शिक्षक/कर्मचारी

सेटअप के मुद्दे पर शिक्षक संगठनों का ऐसा बना दबाव की और हो गई विकट स्थिति …. नया पत्र जारी होने के बाद खड़ा हुआ सवाल कि क्या शिक्षक संगठनों के विरोध प्रदर्शन का जरा सा भी नहीं हो रहा अधिकारियों पर असर ?

रायपुर 12 मई 2022। सेटअप के मुद्दे पर शिक्षक संगठनों का विरोध प्रदर्शन जारी है लेकिन तमाम बवाल के बीच जो नया पत्र जारी हुआ है यह सवाल खड़ा कर दिया है की क्या शिक्षक संगठनों के विज्ञापन अभियान का अधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है क्योंकि अब जो पत्र जारी हुआ है उसने तो शिक्षकों के मांग के उलट की स्थिति और विकट कर दी है ।

ऐसे तो सेटअप में आंशिक परिवर्तन किया गया है लेकिन पूर्व माध्यमिक शाला में जहां पहले 35 दर्ज संख्या हेतु एक अतिरिक्त शिक्षक का पद स्वीकृत होना था अब उसे और अधिक बढ़ाकर 40 दर्ज संख्या पर अतिरिक्त शिक्षक का पद स्वीकृत होना प्रस्तावित कर दिया गया है यानी जिस प्रकार की मांग की जा रही थी उसके उलट निर्णय लिया गया है । संस्कृत और वाणिज्य जैसे मुद्दों पर किसी भी प्रकार का कोई संशोधन नहीं किया गया है जबकि सबसे ज्यादा आवश्यकता है इन्हीं मुद्दों पर निर्णय लेने की है।

हालाकी ग्रंथपाल निम्न वेतनमान में कार्यरत एक शिक्षक को हायर सेकेंडरी स्कूल में रखने की बात जोड़ी गई है लेकिन सच्चाई यह है कि प्रदेश में ग्रंथपाल निम्न वेतनमान पर न के बराबर शिक्षक कार्यरत हैं क्योंकि ग्रंथपाल निम्न वेतनमान का वेतन level-5 का होता है और जिन शिक्षकों का संविलियन हुआ है उन्हें सहायक शिक्षक ग्रंथपाल का नाम दिया गया है जिसका वेतन लेवल 6 है । यद्यपि हाई स्कूल में जो पहले 50 दर्ज संख्या पर एक अतिरिक्त व्याख्याता का पद स्वीकृत होना था उसे अब 40 दर्ज संख्या पर किया गया है जो थोड़ी राहत भरी खबर है लेकिन जिन मूल विषयों को लेकर शिक्षक नाराज है उन पर अधिकारियों का ध्यान अभी तक नहीं गया है ।

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