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जरा ये भी देखिये तो ! कलेक्टर प्रियंका की आईडिया पर तैयार ये रेनबो पोलिंग बूथ दिल जीत लेगा, देखने में जितना लाजवाब, संदेश उतना ही शानदार, एक से बढ़कर एक हैं ये पोलिंग बूथ

कांकेर 7 नवंबर 2023। कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला इनोवेशन के लिए जानी जाती है। अपनी क्रिएटिविटी को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहने वाली कलेक्टर डॉ प्रियंका की अनूठी पहल इस बार के चुनाव में भी दिख रही है। इस चुनाव में कांकेर में जो कुल 12 मॉडल पोलिंग बूथ बनाये गये हैं, वो इतने लाजवाब हैं, यहां आने वाला हर मतदाता हैरान है। हैरानी का आलम तो इस कदर है कि कई लोग सिर्फ इन पोलिंग बूथ को ही देखने के लिए पहुंच रहा है। अलग-अलग थीम पर आधारित इन पोलिंग बूथ में सेल्फी जोन भी बनाया गया है। जहां, लोग मतदान के बाद अपनी सेल्फी ले सकते हैं।

बेहतरीन है रेनबो पोलिंग बूथ : संदेश जितना शानदार, खूबसूरती उतनी ही लाजवाब

पखांजुर में बना रेनबो पोलिंग बूथ तो इतना खुबसूरत बना है कि कई लोग यहां के पोलिंग बूथ की सिर्फ तस्वीर लेने केलिए पहुंच रहे हैं। वैसे भी कांकेर में मतदान के प्रति सुबह से ही काफी रूझान दिख रहा है। ऐसे में जब लोगों को सुबह का दीदार खुबसूरत पोलिंग बूथ के साथ हो रहा है, तो लोकतंत्र के इस महापर्व का जश्न और भी दोगुना हो जा रहा है। पूरे देश में मॉडल पोलिंग बूथ का ये सबसे अनूठा नजारा है। रेनबो मॉडल मतदान केंद्र कांकेर जिले के पखांजूर-3 क्षेत्र में स्थापित किया गया है, जहां जिले में सबसे अधिक तृतीय लिंग मतदाता हैं। यह मॉडल मतदान केंद्र न केवल अधिकतम मतदाताओं को आकर्षित करने और तीसरे लिंग के संबंध में सामाजिक आशंकाओं और कलंक को दूर करने के लिए स्थापित किया गया है। साथ ही तीसरे लिंग को यह महसूस कराने के लिए भी रेनबो पोलिंग बूथ को तैयार किया गया है कि वे लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। केंद्र में तैनात 4 सुरक्षाकर्मी भी तीसरे लिंग के हैं। इस पोलिंग बूथ पर आने वाले मतदाता यह संदेश भी घर ले जाएंगे कि तीसरे लिंग समुदाय के सदस्य जीवन के सभी पहलुओं में किसी से पीछे नहीं हैं।

ईको फ्रेंडली पोलिंग बूथ : नो प्लास्टिक यूज का दे रहा संदेश

उतना ही खुबसूरत चिवरांज का ईको ग्रीन पोलिंग बूथ भी बना है। पूरी तरह से इको फ्रेंडली सामानों से तैयार इस पोलिंग बूथ की हरियाली लोगों को खूब आकर्षित कर रही है। ईको फ्रेंडली पोलिंग स्टेशन सभी तीन विधानसभा क्षेत्र में तैयार किये गये हैं। बस्तर की पहचान वहां की बस्तरिया आर्ट और बांस रही है, कलेक्टर प्रियंका ने बस्तर की इन्ही खासियत की मॉडल पोलिंग बूथ के रूप में परिकल्पना की है। इन मतदान केंद्रों में प्लास्टिक के किसी भी उपयोग से परहेज किया गया है। इन मतदान केंद्रों को स्थानीय रूप से उपलब्ध पेंड़-पौधे और पत्तियों के अलावे बांस आदि से सजाया गया है। वेटिंग जोन और गलियारे को भी छांव के लिए हरी पत्तियों के शेड से ढक दिया गया है। दीवारों की सजावट भी स्थानीय पत्तियों का इस्तेमाल किया गया है, साथ ही पीने के पानी के लिए मिट्टी के बर्तन रखे गए हैं। प्रभागीय वन अधिकारियों के मार्गदर्शन में स्थापित इन मतदान केंद्रों को पर्यावरण अनुकूल सामग्रियों से सुसज्जित किया गया है। ये पर्यावरण के सुरक्षा और संरक्षण का भी संदेश दे रहा है।

ब्लैक एंड व्हाईट मॉडल पोलिंग बूथ

मॉडल पोलिंग बूथ की खूबसूरती का एक और नजारा चारामा में दिख रहा है, जहां ब्लैक एंड व्हाईट थीम पर पोलिंग बूथ को तैयार किया गया है।

आदिवासी कलाकृति व बैंम्बो आर्ट वाला पोलिंग बूथ

कांकेर में कुल 10 ऐसे पोलिंग स्टेशन है, जहां आदिवासी कलाकृति व बैम्बो आर्ट का इस्तेमाल कर पोलिंग स्टेशन तैयार किया गया है।

बांग्ला ट्रेडिशन पर आधारित पोलिंग बूथ

पखांजूर का क्षेत्र बांग्लाभाषी है। लिहाजा मॉडल पोलिंग बूथ का एक अनूठा नजारा बंगाली कल्चर और ट्रेडिशन को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। जिसमें केले के पत्ते का इस्तेमाल किया गया है।

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