क्राइमहेडलाइन

कुम्हारी हत्याकांड : अवैध संबंध की वजह से दोस्त बना दुश्मन, पैसे की लालच में भाई बन गया हैवान…चार लोगों की हत्या का 30 घंटे के भीतर पुलिस ने किया खुलासा.. छोटा भाई सहित 3 गिरफ्तार

दुर्गा 1 अक्टूबर 2022। दुर्ग के कुम्हारी हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने 30 घंटे के भीतर सुलझा ली है। 29 सितंबर को टंडन बाडी कपसदा खार में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी गयी थी। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू की। पुलिस अधीक्षक दुर्ग, डॉ. अभिषेक पल्लव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव एवं नगर पुलिस अधीक्षक, कौशलेंद्र पटेल भी तत्काल मौके पर पहुंचे और पुलिस टीम गठित कर जांच शुरू की। मौके पर परिवार का मुखिया भोलानाथ यादव का शव मुख्य द्वार से पांच कदम दूरी पर पाया गया तथा पचपन साठ कदम दूरी पर निवास स्थल गृह के प्रवेश द्वार पर मृतिका नैला यादव का शव तथा गृह के भीतर रसोई घर में मृतक एवं मृतिका के बालक व बालिका उम्र 12 तथा 07 वर्ष के बच्चों का शव पाया गया।

मृतक के मकान में स्थित आलमारी का समस्त सामान बिखरा हुआ मिला। मृतकों के कपड़े एवं आधार कार्ड, मार्कशीट फैला पाया गया। ग्रामीणों ने पूछताछ के दौरान बताया कि घटना वाली रात से दो आकाश मांझी, टीकम दास धृतलहरे गायब हैं। सायबर सेल की मदद से घटना ग्राम से फरार संदेहियान आकाश एवं टीकम का उडिसा में होना सीडीआर एवं लोकेशन से जानकारी प्राप्त हुई तत्काल क्राईम टीम को संदेहियों की तलाश में भेजा गया। पुलिस की एक टीम मृतक के माता पिता एवं भाई किस्मत यादव के घर भेजा गया। मृतक के परिजनों से पूछताछ करने के दौरान घर के दरवाजे पर खून के निशान मिला। तलाशी के दौरान खून से रंगा चौखट एवं दीवार पर खून के निशान मिले। मृतक के माता पिता एवं छोटे भाई किस्मत से पूछताछ की गयी। हिल हवाला जवाब दिये जाने पर मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव तथा जप्तशुदा रक्त रंजीत चौखट एवं मृतक के मस्तिष्क का अंदरूनी हिस्से का टुकड़ा जप्त कर थाना लाया गया।

हत्या की ये रही वजह

मृतक के भाई किस्मत यादव से सघन पूछताछ करने पर किस्मत यादव ने बताया कि वो माता पिता की देखभाल करता है, उसके पास पैसे नहीं है… जबकि उसका बडा भाई भोलानाथ यादव ऐश की जिंदगी जीता है। वो रोजाना अपने मित्रों के साथ मौज मस्ती करता है, चार साल पहले उसने ट्रैक्टर भी खरीदा, इससे पहले जमीन खरीदी। भोलानाथ सिर्फ अपने शौक मौज पर पैसा खर्च करता था और घर परिवार का ध्यान न रखता था। पूर्व के मित्र आकाश मांझी के साथ शराब पीना व आकाश के माध्यम से उडीसा से मोहनी दवाई मांगा कर स्त्रियों को खिलाकर आकाश के साथ मौज मस्ती कराया करता था।

चार माह पूर्व मृतक भोलानाथ यादव एवं उसके मित्र आकाश मांझी के द्वारा मोहनी दवाई का उपयोग कर एक ही स्त्री से अय्याशी को लेकर लडाई झगडा विवाद होने से बातचीत बंद होना पाया गया। आकाश मांझी का मृतक भोलानाथ यादव से दूर होने पर छोटे भाई किस्मत यादव के साथ उसकी दोस्ती हो गयी। दोनों का खाना पिना शराब सेवन शुरू हो गया। दोनो ही भोलानाथ को अपना दुश्मन मानते थे। लिहाज, दोनों ने भोलानाथ से बदला लेने की योजना प्रारंभ की गयी, उसी सिलसिले में किस्मत यादव द्वारा योजनाबद्ध तरीके से आकाश व टीकम के साथ खाना पिना लगातार स्थापित कर अपने बडे भाई मृतक भोलानाथ यादव से ईर्ष्या व द्वेश में बदले की भावना प्रगाड होती गयी। आकाश मांझी द्वारा पीने खाने की अवस्था में किस्मत एवं टीकम को मोहनी दवाई तथा उसका उपयोग कर मृतक भोलानाथ यादव के साथ घटित घटना के संबंध में सब कुछ बताया गया।

