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CG- IAS की संवेदना – विक्षिप्त मां की दूधमुंही मासूम के लिए फरिश्ता बनकर सामने आई कलेक्टर रानू साहू, नन्ही मासूम की परवरिश और बेहतर भविष्य की जिम्मेंदारी लेकर पेश की मिशाल, कलेक्टर ने अन्न प्रासन्न कर नन्ही बिटिया का नाम रखा तेजस्वनी

 

कोरबा 29 दिसंबर 2021- कहते है बेटियां लक्ष्मी का रूप होती है, ऐसी ही एक बेटी ने एक मानसिक रूप से विक्षिप्त मां की कोख से जन्म लिया था। विक्षिप्त मां मासूम की परवरिश में असमर्थ थी, लिहाजा कोरबा कलेक्टर रानू साहू इस नन्ही सी मासूम के लिए फरिश्ता बनकर सामने आई है। इस मासूम बिटिया का कलेक्टर ने ना सिर्फ नामकरण किया बल्कि उसकी पूरी देखरेख और बेहतर भविष्य की सारी जिम्मेंदारी खुद वहन करने का संकल्प लेकर समाज में मिशाल पेश किया है।

छत्तीसगढ़ की माटी से जुड़ी कोरबा कलेक्टर रानू साहू की संवेदनशीलता के कई किस्से है, लेकिन मंगलवार को कलेक्टर ने जो पहल की है, वो समाज और आम लोगों के बीच एक मिशाल बनकर सामने आया है। दरअसल सामाजिक संस्था छत्तीसगढ़ वेल फेयर सोसायटी द्वारा संचालित “अपना घर” सेवा आश्रम में जन्में बच्चों के नामकरण, अन्न प्रासन्न संस्कार के लिए कलेक्टर रानू साहू को आमंत्रित किया गया था। इस आश्रम में मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों को रख उनकी देखभाल की जाती है।

नामकरण और अन्न प्रासन्न कार्यक्रम में पहुंची कलेक्टर रानू साहू वहां रहने वाले लोगों और बच्चों के संबंध में जानकारी ले रही थी, तभी छत्तीसगढ़ वेलफेयर सोसायटी के राणा मुखर्जी ने कलेक्टर को एक 6 माह की दूधमंही बच्ची के संबंध में चौकान वाली जानकारी दी। उसने बताया कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान पुराने बस स्टैंड से एक मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला को संस्थान में लाया गया था। मेडिकल जांच में महिला पांच माह के गर्भ से थी, लिहाजा विक्षिप्त महिला का सोसायटी द्वारा चलाये जा रहे अपना घर सेवा आश्रम में लाया गया।

आश्रम में गर्भवती मानसिक विक्षिप्त महिला की देखभाल की गई और महिला ने 23 जून को एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। 6 महीने की इस नन्ही मासूम के सिर पर ना तो पिता का साया है और ना ही विक्षिप्त मां उसे सही तरीके से लालन-पालन कर पाती है। इस नन्ही बिटियां की हकीकत जानकर कुछ देर के लिए कलेक्टर भी भावुक हो गयी, और उन्होने तत्काल बच्चीं के परवरिश, शिक्षा और शादी तक की पूरी जिम्मेदारी खुद लेने का मौके पर ही संकल्प लिया।

कलेक्टर रानू साहू ने 6 महीने की नन्ही मासूम बिटिया का अपने हाथों से ना सिर्फ अन्न प्रासन्न कराया,बल्कि उसका नाम तेजस्वनी रखकर उसके उज्जवल भविष्य के लिए हर कदम पर साथ निभाने की बात कही है। कलेक्टर रानू साहू ने बच्ची का नामकरण करते हुए कहा कि ये बच्ची अपने नाम के अनुरूप समाज मे एक विशेष मुकाम हासिल करेगी और लोगो के जीने का नया तेज देगी।

 

कलेक्टर रानू साहू ने NW न्यूज़ से चर्चा में बताया कि कोरबा में छत्तीसगढ़ वेल्फेयर सोसायटी के  “अपना घर” में आयोजित अन्न प्रासन्न और नामकरण कार्यक्रम मेें मुझे बुलाया गया था, जहां एक 6 महीने की बच्ची और उसकी विक्षिप्त मां की जानकारी मुझे मिली।
बच्चीं अपनी मां के साथ ही रहेगी, लेकिन मासूम बच्चीं के बेहतर भविष्य के लिए उसकी परवरिश, शिक्षा और सारी जरूरतों की जवाबदारी मेरे द्वारा लिया गया है। मेरी पोस्टिंग अभी कोरबा में है….भविष्य में कही भी पोस्टिंग रहे,लेकिन इस बच्ची के कारण अब कोरबा से सीधा लगाव रहेगा और बच्ची के बेहतर भविष्य के लिए मैं समय समय पर उससे मिलते रहूंगी….और बच्ची के उज्जवल भविष्य के लिए जो भी जरूरते होगी वह मेरे द्वारा पूरी की जायेगी।

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