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कर्नाटक, कॉलेज के टॉयलेट में कैमरा लगाने वाली 3 लड़कियों पर केस, BJP ने की CBI जांच की मांग

27 जुलाई 2023 कर्नाटक के उडुपी स्थित एक प्राइवेट कॉलेज के महिला टॉयलेट में मोबाइल कैमरा मिलने का मामला सामने आया। आरोप है कि कॉलेज में पढ़ने विशेष समुदाय की 3 लड़कियों ने यह मोबाइल कैमरा रखा था।

इस कैमरे में अन्य समुदाय की लड़कियों के प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद ये छात्राएं अपने समुदाय के लड़कों के साथ वीडियो शेयर कर देतीं थीं।

जब घटना सामने आई तो अन्य छात्रों और हिन्दू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके बाद कॉलेज ने तीन छात्रों को निलंबित कर दिया।

इस बीच गुरुवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य खुशबू सुंदर उडुपी के कॉलेज पहुंची. उन्होंने मामले की जानकारी ली. ठीक इसी वक्त बेंगलुरु और उडुपी में बीजेपी, विश्व हिंदू परिषद ने सिद्धारमैय्या सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. बीजेपी विधायक डॉ. अश्वत्थ नारायण ने कहा, “हम इस मामले की सीबीआई या एनआईए जांच  चाहते है, ताकि सच का पता चल सके और न्याय हो सके.”

क्या है मामला?
मामला उडुपी के एक पैरा-मेडिकल कॉलेज का है. यहां की 3 छात्राओं ने कॉलेज के लेडीज टॉयलेट में मोबाइल फोन कैमरा फिक्स किया. एक दूसरी छात्रा ने ऐसा होते देखा और कॉलेज प्रशासन से इसकी शिकायत की. जानकारी के मुताबिक, कॉलेज प्रशासन ने इस कैमरे से वीडियो डिलीट किया. कैमरा लगाने वाली तीनों छात्राओं को सस्पेंड कर दिया गया. जिस छात्रा ने आपत्ति दर्ज कराई थी, उसने पुलिस में मामला दर्ज करवाने से मना किया.

सोशल मीडिया ग्रुप पर अन्य छात्रों के साथ साझा कर रहे थे वीडियो

एक समुदाय के छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने दूसरे समुदाय की छात्राओं के नहाते हुए वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए महिला शौचालय में एक सेल फोन छिपा दिया और फिर उसे व्हाट्सएप के जरिए अपने समुदाय के छात्रों को भेज दिया। बता दें कि वो छात्र ग्रुप   में उस वीडियो को शेयर कर रहे थे। घिनौना कृत्य सामने आने पर अन्य छात्रों ने कॉलेज प्रशासन को उचित कार्रवाई करने को लेकर चेतावनी दी। इस मामले को लेकर दोनों समुदायों के छात्र आपस में भिड़ गए।

इस शर्मनाक घटना को लेकर हिंदू संगठन में आक्रोश

 प्रबंधन बोर्ड ने हस्तक्षेप किया और आरोपी छात्रों के  खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की और उन्हें निलंबित करने की अधिसूचना जारी की। जब मामला सार्वजनिक हुआ, तो हिंदू संगठन संस्थान पहुंचे और प्रशासन से इस भयानक आचरण पर कड़ी प्रतिक्रिया देने का आग्रह किया।  बता दें कि उडुपी वो जगह हैं जहां से हिजाब विवाद शुरू हुआ था। तब बड़े पैमाने पर यहां प्रदर्शन किए गए थे। मुस्लिम छात्राओं के धार्मिक अधिकारों को लेकर देश में चर्चा का विषय बनी थी।

पीड़ित ने FIR नहीं की, कॉलेज ने पुलिस को मोबाइल सौंपे
घटना की खबर लगने के बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भी कॉलेज पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कुछ स्टूडेंट ग्रुप्स ने उडुपी एसपी अक्षय हाके से मुलाकात करके कार्रवाई की मांग की है। हालांकि कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं को सस्पेंड तो कर दिया है, लेकिन अब तक किसी भी पीड़ित ने शिकायत दर्ज नहीं की है।

उधर कॉलेज मैनेजमेंट ने पीड़ित के सामने ही वीडियो डिलीट कर दिए थे। लेकिन पुलिस को जांच के लिए आवेदन दिया है। साथ ही आरोपियों के मोबाइल भी फॉरेंसिक जांच के लिए सौंप दिए हैं।

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