ब्यूरोक्रेट्सहेडलाइन

सोशल पुलिसिंग में सौम्य,तो अपराधी और माफियाओं के बीच खौफ…..छत्तीसगढ़ से लेकर अमेरिका तक झंडा गाड़ने वाले ऐसे हैं IPS संतोष सिंह, जो संभालेंगे न्यायधानी की कमान

@VIJAY KUMAR SINGH

रायपुर 28 जनवरी 2023। छत्तीसगढ़ सरकार ने शुक्रवार की देर रात प्रदेश के 8 आईपीएस अफसरों का तबादला आदेश जारी किया हैं। ट्रांसफर लिस्ट में एक नाम कोरबा एसपी संतोष सिंह का भी शामिल है, उन्हें बिलासपुर जिले का नया एसपी बनाया गया है। बिलासपुर के होने वाले नए एसपी संतोष सिंह छत्तीसगढ़ के एक ऐसे चर्चित आईपीएस अफसर हैं, जिन्होने नशे के खिलाफ निजात अभियान के जरिये ना केवल प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ पुलिस का परचम लहराया हैं। आईपीएस संतोष सिंह का कार्यकाल कोरबा जिले में भले ही महज साढ़े 6 महीने का रहा, लेकिन उनके द्वारा पुलिसिंग के क्षेत्र में खीची गयी लकीर सालों-साल याद की जायेगी।

गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार नशे के कारोबार के सख्त खिलाफ हैं। प्रदेश भर में पुलिस विभाग द्वारा समय-समय पर नशे के कारोबार के खिलाफ छोटी-बड़ी कार्रवाई की जाती रहती हैं। लेकिन आईपीएस संतोष सिंह की पोस्टिंग जिस भी जिले में रही, उन्होने समाज को खोखला करने वाले नशे के कारोबार के खिलाफ महाअभियान जारी रखा। इसी का असर हैं कि आज छत्तीसगढ़ के जिस भी जिले में आईपीएस संतोष सिंह की पोस्टिंग होती हैं, वहां नशे के सौदागर पहले ही अपने कारोबार को समेटने में जुट जाते हैं। आईपीएस संतोष सिंह ने कोरबा में nwnews24.com खास बातचीत की। उन्होने बताया कि अगर वे आईपीएस नहीं बनते तो एक बेहतर प्राध्यापक जरूर बनते।

आईपीएस संतोष सिंह ने बताया दिल्ली में एम.फील के बाद पीएचडी करने दौरान वे दिल्ली यूनिवर्सिटी में कुछ समय के लिए पढ़ा भी रहे थे। किसी अच्छे यूनिवर्सिटी में अच्छे प्रोफेसर के रूप में करियर बनाने की प्लानिंग थी, लेकिन लाइफ में कई बार टर्न आता हैं और करियर में नई जिम्मेदारी आती हैं। आज पुलिस सेवा के क्षेत्र में उसी ईमानदारी के साथ अपने कार्य को अंजाम दे रहे हैं।

IPS संतोष सिंह से खास बातचीत का विडियों यू-टयूब के इस लिंक पर क्लिक करके देखे…

आपको बता दे कि 2011 बैच के आईपीएस संतोष सिंह का जन्म यूपी के गाजीपुर में हुआ। उन्होंने नवोदय विद्यालय से स्कूली शिक्षा हासिल की, इसके बाद बीएचयू से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री हासिल की। संतोष सिंह ने जेनएयू से इंटरनेशनल रिलेशन से एमफिल किया। इसके बाद सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी। 2011 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की और आईपीएस बन गए। 2011 बैच के आईपीएस संतोष सिंह की पहली पोस्टिंग दुर्ग में रही। इसके बाद नक्सल क्षेत्र सुकमा में 2014 से 2016 तक बतौर एडिशनल एसपी के रूप में कार्य किया। उसके बाद नारायणपुर और महासमुंद जिले में भी एसपी के रूप में अपनी सेवा दी। संतोष सिंह रायगढ़ जिला में दो साल बतौर एसपी के रूप में काम किया।

बेहतर पुलिसिंग के लिए अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले संतोष सिंह को महासमुंद जिले में कार्य करने के दौरान चाइल्ड फ्रेंडली पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए आईएसीपी के सम्मान से नवाजा गया। महासमुंद में कार्य के दौरान इन्होंने एक लाख बच्चों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी, जो कि वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी आकी जाती है। इसके साथ ही संतोष सिंह ने रायगढ़ में कार्य के दौरान रक्षा बंधन त्यौहार के वक्त लोगों को कोविड-19 के वक्त जागरूक करते हुए, 12 लाख से ज्यादा लोगों को मास्क बांटे थे।

चैंपियंस ऑफ चेंज अवॉर्ड भी मिल चुका है

एसपी संतोष सिंह को कोरबा जिले में उत्तम काम करने के कारण उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने 2018 में चैंपियंस ऑफ चेंज अवार्ड से सम्मानित किया था। वहीं रायगढ़ में तैनाती के दौरान ही संतोष सिंह को क्राइम कंट्रोल के लिए तीन बार इंद्रधनुष अवॉर्ड से सम्मानित किया गयां।

Back to top button