CG : DFO मैडम के मालिश और राशन में खर्च किये 1.02 लाख, पैसा मांगने पर रेंजर को DFO ने कहा मंत्री से बोलकर अभी सस्पेंड करवा दूंगी !
मुंगेली 19 जून 2023। छत्तीसगढ़ में अफसरों की अफसरशाही के किस्से आपने सुने और देखे होंगे। जीं हांअफसरशाही का ऐसा ही एक मामला मुंगेली जिला में सामने आया हैं। यहां डीएफओं शमा फारूकी की खातिरदारी के लिए रेंजर से पहले मालिश के लिए महिला कर्मचारी से लेकर घर का राशन और बच्चों के खिलौने मंगवाये गये। बाद में जब रेंजर ने इन सब कामों में खर्च पैसों की मांग की तो डीएफओं मैडम भड़क गयी और सीधे सस्पेंड करने की धमकी देने लगी। रेंजर ने अब इस मामले की लिखित शिकायत पुलिस में दर्ज करायी हैं। जिसमें उसने डीएफओं शमा फारूकी पर वनमंत्री का धौंस दिखाकर सस्पेंड कराने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया गया हैं।
जानकारी के मुताबिक मुुंगेली रेंज में रेंजर के पद पर फेकूराम लास्कर की पदस्थापना हैं। फेकूराम ने 17 जून 2023 को मुंगेली के कोतवाली थाना में डीएफओं शमा फारूकी के खिलाफ लिखित शिकायत की हैं। इस शिकायत में रेंजर फेकूराम ने आरोप लगाया हैं कि उसने डीएफओं मैडम के बाद में पैसा देने की बात कहने पर उनके घर में हर सप्ताह राशन के सामानों के साथ ही मीट-मुर्गा, मछली सहित बच्चों के खिलौने, पर्दा, कार्पेट लगाने में करीब 90 हजार रूपये खर्च किये। इसके बाद डीएफओं मैडम के मालिश के लिए चंद्रकुमारी पात्रे नामक लड़की को रखा गया था। जिसे रेंजर ने 12 हजार रूपये का भुगतान किया। करीब 1 लाख 02 हजार रूपये खर्च होने के महीनों बाद भी जब डीएफओं ने रेंजर को पैसा वापस नही किया, तो उसने पैसों की मांग कर दी।
फिर क्या था डीएफओं मैडम का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होने रेंजर को सीधे सस्पेंड करने की धमकी दे दी। पीड़ित रेंजर का आरोप हैं कि डीएफओं ने उसे धमकाते हुए यहां तक कह दिया कि तुम्हे ठीक-ठाक ढंग से रिटायर होना हैं या नही ? या तुम्हे किसी भी मामले में फंसा दिया जाये। डीएफओं शमा फारूकी पर ये भी आरोप हैं कि उसने रेंजर पर पीसीसीएफ और वन मंत्री से कहकर तुरंत सस्पेंड कराने की धमकी दिया गया। रेंजर फेकूराम ने अपनी शिकायत में बताया हैं कि वह जून महीने के अंत में रिटायर हो रहा हैं। ऐसे में डीएफओं की धमकी के बाद उसे फर्जी प्रकरण में फंसाने का भय हैं। लिहाजा रेंजर ने कोतवाली थाना में लिखित शिकायत कर डीएफओं शमा फारूकी पर पैसों का गबन, अपशब्द,धमकी देने के साथ ही कूट रचना कर दस्तावेज तैयार करने के प्रकरण में एफआईआर दर्ज करने की मांग की गयी हैं।
आपको बता दे कि मुंगेली डीएफओं शमा फारूकी का विवादों से पुराना नाता रहा हैं। इससे पहले कोरबा जिला के कटघोरा में पदस्थापना के दौरान भी डीएफओं बंगला में काम करने वाली एक महिला ने डीएफओं पर 5 से 6 महीने का वेतन नही देने का गंभीर आरोप लगाया गया था। इसके साथ ही कटघोरा वन मंडल में हाथी की मौत के साथ ही वन परिक्षेत्र में कराये गये कार्यो में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। कोरबा से मुंगेली जिला में जाने के बाद एक बार फिर डीएफओं शमा फारूकी विवादों में आ गयी हैं। देखना होगा कि इस प्रकरण में कोई कार्रवाई होती हैं, या फिर छोटे कर्मचारी को बलि का बकरा बना दिया जाता हैं। ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।