल माईंस देश की शान – सीएमडी

खदान विजिट के बाद NW न्यूज से हुए खास बातचीत में एसईसीएल के सीएमडी डॉ.प्रेम सागर मिश्रा ने बताया कि एसईसीएल की मेगा प्रोजेक्ट में कुसमुंडा, दीपका और गेवरा परियोजना के नाम शुमार है, ये सारी खदान कोरबा में संचालित है। ऐसे में कोरबा की ये सभी खदान ना केवल SECL बल्कि पूरे देश के लिए शान है। जिनसे हर साल कोयला उत्पादन के क्षेत्र में नये कीर्तिमान हासिल करने के साथ ही, देश में उर्जा के क्षेत्र में ये कोल माईंस अपनी अहम भूमिका निभा रही है। डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने बताया कि SECL की खदान अब 150 मिलियन टन से बढ़कर 250 मिलियन टन वार्षिक कोयला उत्पादन की ओर अग्रसर है, हमारा लक्ष्य है कि आने वाले 2 वर्षो में ये लक्ष्य पूरा कर एक बार फिर कोयला उत्पादन के क्षेत्र मेे SECL नया कीर्तिमान हासिल करेगा।

ग्रीन एनर्जी की ओर अग्रसर है एसईसीएल- डॉ.प्रेम सागर मिश्रा

एसईसीएल के सीएमडी डॉ.प्रेम सागर मिश्रा ने बताया कि कोयला उत्पादन के साथ ही एसईसीएल ग्रीन एनर्जी की दिशा मेें भी अपने कदम बढ़ा रहा है। एसईसीएल के पास बड़े पैमाने पर जमीन है, जिस पर आने वाले समय पर सोलर पैनल लगाने के साथ ही ग्रीन बेल्ट डेव्लप करने की दिशा में एसईसीएल प्रबंधन काम करेगी। वही नई खदानो के सवाल पर सीएमडी डॉ.प्रेम सागर मिश्रा ने बताया कि रजगामार और मानिकपुर माईंस के बीच सर्वे में कोयले का अकुत भंडार होने का पता चला है। सर्वे का काम जारी है, सारी प्रक्रिया समय पर होती है, तो इस खाली पड़े स्थान से भी बड़े पैमाने पर कोल प्रोडक्शन हो सकता है।

जब CMD ने CGM और मानिकपुर प्रबंधन की थपथपाई पीठ

कोरबा एरिया के माईंस विजिट पर पहुंचे सीएमडी डॉ.प्रेम सागर मिश्रा देर शाम मानिकपुर ओपन कास्ट माईंस पहुंचे। यहां सीजीएम विश्वनाथ सिंह और दीपक पंडया से कई सवालो के साथ कोल प्रोडक्शन की CMD ने जानकारी ली। जिसमें वित्तीय वर्ष 2021-22 में मिले 4.9 मिलियन टन कोयला उत्पादन के लक्ष्य का 99 फीसदी लक्ष्य पूरा हो जाने की जानकारी मिलने पर CMD ने सीजीएम विश्वनाथ सिंह सहित डिप्टी जीएम दीपक पंडया और मानिकपुर प्रबंधन की सराहना करते हुए पीठ थपथपाई।

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