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शिक्षक बिग न्यूज : शिक्षकों का परफार्मेंस तय करने तैयार होगी ग्रेडिंग सिस्टम…. हर साल होगा आकलन…इसी सप्ताह सौंपी जा सकती है प्रमुख सचिव को रिपोर्ट, ये होंगे आधार …

रायपुर 2 जुलाई 2022। शिक्षकों पर अब सख्ती से नजर रखी जायेगी। प्रमुख सचिव के निर्देश के बाद शिक्षकों का परफार्मेंस तय करने के लिए ग्रेडिंग सिस्टम शुरू होने वाली है। समग्र शिक्षा के एमडी  शिक्षकों की ग्रेडिंग सिस्टम की रिपोर्ट तैयार कर प्रमुख सचिव को सौंपेंगे, जिसके बाद विभाग इसे लागू करने की दिशा में आगे बढ़ेगा। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 1-2 दिन के भीतर ही प्रमुख सचिव को शिक्षकों के परफार्मेंस तय के लिए बनाये गये ग्रेडिंग फार्मूला की रिपोर्ट दे दी जायेगी।

इससे पहले पिछले दिनों बेबीनार में भी प्रमुख सचिव ने इस बात के निर्देश दिये थे कि समग्र शिक्षा विभाग के एमडी शिक्षकों से बातचीत कर उनकी परफार्मेंस तय करने की रिपोर्ट दें। जानकारी के मुताबिक स्कूलों में परीक्षा परिणाण, उपलब्धियां और इंस्पेक्शन के दौरान बच्चों के परफार्मेंस के आधार पर शिक्षकों की ग्रेडिंग तय होगी।

हर साल के लिए शिक्षकों का यै आकलन होगा, जिसके आधार पर शिक्षकों को कुछ ग्रेडिंग प्वाइंट मिलेगी। जानकारी के मुताबिक विभाग के पास रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि जो श्रेणीवार ग्रेडिंग सिस्टम तैयार होगी, उसके आधार पर शिक्षकों को क्या रिवार्ड और क्या पनीशमेंट दी जाये। जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट अभी प्रारंभिक चरण में है, लिहाजा इसके बारे में अधिकारी भी कुछ नहीं बोल रहे हैं।

इससे पहले 30 जून को हुए बेबीनार में प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने शिक्षा गुणवत्ता को लेकर तीखी नाराजगी जतायी थी। आलोक शुक्ला ने शिक्षकों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि ..

….जिनके 80 प्रतिशत बच्चे फेल हो रहे हैं, क्यों ना उन्हें प्रमोशन के अयोग्य घोषित किया जाये….उसके सर्विस बुक में लिखा जाये, कि ये अयोग्य है, इनको 10 साल तक कोई अवार्ड कोई प्रमोशन ना दिया जाये….आपका काम बच्चों को पढ़ाना है, बच्चों को सिखाना है, अगर आप अपना मूल कार्य ही नहीं कर रहे हो, इसका मतलब है आप अयोग्य हो…अयोग्य व्यक्ति को क्यों प्रमोशन दिया जाये।

प्रमुख सचिव यहीं नहीं रूके थे, उन्होंने कहा था कि

चलो मान लिया आपने खूब मेहनत कराकर पढ़ाई करायी, लेकिन बच्चों को सफलता नहीं मिली, इसकी मतलब ये हुआ कि आप अयोग्य हैं। अयोग्य व्यक्ति को क्यों प्रमोशन दिया जाये? मुझे नहीं पता क्या करना चाहिये, वेतन वृद्धि रोकी जाये, चेतावनी दी जाये? क्या किया जाये, मुझे नहीं मालूम आपलोग ही बताइये। आपलोग मिलकर व्हाट्सएप में चैट बना लीजिये, मुझे तीन दिन बाद समग्र शिक्षा के एमडी साहब बतायेंगे। शिक्षकों ने क्या काम किया, उसका आकलन कैसे करेंगे ?उसमें कौन से शिक्षक को संतोषजनक माना जायेगा,….कौन से शिक्षक को निकम्मा माना जायेगा और किसको अत्यंत अच्छा माना जायेगा। बच्चों ने क्या हासिल किया, उससे ही आपकी उपलब्धि पता चलेगी। उसी से पता चलेगा कि जो क प्लस श्रेणी वाला है उसे क्या पुरस्कार मिले और जो घ श्रेणी वाला है, उसे क्या सजा मिले।

प्रमुख सचिव ने उसी बेबीनार में शिक्षकों के परफार्मेंस के आकलन का भी निर्देश दिया था। प्रमुख सचिव ने कहा था कि जो बेहतर काम करे उसे प्रोत्साहन दिया जाना चाहिये, जिसका काम अच्छा नहीं है उसे पनीशमेंट दिया जाये।

पोस्टिंग तो कोई सजा और कोई पुरस्कार तो नहीं है। लेकिन ऐसा करें क्या जो श्रेणी घ में शिक्षक हैं, उन्हें उसके घर से 500 किलोमीटर दूर पोस्टिंग दे दी जाये और जिसे श्रेणी क मिल रही है, उसे उसके घर के पास पोस्टिंग दे दी जाये। किस तरह का पुरस्कार और किस तरह की सजा ? ये आपलोग तय करके बताईये। लोगों को पता तो चले कि जो वो कर रहे हैं , उस पर निगाह है किसी और की। मैं आकलन नहीं करूंगा, आकलण मैं नहीं करूंगा, आप ही करेंगे।

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