जॉब/शिक्षा

शिक्षक विवेक दुबे की पहल बनी रिटायर शिक्षिका के लिए वरदान….. 10 माह से अटका था पेंशन, शिकायत के 7वें दिन भुगतान के लिए DEO ने जारी किया निर्देश, 25 तक प्रतिवेदन भी मांगा…. विवेक दुबे बोले- DEO की पहल स्वागतयोग्य, पर दोषियों पर हो कार्रवाई

रायपुर 18 अक्टूबर 2021। ….शिक्षक नेता विवेक दुबे की पहल रिटायर्ड शिक्षिका सलेस्टिना एक्का के लिए वरदान बन गयी है। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शिक्षिका को तत्काल पेंशन भुगतान के लिए निर्देश दिये हैं। दरअसल पेंड्रा विकासखंड के शासकीय उन्नत पूर्व माध्यमिक शाला कुड़कई से करीब 10 महीने पहले स्लेस्टिना रिटायर हुई थी। रिटायरमेंट के इतने दिन गुजर जाने के बाद भी शिक्षिका का पेंशन प्रकरण निराकृत नहीं किया गया। अब ये अफसरों की लालफीताशाही थी या फिर लेनदेन का लालच, लेकिन इन सब के बीच करीब 10 महीने तक शिक्षिका का पेशन अटका हुआ है।

प्रधान पाठिका सलेस्टिना एक्का के 30 दिसम्बर 2020 को रिटायरमेंट के बाद से अब तक उन्हें ग्रेच्युटी, अर्जित अवकाश नकदीकरण जैसे एकमुश्त लाभ की राशि दी गयी है। महिला शिक्षिका का पेंशन भी निर्धारण नहीं किया गया है।इस मुद्दे की जानकारी जब सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे को हुई तो उन्होंने पूरे मामले की शिकायत पूरे दस्तावेज के साथ जिला शिक्षा अधिकारी से की है साथ ही राज्य कार्यालय के अधिकारियों को भी मामले से अवगत कराया है ।

जिला शिक्षा अधिकारी ने शिकायत ने भुगतान के दिये निर्देश

जिला शिक्षा अधिकारी तक जब शिक्षक नेता विवेक दुबे की शिकायत पहुंची, तो उन्होंने इस मामले में तत्काल बीईओ और DDO को पेंशन और अन्य प्रकरणों के निराकरण के निर्देश दिये। अपने आदेश में DEO ने लिखा है कि पेंशन प्रकरण को निराकृत कर 25 अक्टूबर तक पालन प्रतिवेदन डीईओ कार्यालय को भेजे।

इस मुद्दे पर जब हमने विवेक दुबे से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि

“हमने इस प्रकरण पर जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया था। जिला शिक्षा अधिकारी ने इस पर संज्ञान लिया है, मुझे खुशी है कि उन्होंने प्रकरण की गंभीरता को समझा और इसे लेकर आदेश भी जारी किया। मैं पूरे प्रदेश के शिक्षा विभाग के अधिकारियों से अनुरोध करना चाहता हूं कि रिटायरमेंट के बाद निराकरण के जितने भी प्रकरण हैं, उसका अतिशीघ्र निपटारा करें। भुगतान के एवज में रिटायरकर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है”

 

 

Back to top button