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लेखक सलमान रुश्दी पर न्यूयॉर्क में जानलेवा हमला, …..गर्दन में घोंपा चाकू….

नई दिल्ली 12 अगस्त 2022 : भारत में जन्में अंग्रेजी भाषा के प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी पर शुक्रवार को अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान चाकू से हमला किया गया। हमलावर ने उनकी गर्दन में चाकू मारा। हमले के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। न ही इस बात का पता चला है कि हमलावर कौन है। न्यूयॉर्क पुलिस ने छुरा घोंपे जाने की पुष्टि की है और कहा कि उन्हें हेलीकॉप्टर से एक क्षेत्रीय अस्पताल ले जाया गया है।

न्यूयॉर्क पुलिस ने एक वक्तव्य जारी कर कहा है कि वह लेखक सलमान रुश्दी पर हुए हमले की जांच कर रही है। न्यूयॉर्क पुलिस ने कहा, ”12 अगस्त, 2022 को सुबह लगभग 11 बजे, एक संदिग्ध शख्स ने मंच पर चढ़कर रुश्दी और उनका साक्षात्कार ले रहे व्यक्ति पर हमला कर दिया। रुश्दी की गर्दन पर चाकू से वार किया गया है। संदिग्ध हमलावर को तुरंत हिरासत में ले लिया गया है। रुश्दी की गर्दन में चोट आई है. एक हेलीकॉप्टर के जरिए रुश्दी को एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया है। उनकी हालत के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। वहीं, उनका साक्षात्कार लेने वाले के सिर में मामूली चोट लगी है। चौटाउक्वा काउंटी शेरिफ कार्यालय की टीम घटनास्थल पर मौजूद है.”रुश्दी की विवादित पुस्तक ‘‘द सैटेनिक वर्सेज” ईरान में 1988 से प्रतिबंधित है। कई मुसलमानों का मानना है कि रुश्दी ने इस पुस्तक के जरिए ईशनिंदा की है। इसे लेकर ईरान के तत्कालीन सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खमनेई ने रुश्दी को मौत की सजा दिए जाने का फतवा जारी किया था। ईरान ने रुश्दी की हत्या करने वाले को 30 लाख डॉलर से अधिक का इनाम देने की भी पेशकश की थी। सलमान रुश्दी की पुस्तक ‘‘मिडनाइट्स चिल्ड्रन” के लिए उन्हें प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

‘द बुकर प्राइजेज’ ने रुश्‍दी पर हुए हमले की निंदा की है। दिल्‍ली स्थित ब्रिटिश लेखक विलियम डेलरिंपल ने रुश्‍दी पर हुए हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए उम्‍मीद जताई कि उन्‍हें चोट नहीं आई होगी।

न्‍यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस की ओर से कहा गया है कि उसके रिपोर्टर ने चौटाक्‍वा इंस्‍टीट्यूशन में एक शख्‍स को तेजी से मंच पर आते हुए देखा। जब परिचय दिया जा रहा था तो इस शख्‍स ने रुश्‍दी पर हमला किय। इसके कारण मशहूर लेखक फर्श पर गिर गए। गौरतलब है कि भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक, 75 वर्ष के रुश्‍दी पिछले 20 सालोंं से अमेरिका में रह रहे हैं।

सलमान रुश्‍दी का पहला उपन्‍यास 1975 में आया था लेकिन आधुनिक भारत के बारे में उनकी मौलिक रचना मिडनाइट्स चिल्‍ड्रन (1981) है। अपनी चौथी पुस्‍तक The Satanic Verses (1988) के विवाद के बाद वे लंबे समय तक लोगों की नजरों से दूर रहे।

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