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ED BIG BREAKING: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने भेजा समन, अवैध खनन मामले में कल पूछताछ के लिए बुलाया….

रांची 02 नवंबर 2022: अवैध खनन मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने समन भेजा है। ईडी ने हेमंत सोरेन को कल पूछताछ के लिए बुलाया है। अवैध खनन मामले में पिछले दो महीनों में ईडी ने छापेमारी भी की थी। साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का राजनीतिक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध खनन मामले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन जारी किया है। ईडी ने उन्हें तीन नवंबर को दिन के करीब 11:30 बजे रांची स्थित इडी के कार्यालय में पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है। मुख्यमंत्री को समन भेजने के साथ ही ईडी ने पुलिस महानिदेशक को इस सिलसिले में एक पत्र लिखा है। इसमें तीन नवंबर को सुरक्षा का विशेष प्रबंध करने का अनुरोध किया गया है।

मुख्यमंत्री को पूछताछ के लिए समन जारी करने का मुख्य कारण उनके विशेष प्रतिनिधि पंकज मिश्रा द्वारा अवैध खनन में शामिल होने और 42 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित करने के अलावा अन्य कई मामले हैं। इसमें मनी लाउंड्रिंग के आरोप में फंसी आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को खान विभाग में पदस्थापित करने के कारणों के अलावा प्रेम प्रकाश के घर से मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा के लिए तैनात जवानों के नाम आवंटित दो एके-47 और 60 गोलियों का मिलना शामिल है।

सूचना है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED ) की ओर से हिनू एयरपोर्ट रोड स्थित अपने कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की गयी है। सूत्रों के मुताबिक ईडी ने पुलिस मुख्यालय को इस बारे में पत्र भी भेजा है। पत्र की प्रति केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को भी दी गयी है। हालांकि न तो प्रवर्तन निदेशालय ने और न ही पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने इस बात की आधिकारिक रूप से पुष्टि की है।

क्या है पूरा मामला
बता दें कि ईडी को सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के साहेबगंज स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान एक लिफाफा मिला था। बताया जाता है कि इसमें मुख्यमंत्री के बैंक खाते से जुड़ा चेकबुक था। 2 चेकबुक में मुख्यमंत्री का साइन मिलने की बात भी कही जा रही है। इसके अलावा प्रेम प्रकाश के हरमू स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान ईडी को उसके घर की आलमारी से 2 एके-47 राइफल और 60 गोलियां मिली थी। बताया जाता है कि ये हथियार जिन 2 कांस्टेबल के थे, वे मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा में तैनात थे।

हाल ही में खुलासा हुआ कि न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाज के दौरान पंकज मिश्रा लगातार अधिकारियों के संपर्क में था। सूत्रों के मुताबिक जांच में ईडी को इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री का नाम लेकर अधिकारियों को हड़काता था। गौरतलब है कि ईडी ने साहिबगंज सहित अन्य जिलों में अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग के आरोपों में 19 जुलाई को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था। पंकज मिश्रा पर अवैध खनन के जरिए 42 करोड़ रुपये की मनी लाउंड्रिंग का आरोप है। पंकज मिश्रा की गिरफ्तारी के पश्चात आधिकारिक बयान में ईडी ने बताया था कि राज्य में 1000 करोड़ रुपये से भी अधिक का अवैध खनन हुआ है।

मुख्यमंत्री को ईडी द्वारा समन भेजे जाने की खबर सामने आते ही मुख्य विपक्षी पार्टी, बीजेपी के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। गोड्डा से लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने खबर से जुड़ी अखबार की कटिंग शेयर करते हुए लिखा है कि अब क्या बचा?

बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी ट्वीट किया है। लिखा है कि भगवान श्री कृष्ण ने अहंकारी शिशुपाल की सौ ग़लतियों को माफ़ किया था। विधि का यही विधान है, जब पाप का घड़ा पूरी तरह से भर जाता है तब ऊपर वाले का चक्र चलता है। ये सीएम पर तंज की तरह देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि 6 मई 2022 को ईडी ने पहली बार झारखंड की निलंबित खान एवं उद्योग सचिव पूजा सिंघल सहित अन्य के कम से कम 25 ठिकानों पर छापेमारी की थी। तब, निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के सीए सुमन कुमार के घर और कार्यालय से 19 करोड़ रुपये से अधिक नगदी मिली थी। जांच का सिलसिला आगे बढ़ा तो इसमें अवैध खनन का मामला भी सामने आया। 8 जुलाई को ईडी ने मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित अन्य के साहिबगंज, मिर्चाचौकी, उधवा, बरहड़वा, बरहेट और राजमहल के 11 ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी में 5 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद हुई। अलग-अलग 37 बैंक खातों में जमा 11 करोड़ 37 लाख रुपये जमा होने का भी पता चला। ईडी ने जब मामले में चार्जशीट दाखिल की तो इसमें मुख्यमंत्री द्वारा हस्ताक्षर किया हुआ चेकबुक मिलने की बात कही गई।

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