किस्मत द्वारा उक्त दवा का उपयोग करने के लिए मांगा। जिस पर तीन आरोपियों द्वारा पैसा मिलाकर 15 हजार रूपये में उडीसा ग्राम घुरकोटी के बाबा से उडीसा जाकर मोहनी दवाई लाकर आकाश तथा मृतक भोलानाथ से पूर्व से परिचित महिला से संपर्क स्थापित किया गया। इसी तारतम्य में 29 सितंबर की दोपहर से ही आरोपी किस्मत यादव, आकाश मांझी तथा टीकम दास धृतलहरे द्वारा पैसे मिलाकर शराब सेवन किया गया देर शाम शराब सेवन के दौरान आरोपीगण द्वारा मृतक भोलानाथ के पास पहुंचे। मृतक के रेघा बाडी निवास स्थल पहुंचकर मृतक बडे भाई भोलानाथ को आवाज देकर तलब किया गया। मृतक मुख्य द्वार के पास आने पर उससे पैसे की मांग की गयी। जिस पर भोलानाथ द्वारा आक्रोशित होने तथा अपने छोटे भाई एवं अपने पूर्व के मित्र आकाश मांझी जिससे बातचीत नही है को अपशब्द कहे जाने पर आरोपीगण किस्मत यादव, आकाश मांझी एवं टीकम दास धृतलहरे द्वारा भोलानाथ को पकडकर मारपीट हुई मृतक द्वारा तुम्हे नही छोडुंगा देख लुंगा अपशब्द कहे जाने पर मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव द्वारा खेत के निकट ही पडे कुल्हाडी को उठाकर मृतक भोलानाथ के माथे पर वार किया गया इसी दौरान आकाश मांझी द्वारा खेत में ही स्थित सब्बल तथा आरोपी टीकम द्वारा फसल काटने के पटटे से मृतक भोलानाथ यादव के सिर पर लगातार वार किया गया। भोलानाथ यादव मुख्य द्वार से कुछ कदम दूरी चित हालत में ढेर हो गया। घटना के दौरान मृतक के चिखने चिल्लाने पर मृतक की पत्नी नैला यादव द्वारा गेट के रास्ते पर आने पर आरोपीगण द्वारा मृतक की पत्नी का भी पीछा किया गया। मृतिका नैला यादव द्वारा घर में प्रवेश कर सुरक्षा हेतु प्रयास किया गया। आरोपीगण द्वारा मृतिका को घर के प्रवेश द्वार पर ही हमला कर सिर पर वार किया गया, जिससे मृतक की पत्नी नैला यादव घर के प्रवेश द्वार में ही गिरकर मृत्यु हो गई, उसी कमरे में मृतक एवं मृतिका के बच्चे सोये थे जो घटना की आवाज सुनकर तथा देखकर अंतिम कमरे रसोई की ओर भागे, आरोपीगण स्वयं के पहचान के डर से अपने भाई भोलानाथ यादव के बच्चों को सिर में आघात पहुंचाकर निर्मम हत्या कारित किये। हत्या कारित करने उपरांत जैसा मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव को जानकारी थी कि मृतक भोलानाथ यादव के पास हमेशा पैसा होता है आरोपीगण द्वारा मृतक के घर के मंदिर कमरा में स्थित आलमारी को खोलकर आलमारी में रखे सामान को बाहर निकाल कर आमलारी से नगद रकम 7,92,400/- एवं कुछ सोने चांदी के जेवर मिले जिसे आरोपीगण अपने कब्जे में लेकर फरार हो गयेें। आरोपी आकाश मांझी व टीकम दास घटना के बाद से उड़िसा भाग गये थे जिन्हे पुलिस टीम द्वारा भवानीपट्टना उड़िसा में घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों से पृथक-पृथक पूछताछ करने पर तीनो साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया जिससे अरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाजरब एवं खुन लगे कपड़े व नगदी रकम जप्त किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निदेशन एवं सतत् मार्गदर्शन में 30 घंटे के भीतर अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने मे सफलता प्राप्त हुई। अग्रिम कार्यवाही थाना कुम्हारी से की जा रही है।
उक्त सनसनीखेज सामुहिक हत्याकांड के खुलासे में थाना कुम्हारी, थाना पुरानी भिलाई, थाना खुर्सीपार, थाना जामुल, थाना सुपेला, थाना भिलाई भट्टी, थाना दुर्ग, थाना पुलगांव एवं एण्टी क्राईम एण्ड सायबर यूनिट के स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही।

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