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बजट पेश करने के साथ ही निर्मला सीतारमण कई रिकॉर्ड बनाएंगे ,इन बड़े वित्त मंत्रियों को छोड़ देंगी पीछे…

दिल्ली 27 जनवरी2024|जनवरी समाप्त होने वाला है और उसके बाद साल के दूसरे महीने फरवरी की शुरुआत हो जाएगी. हर साल की तरह इस बार भी कैलेंडर पर साल बदलते ही बजट की चर्चाएं तेज हो गई हैं और अभी सुर्खियों में हैं. इस बार का बजट आसन्न लोकसभा चुनावों के चलते भी महत्वपूर्ण है और लोगों को इसका बेसब्री से इंतजार है. लोगों को चुनावों के कारण सरकार से लोकलुभावन बजट की उम्मीद है. हालांकि बजट कैसा होगा और लोगों की उम्मीदें किस हद तक पूरी हो पाएंगी, ये सब अगले सप्ताह ही पता चल पाएगा, लेकिन कुछ बातें पहले से पता हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कई नए इतिहास को अपने नाम करने जा रही हैं, यह उन बातों में एक है

अरुण जेटली के निधन से मिला मौका
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में वित्त मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी दी गई. वित्त मंत्रालय हर सरकार में सबसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों में एक माना जाता रहा है. इस कारण वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी अनुभवी नेताओं को दी जाती रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में वित्त मंत्रालय अनुभवी नेता अरुण जेटली संभाल रहे थे. उनके निधन के बाद यह जिम्मा खाली हो गया और मोदी सरकार ने साल 2019 में निर्मला सीतारमण पर भरोसा दिखाया.

सबसे ज्यादा बार किसने पेश किया बजट?
जानकारी के लिए बता दें कि सबसे अधिक बार भारत का बजट मोरारजी देसाई ने पेश किया है. उनके नाम पर वित्त मंत्री के रूप में 10 बार देश का आम बजट पेश करने का रिकॉर्ड दर्ज है. वहीं मोरारजी देसाई के बाद सबसे ज्यादा 9 बार बजट यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहे पी. चिदंबरम के नाम है. इसके बाद प्रणब मुखर्जी और यशवंत सिन्हा 8-8 बार बजट पेश किया था. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी 6 बार बजट पेश कर चुके हैं.

सबसे लंबा बजट का रिकॉर्ड भी सीतारमण के पास
इसके अलावा निर्मला सीतारमण ने एक और रिकॉर्ड भी अपने नाम किया हुआ है. दरअसल साल 2021 में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय इतिहास का सबसे लंबा बजट भाषण पेश किया था, जो 2 घंटे 40 मिनट तक चला था. उन्होंने 2020 बजट पेश करने के 2 घंटे 17 मिनट के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा था. उनसे पहले सबसे लंबा बजट भाषण का रिकॉर्ड 2003 में देश का आम बजट पेश करते हुए तत्कालीन वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने 2 घंटे 13 मिनट लंबा दिया था.

इंदिरा गांधी के साथ दर्ज हुआ नाम
इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा था, जब कोई महिला वित्त मंत्री सरकार की ओर से बजट पेश कर रही थीं. उससे पहले 1970 में भी एक महिला के द्वारा बजट पेश किया गया था. वह बजट पेश किया था इंदिरा गांधी ने, जो उस समय प्रधानमंत्री थीं और जिनके पास वित्त मंत्रालय की भी जिम्मेदारी थी. कहने का मतलब यह कि इंदिरा गांधी ने फुल फ्लेज वित्त मंत्रालय को नहीं संभाला था. इस हिसाब से भी निर्मला सीतारमण बजट पेश करने वाली दूसरी महिला बन जाती हैं.

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