टॉप स्टोरीज़वायरल न्यूज़

चीन के विदेश मंत्री चिन गांग के ग़ायब होने का रहस्य, प्रेम प्रसंग की अटकलें और पद से हटाया जाना

चिन गांग की जगह कम्युनिस्ट पार्टी के विदेश मामलों के प्रमुख वांग यी को फिर से विदेश मंत्री बनाया गया है.

चीन के लिए चिन गांग के पतन की ख़बर बहुत बड़ी है लेकिन हमेशा की तरह इस ख़बर को बिना तामझाम और बहुत मामूली जानकारी के साथ सार्वजनिक किया गया.

इसमें बस इतना कहा गया, “चिन गांग को विदेश मंत्री के पद से हटा दिया गया है. चीन की शीर्ष विधायिका ने विदेश मंत्री के रूप में वांग यी की नियुक्ति के पक्ष में वोट किया.”

25 जून से सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखे किन गैंग

गौरतलब है कि किन गैंग को 25 जून के बाद से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है, जब उन्होंने बीजिंग में रूस के उप विदेश मंत्री एंड्रे रुडेंको से मुलाकात की थी. ऐसे में उनको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. बता दें कि किन की अनुपस्थिति में वांग यी पिछले कुछ हफ्तों से विदेश मंत्री के रूप में काम कर रहे थे, जिन्हें अब पूरी तरह से कमान सौंप दी गई है.

वांग यी इससे पहले केंद्रीय विदेश मामलों के आयोग के कार्यालय के निदेशक भी रह चुके हैं. दिसंबर में गैंग के विदेश मंत्री नियुक्त होने से पहले वांग यी ही यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे. मालूम हो कि गैंग 8 महीने पहले यानी दिसंबर 2022 में चीन के विदेश मंत्री बनाए गए थे. 

किन को राष्ट्रपति शी के विश्वासपात्र के रूप में देखा जाता था और कई विश्लेषकों ने राजनयिक रैंकों में उनकी हालिया तेजी से वृद्धि को उनके संबंधों के लिए जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि, किन के भाग्य के बारे में चीन कई हफ्तों से चुप्पी साधे हुए है, जिन्हें 25 जून के बाद से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है. जब उन्होंने बीजिंग में रूस के उप विदेश मंत्री एंड्रे रुडेंको से मुलाकात की थी. उनकी अनुपस्थिति से अटकलों का बाजार गर्म हो गया कि उन्हें पद से हटा दिया गया है या आधिकारिक जांच चल रही है. किन गैंग के कर्तव्यों को हाल ही में चीन के शीर्ष राजनयिक वांग ने संभाला था, जो सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की विदेश नीति का नेतृत्व करते हैं.

चिन के ग़ायब होने का रहस्य

चिन गांग चीनी सरकार में जाना पहचाना चेहरा थे और उनकी ग़ैरमौजूदगी से न सिर्फ़ राजनयिक हलकों में चर्चा थी बल्कि आम चीनी जनता में अटकलबाजी चल रही थी.

शी जिनपिंग ने पिछले दिसंबर में ही उन्हें विदेश मंत्री नियुक्त किया था और एक महीने पहले ही वो अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से बीजिंग में मिले थे जब दोनों देश उच्च स्तर पर राजनयिक रिश्तों को बहाल करने पर रज़ामंदी जताई थी.

एक महीने पहले इंडोनेशिया में एक बैठक में चिन को शामिल होना था लेकिन वो वहां नहीं पहुंचे. उनके बारे में सिर्फ़ ‘कुछ सेहत से संबंधित दिक्क़तों’ का हवाला दिया गया था.

Back to top button