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CG : शादी के मंडल से कांस्टेबल दूल्हे को उठा ले गयी प्रेमिका, घटना देख भौचक्के रह गए घराती के साथ ही बराती

कांकेर 12 मई 2024। नक्सल प्रभावित कांकेर जिला में शादी समारोह में जमकर बवाल मच गया। यहां शादी के मंडल में दुल्हन के साथ सात फेरे लेने से ठीक पहले दुल्हे की प्रेमिका आ धमकी और बीच शादी समारोह से ही दुल्हे को उठाकर अपने साथ ले गयी। इस घटना को देख घराती साथ ही बाराती भौचक्के रहे गये। इस पूरे घटनाक्रम के बाद जमकर विवाद भी हुआ। देर रात तक चले रिश्तेदारों व सामाजिक जनों की बैठक के बाद दोनों पक्षों ने शादी को रद्द किया गया।

जानकारी के मुताबिक पूरा मामला जिला मुख्यालय से करीब सात किलोमीटर दूर ग्राम कोकपुर का है। पूरा मामला 10 मई का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि ग्राम कोकपुर में मगरलोड तहसील के ग्राम साजाडीह से एक पुलिस आरक्षक की बारात आई थी। शाम को बारात स्वागत के बाद सभी घराती और बाराती के लोग स्टेज में पहुंचे। जहां शादी की वैधानिक विधि के अनुरूप टिकावन का कार्यक्रम किया जा रहा था। टिकावन के रश्म के बाद शादी के अन्य रस्मों को पूरा करने दूल्हा और दुल्हन को मंडप में बिठाया गया। परंपरा अनुसार सभी रस्मों को पूरा करते हुए दूल्हा-दुल्हन 7 फेरे लेने की तैयारी कर ही रहे थे।

तभी दुल्हे की प्रेमिका शादी के मंडप पर आ धमकी और दूल्हे को उठाकर अपने साथ ले जाने लगी। यह सब देख सब भौचक्के रह गए और शादी समारोह में एकाएक विवाद शुरू हो गया। बताय जा रहा है कि दुल्हे की प्रेमिका ने लड़के पर धोखे से शादी करने का आरोप लगाते हुए खुद के साथ अफेयर की जानकारी सभी को दी। जिसके बाद शादी समारोह स्थल पर बैठे घराती व बारातियों ने इसका विरोध भी किया गया। लेकिन युवती नहीं मानी और दूल्हे को अपने साथ ले जाने की जिद पर अड़ी रही। जब युवती से दूल्हे को उठाकर ले जाने का कारण पूछा गया, तो उसने बताया कि तीन साल से उसका प्रेम संबंध चल रहा है। शादी की बात को उसके प्रेमी ने छुपाकर रखा था।

आज सुबह जब उसे इस बात की जानकारी हुई, तो वह हकीकत जानने विवाह स्थल पर पहुंच गयी। सच्चाई सामने आने के बाद प्रेमिका पुलिस आरक्षक की शादी नही होने देने की जिद्द पर अड़ी रही। काफी विवाद और नाराजगी के बाद अंततः शादी का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। इस पूरे मामले को लेकर गांव में उसी दिन बैठक की गयी, जिसमें समाज के लोगों ने युवती से सारी जानकारी ली गयी। सच्चाई सामने आने के बाद दुल्हा बने पुलिस आरक्षक की गलती सामने आयी। जिसके बाद रिश्तेदारों व सामाजिक जनों की बैठक में दोनों पक्षों को सुनने के बाद शादी को रद किया गया। साथ ही दुल्हन पक्ष की तरफ से शादी में हुए खर्च का पूरा भुगतान दूल्हा पक्ष को देने का फैसला लिया गया।

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