Business

किसानों को मुफ्त मिलेगी बिजली, इन शर्तो का करे पालन होगा लाभ, जाने पूरी डिटेल्स

नई दिल्ली: केंद्र सरकार के द्वारा किसानों को काफी सारे लाभ दिए जा रहे हैं। हाल ही में सरकार के द्वारा इंजन चलाने वाले किसानों को बिल माफ करने को लेकर ऐलान किया है। अधिकारियों के अनुसार, कुछ मामलों में कुछ शर्तों के साथ में किसानों को निजी नलकूप चलाने में मुफ्त बिजली प्राप्त होगी

इनमें से कुछ शर्तों में निजी हैंडपंप संचालकों के लिए हर महीने 140 यूनिट चलाने वाले शामिल हैं। इसके साथ में हर एक हैंडपंप किसान संचालक को अपने नलकूप पर मीटर जरुरी लगवाना होगा।

किसानों को मुफ्त मिलेगी बिजली, इन शर्तो का करे पालन होगा लाभ, जाने पूरी डिटेल्स

Read more: भीषण गर्मी में Amrapali और Nirahua का कंबल के अंदर चल रहा रोमांस देख पगलाए दर्शक, देखे वीडियो

मार्च महीने तक बिल का बकाया जमा करना होगा। इसके साथ में घरेलू कनेक्शन का बिल भी समय से जमा करना होता है। किसानों को संबंधित विद्युत केंद्रों पप 140 यूनिट मुफ्त बिजली लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करना आवश्यक है। अधिकारियों के मुताबिक अगर किसान मुफ्त बिजली का लाभ उठाना चाहते हैं तो कुछ शर्तों का पालना करना होगा।

किसानों को होगा लाभ

सरकार के ऐलान के बावजूद भी पूरे साल से निजी हैंडपंप का बिल आ रहा है। माफी की आस से अधिकतर किसानों ने निजी नलकूपों का बिल जमा नहीं किया था। किसानों को बिजली के बिल की आस लगी थी। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि जिले के विद्युत विभाग के अधिकारियों को बिजली का बिल की छूट के लिए ब्लाकवार कार्रवाई में जुट गए हैं।

मुख्य सचिव ऊर्जा एवं एक्स्ट्रा ऊर्जा स्त्रोत विभाग शासन लखनऊ की ओर से एक पत्र जारी हुआ है। पत्र में किसानों कि बिजली माफी 1 अप्रैल 20234 से बात कही गई है।

जानकारी के लिए बता दें सीतापुर में 21 हजार 500 से ज्यादा निजी हैंडपंप हैं। इसमें संदना सरवा, सिधौली ,कसमंडा,अटरिया महमूदाबाद, मछरेहटा, आदि विद्युत उपकेंद्र शामिल है।

किसानों को मुफ्त मिलेगी बिजली, इन शर्तो का करे पालन होगा लाभ, जाने पूरी डिटेल्स

Read more: CG: आज रविवार को भी खुले रहेंगे रजिस्ट्री आफिस, राज्य सरकार ने दिया है निर्देश

इन केंद्रो के जरिए किसानों को निजी नलकूपों हेतु विद्युत आपूर्ति की जाती है। जिले के अधिशासी अभियंता नंदलाल का कहना है कि सभी नलकूप किसानों को बिजली माफी होनी है। उन्होंने 21 हजार से ज्यादा उपभोक्ता होने की बात की थी।

Back to top button