ब्यूरोक्रेट्स

SERT डायरेक्टर राजेश राणा बोले- व्यावसायिक शिक्षा को रुचि एवं आवश्यकता अनुसार पाठ्यक्रम में शामिल करें….. प्रौढ़ प्रवेशिका निर्माण कार्यशाला में राज्य भर के शिक्षाविद कर रहे हैं शिरकत

रायपुर 28 अक्टूबर 2021। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रौढ़ शिक्षा के शामिल होने के बाद अब राज्य स्तरीय प्रवेशिका कार्यशाला चल रही है। SERT और SLMA संचालक राजेश सिंह राणा के निर्देशन में चल रही कार्यशाला में राज्य भर के शिक्षाविद पहुंचे हुए हैं। प्रवेशिका निर्माण का पहला और दूसरा चरण पूर्ण होने के बाद ये तीसरा चरण है।

राजेश राणा बोले- व्यावसायिक शिक्षा को रुचि एवं आवश्यकता अनुसार पाठ्यक्रम में शामिल करें

एससीईआरटी एवं एसएलएमए डायरेक्टर राजेश सिंह राणा ने लेखन समूह को संबोधित करते हुए कहा प्रवेशिका में असाक्षरों के जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शामिल किया जायेगा। वित्तीय संबंधी प्रक्रिया एवं लेनदेन की विस्तृत जानकारी शामिल करना है। इस प्रवेशिका में राज्य के क्षेत्रीय भाषाओं के फैक्टर को जोड़ना है। राजेश राणा ने कहा जलसंग्रहण, खेती बाड़ी एवं बाजार से संबंधित गतिविधियां को शामिल करना है।

बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में पहली बार प्रौढ़ों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए प्रौढ़ शिक्षा शामिल किया गया है। जिसको पूर्ण करने न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम के तहत संचालित किया जाएगा जिसके लिए प्रवेशिका निर्माण की जिम्मेदारी राज्य को दिया गया है। जिस पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण छत्तीसगढ़ ने तत्परता दिखाते हुए कार्य शुरू कर दिए है।

प्रवेशिका निर्माण वर्कशॉप के आरंभ में राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक प्रशांत कुमार पाण्डेय ने कहा हमने साक्षरता की प्रवेशिका पहले भी बनाई है। अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रौढ़ असाक्षरों के लिए जो प्रवेशिका तैयार करना है उसमें राज्य भर के शिक्षा से जुड़ें शिक्षाशास्त्री की टीम शामिल होकर तैयार कर रहे हैं। आगे कहा प्रवेशिका में पांचों संभागों की आवश्यकता का आंकलन एवं समझ के आधार पर बनाई जा रही है। प्रवेशिका एन0 सी0 एफ0 के 13 थीम्स के आधार पर हो रहा है। इस कार्यक्रम को दिसम्बर तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।

आगे एससीएल प्रकोष्ठ प्रभारी प्रीति सिंह ने कहा हमने पिछले कार्यशाला में चैप्टर बना लिए हैं। चैप्टर ऐसा बना रहे हैं जो आवश्यकता अनुरूप है जिसे असाक्षरों को समझने में आसानी होगी एवं उन्ही के अनुकूल पाठ्यक्रम तैयार की रणनीति बनाई जा रही है। कोरिया डीपीओ यूके जायसवाल ने कहा हमें हमारी सोच और प्रौढ़ असाक्षरों के सोच में अंतर पाया जाएगा। हमें आगामी दिनों में बदलती हुई संदर्भ के अनुसार जरूरत की चीजों को शालिम करें।
उसके बाद महानदी, अरपा, इंद्रावती, शिवनाथ के सभी शिक्षाविदों को पहले से बनाये गए प्रवेशिका को आवश्यकतानुसार सुधार करने दिया गया। तत्पश्चात सभी चारों समूहों के दुर्गा सिन्हा, सीमांचल त्रिपाठी, पुष्पा सिंह एवं अमित अवस्थी ने ग्रुप कार्य को प्रस्तुत किये।

इस कार्यक्रम में न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम में जिला कोरिया से स्त्रोत व्यक्ति उमेश कुमार जायसवाल, रायपुर से सुधा वर्मा, ज्योति चक्रवर्ती, रविन्द्र यादव, धारा यादव, सरगुजा से प्रतिभागी पुष्पा सिंह, सूरजपुर से प्रतिभागी सीमांचल त्रिपाठी, कृष्ण कुमार ध्रुव, जशपुर से उषा किरण तिर्की, महासमुंद से दुर्गा सिन्हा, दुर्ग से सुमन श्रीवास्तव, मोहित कुमार शर्मा, राजनांदगांव से बबिता गिरी, बस्तर से अमित अवस्थी, दंतेवाड़ा से मुकेश रैकवार, रायपुर से कामिनी बावनकर के साथ राज्य स्तरीय प्रवेशिका निर्माण कार्यशाला के समन्वयक निधि अग्रवाल, नेहा शुक्ला, यूनिसेफ से विकास भदौरिया, कविता लिखार, कृष्णा गौर, महेश वर्मा, दीप, ध्रुव एवं राज्य भर से आये शिक्षाविद शामिल हैं।

Back to top button