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भाड़े के बैंक खाते से सट्टेबाजी का धंधा … 15000-20000 की सैलरी पर एजेंट रखकर बैंक खाते खुलवाने व ट्रांजेक्शन का होता है काम.. दुर्ग पुलिस का बड़ा खुलासा…

दुर्ग 12 दिसंबर 2022। सट्टेबाजी के खेल में एक बड़ा खुलासा हुआ है। सट्टेबाज गैंग पैसे के लेनदेन के लिए भाड़े के बैंक खाते का उपयोग कर रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में 22 बैंक खातों को पकड़ा है, जिनके जरिये लगभग 6 करोड़ रूपयों का लेन-देन का खुलासा हुआ है, रकम और खातों का ये आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। जांच के दौरान एक मामला ऐसा भी आया है, जिसमें दवा दुकान की आड़ में सट्टेबाजी का धंधा चल रहा था। दुर्ग पुलिस द्वारा लगातार ऑन लाईन सट्टा के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही थी तथा कार्यवाही के दौरान प्राप्त बैंक खातों की जांच सूक्ष्मता से की जा रही थी प्राप्त बैंक खातों की जांच के दौरान सट्टा कारोबारियों द्वारा खाता धारकों के बैंक खाता को धोखे से खुलवाकर सट्टे के कारोबार में उपयोग करना पाया गया।

इसी तारतम्य में 11 दिसंबर को थाना भिलाई भट्ठी एवं एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट को सूचना मिली कि नसीमुद्दीन पिता फखरूद्दीन निवासी आम्रपाली रेसीडेन्सी जामुल द्वारा अनेक व्यक्तियों को विष्वास में लेकर धोखे से बैंक खाता खुलवाकर, खाते का दुरूपयोग महादेव, रेड्डी अन्ना ऑन लाईन सट्टा एप में पैनल का संचालन करते हुए धोखाधड़ी किया जा रहा है। आरोपी के विरूद्ध धोखाधड़ी का अपराध घटित करना पाये जाने पर धारा 420 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ.अभिषेक पल्लव (भापुसे) द्वारा प्रकरण को गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रापुसे), नगर पुलिस अधीक्षक (भिलाई नगर) निखिल राखेचा (भापुसे, उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) नसर सिद्धीकी (रापुसे) के मार्गदर्शन में एण्टी क्राईम एण्ड सायबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा एवं थाना प्रभारी भिलाई भट्ठी निरीक्षक केके कुशवाहा के नेतृत्व में थाना एवं एसीसीयू की संयुक्त टीम को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया। टीम द्वारा संदेहियों पर निगाह रखी जा रही थी एवं विस्तृत जानकारी एकत्रित की गयी। प्राप्त जानकारी के आधार पर टीम द्वारा आरोपी नसमुद्दीन को घेराबंदी कर पकड़ा गया।

प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी पुलिस को गुमराह करता रहा किन्तु तकनीकी रूप से निरंतर पूछताछ करने पर अपना अपराध स्वीकार किया एवं बताया। जिससे ज्ञात हुआ कि आरोपी दवाई दुकान की आड़ में लगभग 1 वर्षे से फर्जी खाता खुलवाकर खातों का उपयोग महादेव ऑन लाईन सट्टा के पैनल में उपयोग कर रहा है। आरोपी द्वारा उक्त पैनल का संचालन नागपुर एवं कोलकाता में कराया जा रहा है एवं आरोपी द्वारा उक्त अवैधानिक कार्य के संचालन हेतु 15,000 – 20,000/- रू के मासिक वेतन में व्यक्तियों को रखा गया। आरोपी द्वारा स्वयं अपने एवं अपनी पत्नी के खातों का उपयोग भी ऑन लाईन सट्टा एप्प महादेव सट्टा एवं अन्य बुक के ट्रांजेक्षन हेतु किया जा रहा था। अग्रिम कार्यवाही थाना भिलाई भट्ठी से की जा रही है। उक्त कार्यवाही में थाना भिलाई भट्ठी एवं एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट की संयुक्त टीम का विषेष योगदान रहा।

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