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जेल में दोस्ती, फिर दुश्मनी और अब खौफनाक मर्डर, बोरी में पैक करने आरी से काटा शव, पढ़िये दिल दहलाने वाली वारदात

भिलाई 5 जून 2023। भिलाई में किडनैपिंग और मर्डर मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। सट्टेबाजी की वजह से ओमप्रकाश की हत्या नहीं हुई थी, बल्कि पैसे नहीं लौटाने पर वारदात को अंजाम दिया गया था। आरोपी ने सिर्फ गुमराह कर फिरौती लेने के चक्कर में 30 लाख रुपये की डिमांड की थी, जबकि आरोपियों ने फिरौती मांगने से पहले ही आरोपी की हत्या कर दी थी।

भिलाई 3 में हुई हत्या के मामले में दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने खुलासा किया है कि 31 मई को हुई हत्या के पीछे पैसे का लेनदेन था, लेकिन आरोपी बचने के लिए महादेव ऑनलाइन आईडी के नाम से पुलिस को गुमराह करता रहा। लेकिन आरोपी की कुछ गलती ने पूरे मामले की सच्चाई सामने ला दी। दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा के मुताबिक मृतक और आरोपी दोनों की दोस्ती जेल में हुई थी और यह दोस्ती मर्डर मिस्ट्री में बदल गई। दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि आरोपी ने खुद की जमानत कराने मृतक ओमप्रकाश को पैसे दिए थे। जिसके बाद लगातार आरोपी से वह पैसे मांगता रहा और उसे जेल से भी नही छुड़ाया। जिसके बाद आरोपी ने उसकी हत्या करने के साथ ही अपहरण कर घर  वालो से पैसे वसूलने की योजना बनाई और अन्य 2 साथियों को भी शामिल किया।

हत्या की साजिश आरोपी ने 1 महीने की पहले ही कर ली थी। इसके लिए उसने किराए का कमरा लिया और एक नया सिम खरीदा जिसका उपयोग उसने केवल मृतक की पत्नी से फिरौती मांगने के लिए किया। 31 मई की रात गला दबाकर हत्या करने के बाद आरोपी ने अगले दिन दोपहर को एक आरी भी खरीदी। जिससे उसने मृतक के पैर भी काटे ताकि उसे बोरी में पैक कर किया जा सके। इस पूरे मामले में आरोपी को हत्या के कुछ घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया गया और उसके दो अन्य साथी को दुर्ग पुलिस 18 घंटे बाद नागपुर से पकड़ कर कर लाई।

आरोपी आशीष तिवारी के पूछताछ के उपरांत प्रकरण के अन्य आरोपी रजनीश पाण्डेय एवं अनुज तिवारी की पतासाजी की गयी जो की घटना के बाद अपने गांव रीवा भागने के संबंध में पता चला। तकनीकी आधार पर पतासाजी करने पर उक्त दोनों आरोपियों की उपस्थिति नागपुर रेल्वे स्टेषन के आसपास होना पता चला। जिससे नागपुर रेल्वे पुलिस के सहयोग से आरोपी रजनीष पाण्डेय एवं अनुज तिवारी पकड़ने में सफलता प्राप्त हुयी। पूछताछ करने पर उक्त दोनों आरोपियों के द्वारा अपने साथी आषीष तिवारी के साथ मिलकर पैसे के लेने देन के नाम पर हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकार किये। आरोपियों की निषान देही पर मृतक का शव, मेस्ट्रो वाहन, मोबाईल फोन, हत्या की घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन, ऑरी एवं मोटर सायकल बरामद कर जप्त किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही थाना पुरानी भिलाई से की जा रही है।

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