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BEO पर गंभीर आरोप: बिना पैसे नहीं होता कोई काम, रिटायर शिक्षकों को भी परेशान करने से नहीं आ रहे बाज, संशिसं की कलेक्टर से शिकायत

बलौदाबाजार 24 जुलाई 2023 । कसडोल के BEO राधेश्याम जायसवाल के खिलाफ छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ ने मोर्चा खोल दिया है। बीईओ की कार्यशैली की शिकायत कलेक्टर से की गयी है। संयुक्त शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नंदलाल देवांगन ने बलौदाबाजार कलेक्टर से की गयी शिकायत में कई गंभीर आरोप लगाये हैं। श्री देवांगन ने बताया कि बीईओ लगातार विवादों मे रहते हैं, कई दफा शिकायत पर भी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है। देवांगन ने कहा कि गंभीर आरोपों से घिरे अफसर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होना, विभाग पर सवाल खड़े कर रहा है। क्या बीईओ की ऊपर तक पहुंच बन गई है, जिसके चलते उनके ऊपर अभी तक कोई बड़ी कार्रवाई नही हो रही ? या कोई नेता, मंत्री का सहायता मिल रहा है जिसके बल पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है ? हालांकि देर शाम में बीईओ राधेश्याम जायसवाल को हटा दिया गया है।

जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि कसडोल की शिक्षा व्यवस्था तहस नहस हो गयी है। कोई शिक्षक 7 महीने से शाला नही आ रहा तो कोई आ रहा है तो शराब पीकर आ रहा है। ऐसे तमाम मामले पड़े हैं जो कसडोल शिक्षा विभाग के दुर्दशा को बताती जरुर है लेकिन कार्यवाही के तरस रहे हैं। शिकायत पत्र मे लिखा गया है कि कसडोल ब्लॉक के विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी आरएल जायसवाल जब से पदभार ग्रहण किये है तभी से कसडोल का बीईओ कार्यालय मनमाने ढंग से काम कर रहा है। नंदलाल देवांगन ने बीईओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कार्यालय में किसी भी शिक्षक का काम बिना पैसे के कोई कार्य नही किया जा रहा है।

रिटायर शिक्षकों का पेंशन महीनों से अटका है

वर्तमान में हमारे विकासखण्ड कसडोल मे महीनों पूर्व शिक्षक/प्रधानपाठकों सेवानिवृत्त हुए हैं जिनमें करीब 10 शिक्षक है‌, लेकिन सेवानिवृत्त शिक्षकों का पेंशन प्रकरण आज पर्यन्त है पूर्ण रूप से निराकारण नही हुए हैं । इस संबंध में लगातार पूर्व में लगातार शिकायत किया जा चूका है तथा अखबारों मे भी खबर आ चुकी है , लेकिन बीईओ कार्यालय कसडोल में पदस्थ राधेलाल जायसवाल एवं लिपिक जितेन्द्र खुंटे द्वारा लगातार गलत जानकारी दिया जा रहा है। कई शिक्षकों का अवकाश नगदीकरण, GST तथा अन्य पेंशन संबंधी प्रक्रिया को पूर्ण नहीं किया जा रहा है इस तरह के मूल समस्याओं को निराकृत करने के बजाय विभिन्न वसूली में लगे हैं।जिसके बाद 10 सेवानिवृत्त शिक्षकों की सूची है जिसमें उच्च कार्यलय से आदेशानुसार सेवानिवृत्त पश्चात 1 माह में पेंशन प्रकरण पूर्ण करने का आदेश दिया गया था।

मनमाने तरीके से शिक्षकों को हटाया और अटैच किया जा रहा


28 जून 2023 शाला खुलने के उपरांत बीईओ कसडोल द्वारा उच्च कार्यलय के आदेश को नकारते हुए इस वर्ष शाला सत्र 2023 में जुलाई से अभी तक 25 से 30 शिक्षकों का व्यवस्था किया गया है और ऐसे शाला से शिक्षकों को हटाया गया है जहां पे पहले से ही शिक्षकों की कमी है । उदाहरण में प्राथमिक शाला थरगांव में 2 शिक्षिका कार्यरत है जिसमें से 1 शिक्षिका को शासकीय प्राथमिक शाला थरगांव से हटा कर प्राथमिक शाला खपरीडीह में अगामी आदेश तक व्यवस्था किया गया है, जबकि पहले से ही प्राथमिक शाला खपरीडीह में 8 शिक्षक पदस्थ है वहाँ की शिक्षको की संख्या 9 हो गई जबकि थरगांव प्राथमिक शाला में 60 बच्चे होने के उपरान्त 01 शिक्षिकीय शाला हो गया। वहाँ 01 शिक्षिका होने के उपरान्त भी आर्थिक सर्वेक्षण में ड्यूटी लगा है। जब प्रश्न उतपन्न होता है कि मैडम के आर्थिक सर्वेक्षण मे जाने के उपरान्त स्कूल को देखे कौन, संचालन कौन करेगा। इस प्रकार के उदाहरण कसडोल ब्लाक में बहुत सारे स्कूलों में देखे जा सकते है, और इस प्रकार की स्थिति कसडोल ब्लाक में नियम विरुद्ध व्यवस्था करने के कारण उत्पन्न हुई है।

IT रिटर्न को लेकर भी शिक्षक हो रहे परेशान

कसडोल ब्लाक में बी.ई.ओ., डी.डी.ओ. का टी.डी.एस. अभी तक से जमा नही करने के कारण आयकर रिटर्न फाईल (ITR) करने में परेशानी हो रही है। जिसके कारण संबंधित शिक्षक-शिक्षिकाओं को 10 हजार का पैनाल्टी लग सकता है इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। इस प्रकार की लापरवाही पूर्ण कार्य के कारण शिक्षक-शिक्षिकाओं को आर्थिक हानि उठाना पड़ सकता है। उपरोक्त सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए बी.ई.ओ. कसडोल श्री आर.एल. जायसवाल के ऊपर अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए सभी प्रकरणो अतिशीघ्र निराकरण करने की कृपा की बात शिकायत मे कही गई है।

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