अध्यातम

भूल कर भी न करें ये काम नही तो शनि देव हो सकते है आपसे नाराज…

16 सितम्बर 2023|सनातन धर्म में सप्ताह के हर दिन किसी न किसी देवी-देवता की पूजा की जाती हैं। वहीं कई दिन ऐसे भी हैं, जिन्हें विभिन्न देवताओं या देवियों की पूजा के लिए खास माना गया है।तथा हर एक दिन अलग अलग देवी देवताओं की पूजा की जाती है। आइए जानते है किस दिन कौन से देवी-देवताओं की पूजा होती है। सोमवार को भगवान शिव तो वहीं मंगलवार को हनुमान जी व देवी दुर्गा बुधवार को श्री गणेश, बृहस्पतिवार को श्री हरि विष्णु व माता सरस्वती, शुक्र को माता लक्ष्मी, संतोषी माता, शनिवार को शनिदेव, मां काली, हनुमान जी, बाबा भैरव और रविवार भगवान सूर्य के लिए प्रमुख माने गए हैं।

इन चीजों से शनिदेव नाराज हो जाते हैं-

आज हम आपको शनिवार को न्याय के देवता शनि देव से जुड़ी कुछ खास और महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताएंगे। शनिवार के कारक देवता शनिदेव हैं।जबकि इस दिन हनुमान जी व बाबा भैरव की पूजा भी की जाती है। इस दिन के मुख्य कारक देव शनि होने के कारण शनि देव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। एक ओर जहां इस दिन कुछ विशेष तरीकों से शनिदेव को प्रसन्न किया जाता है, वहीं इस दिन के लिए कुछ खास कार्यों को वर्जित भी माना गया है।

शनिवार के दिन किसी भी प्रकार के लोहे के सामान को खरीदना वर्जित माना गया है इस लिए इसका एकदम ध्यान रखे ताकि आप गलतीं से भी शनिवार के दिन लोहा न खरीद ले। कुल मिलाकर इस दिन लोहे से जुड़ी कोई भी वस्तु न तो लाएं, न ही उसे खरीदें, यानि यदि कहीं से ये चीज मुफ्त में भी मिल रही हो तो भी न लें।या कोई दे रहा हो कुछ लोहे का सामान तो उस दिन न लेकर अगले दिन लेले,लेकिन शनिवार को लेने की भूल न करे।

माना जाता है कि शनिवार के दिन लोहे का सामान खरीदने से शनि नाराज हो जाते हैं। वहीं जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती चल रही है, वह तो इससे दूर ही रहें, हां आप इस दिन लोहे का सामान दान जरूर कर सकते हैं।लोहे के अलावा,चमड़ा,काले तिल,काला कपड़ा,तेल,कोयला,झाडू व स्याही भी न खरीदे।

बाल व नाखुन को न कटें:

शनिवार के दिन बाल, दाड़ी और नाखुन काटने की भूल न करें। शनिवार के दिन अत्यंत जरूरी होन के बावजूद भी कोशिश करे की बाल और दाढ़ी काटने से बच सकें, साथ ही साथ नाखून भी काटने से बचें, क्योंकि शनिवार को काटने से शनि दोष लगता है।

मांस मदिरा से दूर रहे:

न्याय के देवता शनि के दिन शुद्ध सात्विक भोजन सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। जैसे सनातन धर्म मे तो मान लिया गया है की मंगलवार को मांस नही खाया जाता ठीक उसी प्रकार शनिवार वाले दिन भूलकर भी मांस मदिरा का उपयोग नहीं करना चाहिए। वहीं इस दिन काली उड़द की खिचड़ी को भोजन में लेने से शनिदेव बेहद खुश हो जाते हैं,

Back to top button